पढ़िए आज का राशिफल और पंचांग, 21 दिसंबर 2020

??????????
*********|| जय श्री राधे ||*********
?? *महर्षि पाराशर पंचांग* ??
??? *अथ पंचांगम्* ???
*********ll जय श्री राधे ll*********
??????????

*दिनाँक -: 21/12/2020,सोमवार*
सप्तमी, शुक्ल पक्ष
मार्गशीर्ष
“””””””””””””””””””””””””””””””””””””(समाप्ति काल)

तिथि ———सप्तमी 16:14:27 तक
पक्ष —————————-शुक्ल
नक्षत्र ———पू०भा०23:01:56
योग ————-सिद्वि 11:49:59
करण ———वणिज 16:14:27
करण ——विष्टि भद्र 29:10:05
वार ————————-सोमवार
माह ———————— मार्गशीर्ष
चन्द्र राशि ——कुम्भ 16:28:02
चन्द्र राशि ———————मीन
सूर्य राशि ———————-धनु
रितु —————————-हेमंत
आयन ——————दक्षिणायण
संवत्सर ———————–शार्वरी
संवत्सर (उत्तर)————- प्रमादी
विक्रम संवत —————-2077
विक्रम संवत (कर्तक) —-2077
शाका संवत —————-1942

वृन्दावन
सूर्योदय —————-07:06:54
सूर्यास्त —————–17:28:07
दिन काल ————–10:21:13
रात्री काल ————-13:39:16
चंद्रोदय —————-12:13:51
चंद्रास्त —————–24:05:22

लग्न —-धनु 5°30′ , 245°30′

सूर्य नक्षत्र ———————मूल
चन्द्र नक्षत्र ———–पूर्वाभाद्रपदा
नक्षत्र पाया ———————ताम्र

*??? पद, चरण ???*

सो —-पूर्वाभाद्रपदा 09:56:21

दा —-पूर्वाभाद्रपदा 16:28:02

दी —-पूर्वाभाद्रपदा 23:01:56

दू —-उत्तराभाद्रपदा 29:37:52

*??? ग्रह गोचर ???*

ग्रह =राशी , अंश ,नक्षत्र, पद
========================
सूर्य= धनु 05°22 ‘ मूल , 2 यो
चन्द्र = कुम्भ 25°23 ‘ पू०भा० ‘ 2 सो
बुध = धनु 06°07 ‘ मूल ‘ 2 यो
शुक्र= वृश्चिक 12 ° 55, अनुराधा ‘ 3 नू
मंगल=मीन 28°30 ‘ रेवती ‘ 4 ची
गुरु=मकर 06°22 ‘उ oषा o , 3 जा
शनि=मकर 05°43 ‘ उ oषा o ‘ 3 जा
राहू=(व)वृषभ 25°20 ‘मृगशिरा , 1 वे
केतु=(व)वृश्चिक 25°20 ज्येष्ठा , 3 यी

*???शुभा$शुभ मुहूर्त???*

राहू काल 08:25 – 09:42 अशुभ
यम घंटा 10:59 – 12:18 अशुभ
गुली काल 13:35 – 14:53 अशुभ
अभिजित 11:57 -12:38 शुभ
दूर मुहूर्त 12:38 – 13:20 अशुभ
दूर मुहूर्त 14:42 – 15:24 अशुभ

?पंचक अहोरात्र अशुभ

?चोघडिया, दिन
अमृत 07:07 – 08:25 शुभ
काल 08:25 – 09:42 अशुभ
शुभ 09:42 – 10:59 शुभ
रोग 10:59 – 12:18 अशुभ
उद्वेग 12:18 – 13:35 अशुभ
चर 13:35 – 14:53 शुभ
लाभ 14:53 – 16:10 शुभ
अमृत 16:10 – 17:28 शुभ

?चोघडिया, रात
चर 17:28 – 19:11 शुभ
रोग 19:11 – 20:53 अशुभ
काल 20:53 – 22:35 अशुभ
लाभ 22:35 – 24:18* शुभ
उद्वेग 24:18* – 26:00* अशुभ
शुभ 26:00* – 27:43* शुभ
अमृत 27:43* – 29:25* शुभ
चर 29:25* – 31:07* शुभ

