पढ़िए आज का राशिफल और पंचांग, 20 दिसंबर 2020

🌺🌺🙏🙏🌺🌺🙏🙏🌺🌺 *********|| जय श्री राधे ||********* 🌺🙏 *महर्षि पाराशर पंचांग* 🙏🌺 🙏🌺🙏 *अथ पंचांगम्* 🙏🌺🙏 *********ll जय श्री राधे ll*********

??? *अथ पंचांगम्* ???

दिनाँक -:20/12/2020,रविवार*

षष्ठी, शुक्ल पक्ष
मार्गशीर्ष
“””””””””””””””””””””””””””””””””””””(समाप्ति काल)

तिथि ————षष्ठी 14:52:03 तक
पक्ष —————————-शुक्ल
नक्षत्र ——-शतभिषा 21:00:07
योग —————वज्र 12:00:32
करण ———–तैतुल 14:52:03
करण ————–गर 27:28:05
वार ————————–रविवार
माह ———————– मार्गशीर्ष
चन्द्र राशि ——————-कुम्भ
सूर्य राशि ———————धनु
रितु —————————-हेमंत
आयन ——————दक्षिणायण
संवत्सर ———————–शार्वरी
संवत्सर (उत्तर) ————-प्रमादी
विक्रम संवत —————-2077
विक्रम संवत (कर्तक)——2077
शाका संवत —————-1942

वृन्दावन
सूर्योदय —————–07:06:23
सूर्यास्त —————–17:27:38
दिन काल ————–10:21:14
रात्री काल ————-13:39:16
चंद्रोदय —————-11:40:58
चंद्रास्त —————–23:11:38

लग्न —-धनु 4°29′ , 244°29′

सूर्य नक्षत्र ———————मूल
चन्द्र नक्षत्र —————-शतभिषा
नक्षत्र पाया ——————–ताम्र

*??? पद, चरण ???*

सा —-शतभिषा 08:14:09

सी —-शतभिषा 14:35:48

सू —-शतभिषा 21:00:07

से —-पूर्वभाद्रपदा 27:27:00

*??? ग्रह गोचर ???*

ग्रह =राशी , अंश ,नक्षत्र, पद
========================
सूर्य= धनु 04°22 ‘ मूल , 2 यो
चन्द्र = कुम्भ 29°23 ‘शतभिषा ‘ 2 सा
बुध = धनु 04°07 ‘ मूल ‘ 2 यो
शुक्र= वृश्चिक 11 ° 55, अनुराधा ‘ 3 नू
मंगल=मीन 28°30 ‘ रेवती ‘ 4 ची
गुरु=मकर 05°22 ‘उ oषा o , 3 जा
शनि=मकर 05°43 ‘ उ oषा o ‘ 3 जा
राहू=(व)वृषभ 25°20 ‘मृगशिरा , 1 वे
केतु=(व)वृश्चिक 25°20 ज्येष्ठा , 3 यी

*???शुभा$शुभ मुहूर्त???*

राहू काल 16:10 – 17:28 अशुभ
यम घंटा 12:17 – 13:35 अशुभ
गुली काल 14:52 – 16:10 अशुभ
अभिजित 11:56 -12:38 शुभ
दूर मुहूर्त 16:05 – 16:46 अशुभ

?पंचक अहोरात्र अशुभ

?चोघडिया, दिन
उद्वेग 07:06 – 08:24 अशुभ
चर 08:24 – 09:42 शुभ
लाभ 09:42 – 10:59 शुभ
अमृत 10:59 – 12:17 शुभ
काल 12:17 – 13:35 अशुभ
शुभ 13:35 – 14:52 शुभ
रोग 14:52 – 16:10 अशुभ
उद्वेग 16:10 – 17:28 अशुभ

?चोघडिया, रात
शुभ 17:28 – 19:10 शुभ
अमृत 19:10 – 20:52 शुभ
चर 20:52 – 22:35 शुभ
रोग 22:35 – 24:17* अशुभ
काल 24:17* – 25:59* अशुभ
लाभ 25:59* – 27:42* शुभ
उद्वेग 27:42* – 29:24* अशुभ
शुभ 29:24* – 31:07* शुभ

