पटना/भुवनेश्वर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को ओडिशा और बिहार में तीन रैलियां कीं। उन्होंने कहा, ”मैंने कभी दावा नहीं किया कि सभी काम पूरे कर लिए, वो (कांग्रेस) 70 साल में नहीं कर सके तो मैं पांच साल में कैसे कर सकता हूं। आगे बहुत कुछ करने का माद्दा है।
इसके लिए लगातार प्रयास और आशीर्वाद की जरूरत है।” कालाहांडी की रैली में कांग्रेस और बीजद पर निशाना साधा। मोदी ने कहा कि विक्षप ने वोट बैंक के लिए गरीब को गरीब बनाए रखने की साजिश रची।
गया में प्रधानमंत्री ने कहा, ”आपके इस चौकीदार ने आपके लिए जो कुछ भी किया है, उससे आप खुश हैं? बाकी जो काम बचा है, वो भी यही चौकीदार पूरा करेगा। यहां धमाके बंद किसने कराए? ये आपके वोट की ताकत से ही संभव हो पाया। दिल्ली में चौकीदार की सरकार बनी और परिणाम आपके सामने है। आज देश में दो तरह के लोगों को चौकीदार से दिक्कत है। एक महामिलावट वाले और दूसरे जो आतंकवादियों के साथ खड़े हुए हैं।”
मोेदी ने कहा, ”उमर अब्दुला देश में दो प्रधानमंत्री चाहते हैं, उनके सहयोगी दलों कांग्रेस और राजद बताना चाहिए कि क्या वे उनके साथ हैं। मैं इंतजार कर रहा था कि कोई साथी तो विरोध करे, लेकिन सबने चुप्पी साध ली। उनकी चुप्पी असलियत को सामने ला रही है। राष्ट्रीय सुरक्षा और पुलवामा हमले पर जो बयान दे रहे हैं। उनका हिसाब चुनाव में चुकता होना चाहिए। उनके विचार भारत के खिलाफ और टुकड़े-टुकड़े गैंग को समर्थन देने वाले हैं।”
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प्रधानमंत्री ने कालाहांडी में कहा कि आजादी के 70 साल बाद पहली बार ओडिशा के 3 हजार गांवों को बिजली मिली है। इन सारी चीजों को मोदी ने नहीं बल्कि भारत के लोगों ने किया है। इसी कालाहांडी में राजीव गांधी ने कहा था कि वे दिल्ली से एक रुपया भेजते हैं, तो गांव में 15 पैसे पहुंचता है। तब संसद से पंचायत तक सिर्फ कांग्रेस की ही सरकार थी। इसका मतलब ये है कि 85 पैसा किसी पंजे में जा रहा था।
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जब दिल्ली में कांग्रेस की रिमोट कंट्रोल वाली सरकार आई, तो इन्होंने कहा कि 1 रुपए भेजने पर 15 पैसे नहीं, अब 16 पैसे पहुंचते हैं। यानी वर्षों बाद भी कांग्रेस के पंजे ने देश के गरीबों को सिर्फ 1 पैसे की राहत दी। आज मैं गर्व से कह सकता हूं कि अगर केंद्र सरकार दिल्ली से गरीब के लिए 100 पैसा भेजती है, तो वो पूरा का पूरा गरीब तक पहुंचता है।