?होरा, दिन
चन्द्र 07:07 – 07:59
शनि 07:59 – 08:50
बृहस्पति 08:50 – 09:42
मंगल 09:42 – 10:34
सूर्य 10:34 – 11:26
शुक्र 11:26 – 12:18
बुध 12:18 – 13:09
चन्द्र 13:09 – 14:01
शनि 14:01 – 14:53
बृहस्पति 14:53 – 15:45
मंगल 15:45 – 16:36
सूर्य 16:36 – 17:28

?होरा, रात
शुक्र 17:28 – 18:36
बुध 18:36 – 19:45
चन्द्र 19:45 – 20:53
शनि 20:53 – 22:01
बृहस्पति 22:01 – 23:09
मंगल 23:09 – 24:18
सूर्य 24:18* – 25:26
शुक्र 25:26* – 26:34
बुध 26:34* – 27:43
चन्द्र 27:43* – 28:51
शनि 28:51* – 29:59
बृहस्पति 29:59* – 31:07

*नोट*– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है।
प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ में व्यापार करें ।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।

*?दिशा शूल ज्ञान———————पूर्व*
परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो घी अथवा काजू खाके यात्रा कर सकते है l
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
*शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l*
*भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll*

*? अग्नि वास ज्ञान -:*
*यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,*
*चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।*
*दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,*
*नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।।* *महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्*
*नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।*

7 + 2 + 1 = 10 ÷ 4 = 2 शेष
आकाश लोक पर अग्नि वास हवन के लिए अशुभ कारक है l

*? शिव वास एवं फल -:*

7 + 7 + 5 = 19 ÷ 7 = 5 शेष

ज्ञानवेलायां = कष्ट कारक

*?भद्रा वास एवं फल -:*

*स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।*
*मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।*

सांय 16:15 से रात्रि 29:14 तक

मृत्यु लोक = सर्वकार्य विनाशिनी

*?? विशेष जानकारी ??*

* मित्र सप्तमी

*भक्त नरसी मेहता जयन्ती

*??? शुभ विचार ???*

जन्ममृत्युं हि यात्येको भुनक्त्येकं शुभाशुभम् ।
नरकेषु पतत्येक एको याति परां गतिम् ।।
।।चा o नी o।।

जब आप सफ़र पर जाते हो तो विद्यार्जन ही आपका मित्र है. घर में पत्नी मित्र है. बीमार होने पर दवा मित्र है. अर्जित पुण्य मृत्यु के बाद एकमात्र मित्र है.

*??? सुभाषितानि ???*

गीता -: आत्मसंयमयोग अo-06

योगिनामपि सर्वेषां मद्गतेनान्तरात्मना ।,
श्रद्धावान्भजते यो मां स मे युक्ततमो मतः ॥,

सम्पूर्ण योगियों में भी जो श्रद्धावान योगी मुझमें लगे हुए अन्तरात्मा से मुझको निरन्तर भजता है, वह योगी मुझे परम श्रेष्ठ मान्य है॥,47॥,

*?? दैनिक राशिफल ??*

देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।

?मेष
बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। कारोबार में वृद्धि होगी। नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। भाग्य का साथ मिलेगा। जीवनसाथी के स्वास्थ्य की चिंता रहेगी। थकान व कमजोरी रह सकती है।

?वृष
कोई बड़ी धनहानि की आशंका है। लापरवाही न करें। भावना को वश में रखें। मन की बात किसी को न बतलाएं। नौकरी में अपेक्षाएं बढ़ेंगी। धैर्यशीलता की कमी रहेगी। क्रोध व उत्तेजना पर नियंत्रण रखें। व्यवसाय ठीक चलेगा। आय में निश्चितता रहेगी। भागदौड़ होगी।

?मिथुन
शत्रु सक्रिय रहेंगे। चुगलखोरों से सावधान रहें। वाणी में हल्के शब्दों के प्रयोग से बचें। नई आर्थिक योजना बनेगी। कार्यप्रणाली में सुधार होगा। काफी समय से रुके काम पूर्ण हो सकते हैं। मान-सम्मान मिलेगा। व्यापार-व्यवसाय मनोनुकूल लाभ देगा। प्रमाद न करें।

