दिल्ली
9 अगस्त,2020
भावेश पिपलिय
कोरोना वायरस के चलते हमे नुक्सान काफी हुआ है पर कोरोना ने दिल्ली और देश को शुद्ध हवा और साफ़ पानी का फायदा जरूर दिया था। पर जैसे ही लोकडाउन खुलना शरू हुआ हम फिर से लोगों ने वही राह पर जाना शरू कर दिया, फिर हवा और पानी प्रदूषित होने लगे है । इसका मुख्य कारण कहीं न कहीं मनुष्य ही है। अनलाॅक होते ही देश मे हवा और जल प्रदूषित होना शुरू हो गया ।
वही दिल्ली में प्रदूषण की बात जग-जाहिर है। दिल्ली में साफ़ हवा और शुद्ध पानी के लिए लोगों और सरकार प्रयास करती है। पर परिणाम मनमुताबिक नही मिलता। यमुना नदी दिल्ली की जीवनदायी है। पर नाले का गंदा और जहरीला पानी यमुना में जाने से यमुना प्रदुषित होती है। इसके आंचल में जीव-जंतु, पक्षी और मछलियां अठखेलियां नहीं कर पाती और न ही मनुष्य इसके जल से प्यास बुझा सकतें हैं । इस नदी के जल को स्वच्छ और निर्मल करने को लेकर दशकों से कई परियोजनाएं चल रही हैं। हजारों करोड़ रुपये खर्च भी हो चुके हैं। सर्वोच्च न्यायालय के कई आदेश और शासन-प्रशासन के वादे भी बदलाव नहीं ला सके हैं। जबतक जनता जागृत नही होंगी तबतक हर प्रयास बेकार है।
ऐसे में दिल्ली के कुछ यमुनाप्रेमी प्रयासरत रहते है कि यमुना साफ़ सुथरी रहें और जीवित रहें ताकि आने वाली पीढ़ी को जल के लिए संघर्ष न करना पडें। इसी के चलते आज दिल्ली के कालिंदी कुंज घाट पर कुछ यमुनाप्रेमी द्वारा घाट के किनारे सफाई अभियान चलाया गया। आज के अभियान का आयोजन लहर फाउंडेशन और यमुना मिशन दोनो ने मिलकर कीया था। यहाँ पर यमुनाप्रेमी ने लोगों द्वारा घाट पर फेंका गया कुंडा को इकठ्ठा करके उचित निकाल के लिए भेजा गया। लाॅकडाउन के दौरान यमुना के घाट जितने साफ दिख रहें थे आज लोगों ने उतने ही प्रदुषित कर दियें है। लहर फाउंडेशन और यमुना मिशन के आज के इस सफाई अभियान मे कई लोगों ने हिस्सा लिया।
इस दौरान लहर फाउंडेशन से प्रवीण ने बताया की लहर फाउंडेशन मार्च 2019 से लगातार यमुना के घाटों पर सफाई अभियान चला रही है। हमने इस अभियान मे कई अन्य संस्थाओं को भी जोडा है। इस अभियान में लोग जुडते गयें और एक से अनेक होते गये। हमारे साथ भावेश जी भी सेवा देने के लिए आते है। जो स्वयं दोनों पैरों से दिव्यांग होने के बावजूद भी अपना योगदान देते है। ऐसे व्यक्ति से हमें प्रेरणा मिलती है और हमारा हौसला बढता है। वास्तव मे ऐसे व्यक्ति से हमें शिखना चाहिए। ये कर सकते हैं तो हम क्यूँ नहीं ??
यमुना मिशन से अशोक उपाध्याय ने कहा की यमुना हमारी माता है। हम सभी को मिलाकर यमुना को स्वच्छ और प्रदूषण मुक्त बनाना चाहिए। इस आयोजन में लहर फाउंडेशन से अमित, सूरज गुप्ता, सागर, धीरज मण्ड़ल, विकास, दिनेश वर्मा, दिनेश कुमार, सेवा भारती से आशा चौबे, अल्का जी, विनोद श्रीवास्तव, यमुना मिशन से अशोक उपाध्याय, अवधेश तिवारी, प्रकाश खुल्बे व अन्य साथियों ने हिस्सा लिया और अपना श्रमदान दियां। साथ ही सभी को यमुना की सेवा में जुडने का आह्वान किया।