चक्रवाती तूफान ‘फानी’ के ‘बेहद तीव्र’ होने की आशंका है, जिससे आंध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल और ओडिशा में गुरुवार तक भारी वर्षा होगी. भारत मौसम विभाग ने मंगलवार शाम इस बारे में आगाह किया. आईएमडी ने चेतावनी दी है कि चक्रवात से घरों, संचार और बिजली नेटवर्क और रेल व सड़क अवसंरचना को नुकसान होने की संभावना है.
‘फानी’ के भारतीय पूर्वी तट की ओर बढ़ने पर नौसेना और तटरक्षक बल के जहाज तथा हेलीकॉप्टर, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल की राहत टीमें को महत्वपूर्ण स्थानों पर तैनात किया गया है जबकि सेना और वायु सेना की टुकड़ियों को तैयार रखा गया है.
आपात स्थितियों से निपटने के लिए देश की शीर्ष संस्था राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन समिति (एनसीएमसी) ने मंगलवार को दूसरी बार बैठक की और चक्रवाती तूफान से पैदा होने वाली स्थिति से निपटने के लिए राज्यों और केंद्र सरकार के संबंधित विभागों की तैयारी की समीक्षा की.
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Cyclone Fani: गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा, ‘भारतीय तटरक्षक बल और भारतीय नौसेना ने राहत एवं बचाव अभियानों के लिए जहाजों तथा हेलीकॉप्टरों को तैनात किया है. आंध्र प्रदेश, ओडिशा और पश्चिम बंगाल में भारतीय सेना और भारतीय वायु सेना की टुकड़ियों को भी तैयार रखा गया है.’
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चुनाव आयोग ने ओडिशा के 11 जिलों में लोकसभा चुनाव के लिए लागू आचार संहिता हटाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है. पुरी, जगतसिंहपुर, केंद्रपारा, भद्रक, बालासोर, मयुरभंज, गजपति, गंजम, खोरढा, कटक और जजपुर में फानी चक्रवात (Cyclone Fani) के मद्देनजर राहत एवं बचाव कार्य को देखते हुए आचार संहिता हटाई गई है.
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मंत्रिमंडल सचिव पी के सिन्हा की अध्यक्षता में एनसीएमसी की पहली बैठक के फैसले के आधार पर गृह मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि केंद्र सरकार ने तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, ओडिशा और पश्चिम बंगाल को एहतियातन और राहत कार्यों में मदद के लिए पहले ही 1,086 करोड़ रुपये की वित्तीय राशि जारी कर दी है.
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आईएमडी ने मछुआरों को बंगाल की खाड़ी और हिंद महासागर के गहरे समुद्री क्षेत्रों में नहीं जाने की सलाह दी है. साथ ही राज्यों ने मछुआरों को समुद्र में ना उतरने का परामर्श जारी किया है.
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भारतीय मौसम विभाग सभी संबंधित राज्यों की ताजा भविष्यवाणियों के साथ तीन घंटे के बुलेटिन जारी कर रहा है। गृह मंत्रालय निरंतर राज्य सरकारों और संबंधित केंद्रीय एजेंसियों के संपर्क में है.
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बयान में कहा गया है कि राज्यों और केंद्रीय एजेंसियों की तैयारी की समीक्षा करते हुए मंत्रिमंडल सचिव ने निर्देश दिए हैं कि जान के किसी भी नुकसान से बचने और भोजन, पेयजल तथा दवाइयों समेत आवश्यक सामान की आपूर्ति के वास्ते तैयार रहने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाए. उन्होंने आवश्यक सेवाएं जैसे कि बिजली, दूरसंचार बनाए रखने के लिए पर्याप्त तैयारी करने की भी सलाह दी है.
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बैठक के दौरान संबंधित राज्य सरकारों ने चक्रवाती तूफान के कारण पैदा होने वाली किसी भी स्थिति से निपटने के लिए अपनी तैयारी की पुष्टि की. भारतीय मौसम विभाग ने बताया कि चक्रवाती तूफान ‘फोनी’ मंगलवार दोपहर पुरी से करीब 800 किलोमीटर दक्षिण में था.
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विभाग के अनुसार, इसके अगले 24 घंटे में अत्यधिक प्रचंड चक्रवाती तूफान में तब्दील होने की आशंका है और एक मई को शाम तक यह उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ेगा और उसके बाद फिर उत्तर-उत्तरपूर्व की ओर मुड़ेगा तथा तीन मई की दोपहर तक ओडिशा तट पर पहुंचेगा.
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बयान में कहा गया है मौजूदा संकेतों के अनुसार ओडिशा के गंजम, गजपति, खोरधा, पुरी और जगतसिंहपुर जिले, पश्चिम बंगाल के पूर्व और पश्चिम मेदिनीपुर, दक्षिण और उत्तर 24 परगना, हावड़ा, हुगली और कोलकाता जिलों, आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम और विजयनगरम जिले प्रभावित हो सकते हैं.
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तमिलनाडु, पुडुचेरी, आंध्र प्रदेश, ओडिशा और पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिवों तथा प्रधान सचिवों ने वीडियो कांफ्रेंस के जरिए एनसीएमसी बैठक में भाग लिया. गृह, जहाजरानी, मत्स्यपालन, बिजली, दूरसंचार, रक्षा मंत्रालयों, भारतीय मौसम विभाग और एनडीआरएफ के वरिष्ठ अधिकारी भी बैठक में शामिल हुए. एनसीएमसी स्थिति का जायजा लेने के लिए बुधवार को फिर से बैठक करेगी.