सिंगापुर। यहां पहली बार ऐसी छह मंजिला बिल्डिंग बनाई गई है जिसमें ऊर्जा क्षय नहीं होगा। साथ ही इमारत में खपत भर की बिजली यहीं बनाई जा सकेगी।
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यह इमारत नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ सिंगापुर के स्कूल ऑफ डिजाइन एंड एन्वायरमेंट की है। जनवरी में बिल्डिंग बनकर तैयार हुई। इमारत की छत पर 1200 सोलर पैनल लगाए गए हैं, जिनसे एक साल में 500 मेगावॉट बिजली तैयार हो सकेगी।
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स्कूल के डीन लाम खी पो के मुताबिक- अगर ज्यादा बिजली पैदा कर ली जाएगी तो यह मेन पावर ग्रिड में भेज दी जाएगी। इसे बाद में बैकअप के रूप में इस्तेमाल किया जाएगा। वर्ल्ड ग्रीन बिल्डिंग काउंसिल के मुताबिक- 2017 में दुनिया में केवल 500 नेट जीरो एनर्जी कमर्शियल बिल्डिंग्स हैं और 2000 नेट जीरो एनर्जी हाउसिंग यूनिट्स हैं। नेट जीरो एनर्जी बिल्डिंग यानी जहां ऊर्जा का क्षय नहीं होता।
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बिल्डर्स के लिए काम करने वाले एक गैर-सरकारी संगठन आर्किटेक्चर 2030 के मुताबिक- डेवलपर्स (बिल्डिंग बनाने वाले) पर इमारतों को इकोफ्रेंडली रखने का दबाव है। दुनियाभर में इमारतों से 40% ग्रीनहाउस गैसों का उत्सर्जन होता है। पेरिस समझौते के मुताबिक- ग्रीनहाउस गैसों के उत्सर्जन में कटौती करने के लिए अभी कई उपाय अपनाने होंगे।
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न्यू बिल्डिंग्स इंस्टीट्यूट के मुताबिक- 2010 से लेकर अब तक अमेरिका और कनाडा में जीरो एनर्जी इमारतों में 700% का इजाफा हुआ है। लाम के मुताबिक- हमारा कॉलेज कैम्पस इस कोशिश में भी है कि ऊर्जा की मांग को 40-60% तक घटा दिया जाए।
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स्कूल ऑफ डिजाइन एंड एन्वायरमेंट के डीन ने यह भी बताया- नेट जीरो एनर्जी प्रोजेक्ट को जमीन पर लाना आसान नहीं रहा। 10 साल पहले यह महज एक विचार था, लेकिन एक बार तो लागत के चलते इसे बनाने का विचार छोड़ दिया गया था। बिल्डिंग बनाने में कितना खर्च आया, डीन ने इस बात की जानकारी नहीं दी।