मरीज से अनधिकृत चार्ज वसूलने के मामले में सिम्स हास्पिटल को पांच लाख रुपये का जुर्माना

अहमदाबाद गुजरात। कोरोना संक्रमित मरीज के इलाज के नाम पर अनधिकृत रुप से 17.76 लाख रुपये का बिल बनाने वाले सिम्स अस्पताल पर अहमदाबाद महानगर पालिका (एएमसी) ने पांच लाख रुपये जुर्माना लगाया है। निर्धारित दर से अधिक चार्ज वसूलने को लेकर मरीज के रिश्तेदार ने शिकायत दर्ज कराई थी। मामले की जाँच डेप्युटी कमिश्नर कर रहे थे। अस्पताल प्रशासन को चेतावनी दी गई है कि भविष्य में ऐसी घटनाओं का पुनरावर्तन होने पर हास्पिटल का सी फार्म निरस्त करने के साथ एपेडिमिक एक्ट और आईपीसी के तहत मामला दर्ज किया जाएगा।

प्राप्त जानकारी के अनुसार अहमदाबाद के अतुल शाह ने एएमसी में शिकायत दर्ज कराई थी कि उनके भाई कल्पेश शाह को कोरोना होने पर जुलाई 2020 में सिम्स हास्पिटल में निजी कोटा में भर्ती किया गया था। जंहा उनसे इलाज का कुल खर्च 17.76 लाख रुपये वसूल किया गया। शिकायत के आधार पर मामले की तफ़तीश करने के लिए डेपियुटी कमिश्नर मनीष कुमार वंसल को सौपा गया था।

जांच पूर्ण होने पर वंसल ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि कोरोना संक्रमित मरीज कल्पेश शाह को दो जुलाई 2020 को सिम्स अस्पताल में इंडोर पेशेन्ट के रुप में भर्ती किया गया। जहाँ 32 दिनों के उपचार का लगभग 17.76 बिल बनाया गया था जिसे मरीज द्वारा जमा कर दिया गया था। लेकिन फाइनल बिल में जो चार्ज दर्शाया गया था वह उच्च न्यायालय के दिशा निर्देश और महानगर पालिका के निर्धारित दर से बहुत अधिक था।

उन्होंने अपनी रिपोर्ट में कहा कि कल्पेश शाह को 32 दिन के उपचार में 19 दिन वेन्टिलेटर पर रखा गया था। जिसमें बेसिक उपाचार चार्ज के अलावा एड ओन चार्ज के नाम पर 5200 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से वसूला गया। यह महानगर पालिका के निर्धारित दर के अनुरुप नहीं है। अस्पताल प्रशासन द्वार बेसिक इन्वेस्टिगेशन चार्ज अलग से लेने के बावजूद डॉक्टर विजिट, रुटिन मेडिसिन के नाम पर अनधिकृत चार्ज लिया गया है। शिकायत की जाँच के आधार पर एएमसी ने सिम्स हास्पिटल को कारण बताओ नोटिस जारी किया था लेकिन अस्पताल प्रशासन के जबाब से असंतुष्ट महानगर पालिका ने पांच लाख रुपये का जुर्माना लगाया है।

उल्लेखनीय है, महानगर पालिका के इस कड़े रुख से निर्धारित दर से अधिक चार्ज वसूलने वाले अस्पतालों में दहशत का माहौल है। कोरोना संक्रमण से प्रभावित मरीज के परिवार वाले भयभीत होते हैं जिनकी मजबूरी का फायदा उठा कर ऐसे तथाकथित हास्पिटल मानवता को ताख पर रख कर धन उगाही करते। बेसिक इन्वेस्टिगेशन, डॉक्टर विजिट, टूडी इको,आईएल6 और पीटीसी के नाम पर चार्ज वसूलते जो एएमसी द्वारा नियत दर से बहुत ज्यादा होता है।

ओमप्रकाश यादव

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