योगी अयोध्‍या मे सरयू किनारे भगवान राम की 100 मीटर ऊंची प्रतिमा बनवाएंगे

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एक वरिष्ठ भाजपा नेता ने कहा कि योगी आदित्यनाथ लोगों को राम मंदिर बनाने के अपने वादे के बारे में विश्वास दिलाएंगे। साथ ही अयोध्या में कई विकास परियोनाएं म्यूजियम, आर्ट गैलरी, राम को समर्पित एयरपोर्ट की घोषणा की जाएगी। 
वे सरयू किनारे भगवान राम की भव्य प्रतिमा निर्माण की भी घोषणा कर सकते हैं। उन्होंने कहा, “राज्य सरकार ने 330 करोड़ रुपये की लागत से 100 मीटर ऊंची भगवान श्रीराम की प्रतिमा बनाने की योजना बनाई है।
यह प्रतिमा सरयू नदी किनारे 36 मीटर ऊंचे तल पर स्थापित की जाएगी।” दरअसल, 31 अक्टूबर को गोरखपुर में एक सभा को संबोधित करते हुए आदित्यनाथ ने कहा था कि वे अच्छी खबर लेकर अयोध्या जाएंगे।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 6 नवंबर को अयोध्या में दीपोत्सव मनाने जाएंगे। इस दौरान वे सरयू किनारे भगवान राम की 100 मीटर ऊंची प्रतिमा बनवाने की घोषणा कर सकते हैं। 
योगी आदित्यनाथ के अयोध्या दौरे में अभी तीन दिन शेष हैं, लेकिन कुछ नेताओं के बयान को देखकर ऐसा लगा रहा है कि भाजपा ने भी राम मंदिर निर्माण को लेकर लय बनानी शुरू कर दी है।
राज्य भाजपा प्रदेश प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र नाथ पांडेय ने शुक्रवार (2 नवंबर) को कहा, “मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एक साधु हैं। उन्होंने अयोध्या के लिए एक योजना तैयार की है।
मंदिर को लेकर वे दिवाली पर लोगों को बड़ी खुशखबरी देंगे। दीपोत्सव महोत्सव में भाग लेने के दौरान अयोध्या पहुंचने पर सीएम योगी इसका खुलासा करेंगे।” पांडेय ने यह बयान चंदौली में रोजगार मेले के उद्घाटन के दौरान दिया।
इससे पहले राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ के प्रवक्ता भैय्या जी जोशी ने कहा था कि संगठन 1990 की रथ यात्रा के समान अभियान चलाने के लिए तैयार है। अयोध्या विवाद शुरू होने से कुछ दिन पहले स्वंय सीएम योगी ने कहा था कि
जल्द से जल्द इस पर फैसला आ जाना चाहिए। उन्होंने कहा था,” यदि फैसला समय पर आता है तो इसकी सराहना की जाती है, लेकिन देर होने पर यह अन्याय के बराबर होता है।” रिपोर्ट के मुताबिक, राजनीतिक विशलेषक आरके मिश्रा ने कहा, 
“दक्षिणपंथी समूहों और साधु सरकार पर एक अध्यादेश लाकर राम मंदिर निर्माण का दबाव बना रहे हैं। भाजपा सरकार के पास उनकी मांग को पूरा करने का थोड़ा विकल्प है।” अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद प्रमुख स्वामी नरेंद्र ने कहा कि
आदित्यनाथ संतों की भावना को लेकर शीर्ष नेतृत्व को सूचित कर सकते हैं। छह नवंबर को अपने अयोध्या दौरे के समय मंदिर निर्माण को लेकर एक समयसीमा तय कर सकते हैं।
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