नई दिल्ली। पाकिस्तान के पुलवामा हमले के और सबूत मांगे जाने पर भारत ने निराशा जताई है। विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को कहा कि इस पर पाक का रवैया पहले जैसा ही है। वह (पाक) तो पुलवामा हमले को आतंकी हमला मानने से भी इनकार करता है।
2008 के मुंबई और 2016 के पठानकोट हमले के बाद भी पाक ने ऐसी ही भाषा का इस्तेमाल किया था। बुधवार को पाक ने भारत सरकार से पुलवामा हमले को लेकर और जानकारियां मांगी थीं।
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विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा- भारत की तरफ से पुलवामा हमले को लेकर एक विस्तृत डोजियर पाक को दिया गया था। इसमें यह भी कहा गया था कि पाक में अब भी आतंकी गुट और उनके सरगना मौजूद हैं और सीमापार आतंकी हमले हो रहे हैं। लेकिन इस मामले में पाक का जवाब निराशाजनक है। पाकिस्तान तो लगातार सीमापार आतंकवाद के मुद्दे से इनकार कर रहा है।
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रवीश कुमार ने यह भी कहा- पाक ने जिस तरह से जवाब दिया है, उससे भारत आश्चर्यचकित है। 2008 के मुंबई और 2016 में पठानकोट हमले के बाद भी पाक ने इसी तरह की भाषा का इस्तेमाल किया था। उधर, बुधवार को पाक विदेश मंत्रालय ने कहा कि डोजियर की जांच के बाद पुलवामा हमले की प्रारंभिक जांच भारतीय उच्चायुक्त अजय बिसारिया के साथ साझा की गईं।
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विदेश मंत्रालय के मुताबिक- पाक ने ऐसी कोई जानकारी हमें नहीं दी, जिससे पता चल सके कि उसने अपनी जमीन पर पल रहे आतंकी गुटों पर क्या कार्रवाई की। भारत ने 27 फरवरी को पुलवामा हमले को लेकर एक विस्तृत डोजियर पाक को सौंपा था जिसमें हमले के लिए जैश-ए-मोहम्मद को जिम्मेदार बताया गया था। डोजियर में साफ लिखा था कि जैश सरगना मसूद अजहर पाक में है।