?कर्क
पुराना रोग उभर सकता है। वाहन, मशीनरी व अग्नि आदि के प्रयोग में लापरवाही न करें। शारीरिक हानि हो सकती है। किसी भी तरह के विवाद में भाग न लें। स्वाभिमान को चोट पहुंच सकती है। लेन-देन में सावधानी रखें। कुसंगति से बचें। महत्वपूर्ण निर्णय टालें।

?सिंह
कुंआरों को वैवाहिक प्रस्ताव मिल सकता है। दांपत्य जीवन में आनंद रहेगा। कोर्ट व कचहरी तथा सरकारी कार्यालयों में रुके कार्य मनोनुकूल रहेंगे। आय के नए स्रोत प्राप्त हो सकते हैं। भाग्य का साथ मिलेगा। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। प्रमाद न करें।

?‍♀️कन्या
किसी मनोरंजक यात्रा का आयोजन हो सकता है। विद्यार्थी वर्ग अपने शिक्षण-अध्ययन संबंधी कार्य में सफलता प्राप्त करेगा। स्वादिष्ट भोजन का आनंद प्राप्त होगा। जल्दबाजी में कोई कार्य न करें तथा विवाद की स्थिति न आने दें। कोई अरुचिकर घटना संभव है।

⚖️तुला
आवश्यक वस्तु गुम हो सकती है। समय पर नहीं मिलेगी। तनाव रहेगा। घर के वृ‍द्धजनों के स्वास्थ्य की चिंता रहेगी। कोई बड़ी समस्या खड़ी हो सकती है। भय रहेगा। भूमि व भवन संबंधी बाधा दूर होकर उन्नति के मार्ग प्रशस्त होंगे। लाभ होगा।

?वृश्चिक
घर-परिवार की चिंता रहेगी। लेन-देन में जल्दबाजी न करें। शारीरिक कष्ट संभव है। पूजा-पाठ में मन लगेगा। तीर्थयात्रा की योजना बनेगी। कोर्ट-कचहरी व सरकारी कार्यालय के काम मनोनुकूल रहेंगे। आय में वृद्धि होगी। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। जल्दबाजी से बचें।

?धनु
किसी अपने ही व्यक्ति से कहासुनी हो सकती है। आय में कमी होगी। अप्रत्याशित खर्च सामने आ सकते हैं। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा। चिंता तथा तनाव रहेंगे। आशा व निराशा के भाव रहेंगे। खर्च से हाथ तंग रहेगा। व्यापार-व्यवसाय ठीक चलेंगे। जोखिम बिलकुल न उठाएं।

?मकर
भाग्योन्नति के प्रयास सफल रहेंगे। व्यावसायिक यात्रा मनोनुकूल रहेगी। अप्रत्याशित लाभ के योग बनते हैं। रोजगार प्राप्ति के प्रयास सफल रहेंगे। किसी बड़ी समस्या का हल मिल सकता है। व्यस्तता के चलते स्वास्थ्य खराब हो सकता है। धनार्जन होगा।

?कुंभ
घर में अतिथियों का आगमन होगा। किसी मांगलिक कार्य में भाग लेने का अवसर प्राप्त हो सकता है। दूर से शुभ समाचार की प्राप्ति होगी। आत्मविश्वास बढ़ेगा। क्रोध व उत्तेजना पर नियंत्रण रखें। ईर्ष्यालु व्यक्तियों से सावधान रहें। धन प्राप्ति सु्गम होगी।

?मीन
प्रयास सफल रहेंगे। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। नौकरी में नई जिम्मेदारी मिल सकती है। सामाजिक काम करने की इच्छा प्रबल होगी। मान-सम्मान मिलेगा। वाणी में संयम रखें। दूसरों के कार्य में हस्तक्षेप न करें। आय के नए स्रोत प्राप्त हो सकते हैं। कारोबार में वृद्धि होगी।

?आपका दिन मंगलमय हो?
?????????
*आचार्य नीरज पाराशर (वृन्दावन)*
(व्याकरण,ज्योतिष,एवं पुराणाचार्य)
09897565893,09412618599

Comments are closed.

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More