रक्षा मंत्रालय की प्रवक्ता पूर्व एडमिरल चीफ से भिड़ीं ,मांगी माफी

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रक्षा मंत्रालय की प्रवक्ता ने ट्वीट के जरिये ऐसा विवादित बयान दिया है, जिसकी चौतरफा चर्चा हो रही है। पूर्व सैनिकों ने प्रवक्‍ता के बयान की कड़ी आलोचना की है। हालांकि बाद में उन्‍होंने माफी मांग ली। 
रक्षा मंत्रालय की प्रवक्ता ने ट्विटर पर भारतीय नौसेना के पूर्व चीफ एडमिरल अरुन प्रकाश पर अपमानजनक टिप्पणी की है। यह ट्वीट 26 अक्टूबर को उस वक्त किया गया जब रक्षा मंत्रालय, एडमिरल प्रकाश के ट्वीट का जवाब दे रहा था।
इसके बाद रक्षा मंत्रालय की प्रवक्ता स्वर्णश्री राव राजशेखर ने पूर्व चीफ एडमिरल को जवाब देते हुए कहा कि जब आप सेना में अधिकारी थे तब आपके घर में जवानों का दुरुपयोग नहीं हुआ?

और उन फौजी गाड़ियों का क्या जिन्हें आपके बच्चों को स्कूल छोड़ने और घर पहुंचाने के लिए प्रयोग किया गया? सरकारी वाहन पर मैडम की शॉपिंग और पार्टी के खर्चे को कैसे भूल सकते हैं? इसका खर्च कौन देगा?
हालांकि बाद में रक्षा मंत्रालय की प्रवक्ता ने इस ट्वीट को डिलीट कर दिया और सफाई देते हुए कहा, यह ट्वीट अनजाने में किया गया था और इसके लिए गहरा खेद है, लेकिन माफी मांगने में देर हो चुकी थी क्योंकि ट्वीट के स्क्रीनशॉट सोशल मीडिया पर वायरल हो गए।
72 वर्षीय एडमिरल अरुण प्रकाश जुलाई 2004 और अक्टूबर 2006 के बीच नेवी स्टाफ के प्रमुख थे, इस बारे में सैना के दिग्गजों से प्रतिक्रियाएं ली। उनमें से कुछ ने यह कहा कि मुख्य प्रवक्ता की टिप्पणी सशस्त्र बलों ओर नौकरशाही के दृष्टिकोण को दर्शाती हैं।
एक ट्वीट में सेवानिवृत्त मेजर जनरल हर्ष काकर ने रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण को बताया कि प्रवक्ता की टिप्पणी ने मंत्रालय की वास्‍त‍विक रंगों को सेना के तीनों अंगों की ओर प्रतिबिंबित किया है।
दरअसल एक यूजर ने ट्वीट किया था, जिसमें एक कार पर सेना के झंडे को लेकर सवाल उठाए गए थे। इसी ट्वीट पर पूर्व चीफ एडमिरल अरुण प्रकाश ने लिखा था कि सेना कमांड के संकेतों का दुरुपयोग करने वाले इस व्यक्ति को प्रताड़ित करने की जरूरत है।
उन्‍होंने कहा कि क्या वह अनजान हैं। यह मैडम के असली रंग को दिखाता है। आप सेना के सम्‍मान की रक्षा करने के लिए हैं, अपमान करने के लिए नहीं हैं।
प्रवक्ता का बयान भारत, उसके सशस्त्र बलों और उनके बलिदान का अपमान है। यह सेना के वरिष्ठ दिग्गजों के प्रति कोई सम्मान नहीं दिखाता है।
आपकी प्रवक्ता आपदा के समान है। सेवानिवृत्त एयर वाइस मार्शल मनमोहन बहादुर ने राजशेखर द्वारा पूर्व नौसेना प्रमुख के प्रति ट्वीट को “शर्मनाक” बताया है।
बीजेपी के सांसद राजीव चंद्रशेखर ने प्रवक्ता की टिप्पणी पर कड़ी आपत्ति जताई है और इस मामले में जांच की मांग की है। उन्‍होंने इस बारे में रक्षा राज्‍य मंत्री डॉ. सुभाष को ट्वीट किया।
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उन्‍‍होंने कहा कि प्रवक्‍ता का बयान बेहोशी के आलम में अपमानजनक और अहंकार पूर्ण है। एडमिरल प्रकाश ने कहा कि नागरिक-सैन्य संबंधों पर राज्य को गंभीर दिखना चाहिए।
प्रवक्‍ता के अविवेकपूर्ण ट्वीट पर उत्साहित होने के बजाय मैं गंभीर रहने का सुझाव दूंगा। 

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