देहरादून/नैनीताल। उत्तराखंड सरकार ने सख्त रूख अपनाते हुए आखिरकार कई वर्षों से अनुपस्थित चल रहे 20 चिकित्सकों की सेवा गुरुवार को समाप्त कर दी।अनुपस्थिति की तिथि से ही इनकी सेवा समाप्त मानी जायेगी।
चिकित्सा स्वास्थ्य एवं शिक्षा अनुभाग के सचिव अमित नेगी की ओर से इस आशय की जानकारी दी गयी है। जारी पत्र में कहा गया है कि यह चिकित्सक अपनी नियुक्ति के बाद से ही अनुपस्थित चल रहे थे। इसलिए इनकी सेवायें उत्तराखंड चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवा नियमावली, 2014 के प्रावधानों के तहत समाप्त की जाती है।
सरकार ने जिन चिकित्सकों की सेवा समाप्त की हैं उनमें डॉ. रितेश चौहान, उप जिला चिकित्सालय अल्मोड़ा, डॉ. हेम चंद्र भट्ट, जिला चिकित्सालय बागेश्वर, डॉ. दीपक सेमवाल सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र कर्णप्रयाग चमोली, डॉ. अमित कुमार पांडे सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र घाट, चमोली, डॉ. संदीप सिंह सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, कर्णप्रयाग, चमोली, डॉ. रजनी शर्मा, जिला चिकित्सालय, चंपावत, डॉ. शुभंकर प्रतीक लाल, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र मसूरी, देहरादून, डॉ. सचिन सैनी, अति. प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, पिरान कलियर, हरिद्वार
डॉ. रमेश कुमार, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, लक्सर, हरिद्वार, डॉ. उत्कर्ष तेवतिया, संयुक्त चिकित्सालय, रूड़की, हरिद्वार शामिल हैं। इसके अलावा डॉ. विकास कुमार झा, संयुक्त चिकित्सालय, रामनगर, नैनीताल, डॉ. सुरेन्द्र कुमार, संयुक्त चिकित्सालय, श्रीनगर पौड़ी गढ़वाल, डॉ. गौरव आर्य, जिला चिकित्सालय रूद्रप्रयाग, डॉ. सरफराज हुसैन, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र थत्यूड़, टिहरी, डॉ. योगेश आहूजा, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र लंबगांव, टिहरी, डॉ. अंजलि चौहान, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र जसपुर ऊधमसिंह नगर, डॉ. मयंक कश्मीरा, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, खटीमा, ऊधमसिंह नगर, डॉ. बच्चा बाबू, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र गदरपुर, ऊधमसिंह नगर, डॉ. ईशा गुप्ता, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, ऊधमसिंह नगर व डॉ. अखिल अग्रवाल, जिला चिकित्सालय, उत्तरकाशी की भी सेवा समाप्त की गई हैं।