पुलिस के हत्थे चढ़ा ठगों का गैंग/आर्मी अफसर बनकर करता था ठगी
खुद को आर्मी अफसर बताकर बैंक खातों से ठगी करने वाले गिरोह के दो युवकों को साइबर सेल ने गिरफ्तार किया है।
यह गैंग ओएलएक्स पर एड देखकर सामान बेचने और खरीदने को लेकर कॉल करते थे।
बाद में खाताधारक की डिटेल लेकर रकम उड़ाते थे। इस गैंग से जुड़े आधा दर्जन आरोपियों की पुलिस तलाश कर रही है।
एसएसपी अजय साहनी ने प्रेसवार्ता में बताया कि पकड़े गए आरोपी गांव देवसेरस गोवर्धन थाना मथुरा निवासी इरफान पुत्र सुम्मर और वाजिद उर्फ आजिद पुत्र महेंद्र हैं।
दोनों के पास से दो मोबाइल फोन और 1300 रुपये बरामद हुए हैं।
दोनों आरोपियों ने बताया कि सूबेदार बनकर गूगल डॉटकाम से सामान की दुकान सर्च कर दुकान मालिक का नंबर लेकर कॉल करते थे।
जिससे दुकानदार और अन्य व्यक्ति से सामान खरीदने की बात करते थे।
दुकान मालिक या अन्य व्यक्ति से सामान खरीदने का सौदा कर अपने आप को फौजी बताकर धनराशि,
एडवांस में देने को लेकर लिंक भेजकर दुकानदार का पेटीएम, फोन पर वॉलेट को लॉगिन कराते थे।
लॉगिन होने के बाद उन लोगों को झांसे में लेकर उसके वॉलेट को हैक कर ले लेते थे।
उसके बाद खातों से धनराशि निकाल लेते थे।
कुछ व्यक्तियों को पैसा एडवांस में ऑनलाइन देने का झांसा देकर दुकानदार से उसका पेटीएम नंबर, गूगल पे, फोन पे का नंबर पूछकर लिंक भेजकर ओटीपी पूछ लेते थे।
जिसके बाद उल्टा पीड़ित व्यक्ति के खाते से ही रकम उड़ा देते थे।
जब पीड़ित व्यक्ति को पता चलता कि खाते से रकम कट गई, तो उसे उलझाते थे कि इनता पैसा पेटीएम से वापस हो जाएगा।
इस गिरोह ने व्हाट्सएप और ओएलक्स पर फर्जी आईडी बनाकर अपने को भारतीय सेना में दिखाते थे
जिससे लोग आसानी से विश्वास कर सकें। जिसके बाद बाइक, स्कूटी, कार, साइकिल, मोबाइल फोन बेचने का प्रचार कर एडवांस में रकम ऑनलाइन, फोन पर, पेटीएम व खातों में डलवा लेते थे।
आरोपियों पर मथुरा और मेरठ में 11 मुकदमे दर्ज हैं।
फरार आरोपी
सरियत निवासी देवसेरस, तालिम निवासी देवसेरस, शाहरुख निवासी देवसेरस, सैकुल निवासी देवसेरस,
ईशाक निवासी गौमरी भरतपुर और मुबारिक निवासी मुडसेरस थाना दौलतपुर मथुरा।
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