?होरा, दिन
सूर्य 07:06 – 07:58
शुक्र 07:58 – 08:50
बुध 08:50 – 09:42
चन्द्र 09:42 – 10:33
शनि 10:33 – 11:25
बृहस्पति 11:25 – 12:17
मंगल 12:17 – 13:09
सूर्य 13:09 – 14:01
शुक्र 14:01 – 14:52
बुध 14:52 – 15:44
चन्द्र 15:44 – 16:36
शनि 16:36 – 17:28

?होरा, रात
बृहस्पति 17:28 – 18:36
मंगल 18:36 – 19:44
सूर्य 19:44 – 20:52
शुक्र 20:52 – 22:01
बुध 22:01 – 23:09
चन्द्र 23:09 – 24:17
शनि 24:17* – 25:26
बृहस्पति 25:26* – 26:34
मंगल 26:34* – 27:42
सूर्य 27:42* – 28:50
शुक्र 28:50* – 29:59
बुध 29:59* – 31:07

*नोट*— दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है।
प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ में व्यापार करें ।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।

*?दिशा शूल ज्ञान———————पश्चिम*
परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो घी अथवा चौरौजी खाके यात्रा कर सकते है l
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
*शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l*
*भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll*

*? अग्नि वास ज्ञान -:*
*यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,*
*चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।*
*दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,*
*नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।।* *महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्*
*नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।*

6 + 1 + 1 = 8 ÷ 4 = 0 शेष
मृत्यु लोक पर अग्नि वास हवन के लिए शुभ कारक है l

*? शिव वास एवं फल -:*

6 + 6 + 5 = 17 ÷ 7 = 3 शेष

वृषभारूढ़ = शुभ कारक

*?भद्रा वास एवं फल –:*

*स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।*
*मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।*

*?? विशेष जानकारी ??*

* स्कन्ध षष्ठी

* श्री राम कलेवा

*??? शुभ विचार ???*

नास्ति कामसमो व्याधिर्नास्ति मोहसमो रिपुः ।
नास्ति कोपसमो वहि नर्नास्ति ज्ञानात्परं सुखम् ।।
।।चा o नी o।।

जिसने अपने स्वरुप को जान लिया उसके लिए स्वर्ग तो तिनके के समान है. एक पराक्रमी योद्धा अपने जीवन को तुच्छ मानता है. जिसने अपनी कामना को जीत लिया उसके लिए स्त्री भोग का विषय नहीं. उसके लिए सम्पूर्ण ब्रह्माण्ड तुच्छ है जिसके मन में कोई आसक्ति नहीं.

*??? सुभाषितानि ???*

गीता -: आत्मसंयमयोग अo-06

तपस्विभ्योऽधिको योगी ज्ञानिभ्योऽपि मतोऽधिकः ।,
कर्मिभ्यश्चाधिको योगी तस्माद्योगी भवार्जुन ॥,

योगी तपस्वियों से श्रेष्ठ है, शास्त्रज्ञानियों से भी श्रेष्ठ माना गया है और सकाम कर्म करने वालों से भी योगी श्रेष्ठ है।, इससे हे अर्जुन! तू योगी हो॥,46॥,

*?? दैनिक राशिफल ??*

देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।

?मेष
मित्रों तथा संबंधियों की सहायता करने का अवसर प्राप्त होगा। घर-बाहर पूछ-परख रहेगी। अपेक्षित कार्य समय पर पूरे होंगे। विवाद से बचें। नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा। कोई बड़ा काम करने का मन बनेगा। मेहनत का फल मिलेगा। व्यापार-व्यवसाय लाभदायक रहेगा। प्रमाद न करें।

?वृष
कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। भावना में बहकर कोई निर्णय न लें। किसी नजदीकी व्यक्ति से संबंध बिगड़ सकते हैं। पुराना रोग उभर सकता है। व्यापार-व्यवसाय ठीक चलेगा। आय होगी। धैर्य रखें। नौकरी में तनाव रहेगा। अपेक्षित कार्य समय पर पूरे नहीं हो पाएंगे।

?मिथुन
स्थायी संपत्ति में वृद्धि के योग हैं। कोई बड़ा सौदा बड़ा लाभ दे सकता है। प्रमाद न कर भरपूर प्रयास करें। रोजगार प्राप्ति के प्रयास सफल रहेंगे। आय के नए स्रोत प्राप्त हो सकते हैं। धनलाभ सहज होगा। लेन-देन में जल्दबाजी न करें। चिंता बनी रहेगी।

?कर्क
कानूनी बाधा दूर होकर लाभ की स्थिति बनेगी। कारोबार में वृद्धि होगी। नए काम मिल सकते हैं। नौकरी में अधीनस्थ कर्मचारी सहयोग करेंगे। घर-बाहर प्रसन्नता तथा उत्साह बने रहेंगे। प्रेम-प्रसंग में उपहार आदि देना पड़ सकते हैं। जल्दबाजी न करें।

?सिंह
राजकीय सहयोग से कार्य पूर्ण होंगे। व्यापार-व्यवसाय से लाभ होगा। नौकरी में चैन रहेगा। सहकर्मी साथ देंगे। किसी धार्मिक यात्रा का आयोजन हो सकता है। अध्यात्म में रुचि रहेगी। प्रसन्नता तथा उत्साह में वृद्धि होगी। आलस्य न करें।

?‍♀️कन्या
नई योजना बनेगी। तत्काल लाभ नहीं मिलेगा। कार्यस्थल पर सुधार या परिवर्तन संभव है। लंबित कार्य पूर्ण होने के योग हैं। सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। कारोबार में अनुकूलता रहेगी। निवेश शुभ फल देगा। शत्रुओं से सावधान रहें।

⚖️तुला
पार्टी व पिकनिक का आनंद मिलेगा। मित्रों तथा परिवार के सदस्यों के साथ समय सुखमय व्यतीत होगा। शोध इत्यादि कार्यों में सफलता प्राप्त होगी। संगीत इत्यादि रचनात्मक कार्यों में रुचि बढ़ेगी। जोखिम न उठाएं। वाणी में संयम आवश्यक है।

?वृश्चिक
काम में मन नहीं लगेगा। क्रोध व उत्तेजना पर नियंत्रण रखें। कीमती वस्तुएं गुम हो सकती हैं। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। विवेक से कार्य करें। लाभ होगा। चोट व दुर्घटना से शारीरिक हानि संभव है। स्वास्थ्‍य का पाया कमजोर रहेगा।

?धनु
यात्रा लाभदायक रहेगी। व्यापार-व्यवसाय अच्‍छा चलेगा। नौकरी में उच्चाधिकारी की प्रसन्नता प्राप्त होगी। डूबी हुई रकम प्राप्त हो सकती है। आय में वृद्धि होगी। समय की अनुकूलता का लाभ लें। घर-परिवार की चिंता रहेगी। स्वास्थ्य कमजोर रहेगा।

?मकर
यात्रा लाभदायक रहेगी। बेरोजगारी दूर करने के प्रयास सफल रहेंगे। कोई बड़ा कार्य होने से प्रसन्नता में वृद्धि होगी। भाग्य का साथ रहेगा। भेंट व उपहार की प्राप्ति संभव है। शेयर मार्केट व म्युचुअल फंड इत्यादि से मनोनुकूल लाभ होगा। पुराना रोग उभर सकता है।

?कुंभ
नजदीकी वातावरण सुखद रहेगा। भूले-बिसरे साथियों से मुलाकात होगी। उत्साहवर्धक सूचना प्राप्त होगी। आत्मसम्मान बना रहेगा। दूसरे अधिक अपेक्षा करेंगे। दुष्टजनों से सावधान रहें। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। निवेश में सोच-समझकर हाथ डालें।

?मीन
पुराना रोग परेशानी तथा बाधा का कारण बन सकता है। लापरवाही न करें। फालतू खर्च होगा। आर्थिक परेशानी रहेगी। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। नौकरी में समस्याएं रहेंगी। यात्रा यथासंभव टालें। जोखिम नहीं लें। व्यापार-व्यवसाय लाभदायक रहेगा। आय बनी रहेगी।

?आपका दिन मंगलमय हो?
?????????
*आचार्य नीरज पाराशर (वृन्दावन)*
(व्याकरण,ज्योतिष,एवं पुराणाचार्य)
09897565893,09412618599

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