पीड़ितों का, दर्द पुलिस के लचर रवैए से दिन दहाड़े चोरी एक के 40 हजार पार, तो दूसरे के 23 हजार गायब

कटनी. दिनदहाड़े बैंकों के आसपास चोरी करने के उद्देश्य चोर गिरोह सक्रिय है जिससे कभी भी चोरी के अंजाम देकर लोगों की गाढ़ी कमाई पर सेंध लगा रहे हैं पेंशन व जीवन भर की गाड़ी कमाई से एक-एक पैसा जुटाकर बैंक में जमा करने के बाद उसे लेने के लिए आने वाले वृद्धजन ऐसे गिरोह का शिकार हो रहे हैं जो सीधे आंख में धूल झोंककर हजारों रूपये लूट ले रहे हैं। कोतवाली थानान्तर्गत 15 दिन के अंतराल में ऐसे दो मामले सामने आए।

बैंकों के आसपास ऐसे गिरोह पूर्व में भी सक्रिय रहे हैं। वृद्धजनों का कहना है कि उनको आर्थिक क्षति पहुंचाने के मामले शिकायत के बाद पुलिस का बेपरवाह रवैया ज्यादा परेशान करता है।

कोतवाली थाना प्रभारी वीके विश्वकर्मा बताते हैं कि माया बर्मन की शिकायत पर जांच करवाई है। सीसीटीवी फुटेज में अस्पताल के आसपास रूपये गायब होने जैसी इनपुट नहीं मिल रहे हैं। महेश प्रसाद की शिकायत मिली है। जांच करवा रहे हैं। वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।

बैंक से निकलते ही गायब 40 हजार रूपये

Victims, pain due to the lazy attitude of the police, the theft in the day crossed 40 thousand, and the other 23,000 missing
पीड़िता माया बाई

शहर के बरगवां निवासी 65 वर्षीय माया बाई ने बताया कि 18 दिसंबर को स्टेट बैंक से 40 हजार रूपये निकाला। रूपये निकालने के बाद समीप में ही अस्पताल के सामने दुकान में बेटे के लिए गर्म कपड़े खरीदने गई। वहां जाकर देखा तो पर्स से चालीस हजार रूपये गायब। पीडि़ता ने बताया कि 18 दिसंबर को ही कोतवाली थाने में शिकायत दर्ज करवाई। 21 दिसंबर को एसपी से फरियाद के बाद राहत नहीं मिली।

गायब हो गए 23 हजार रूपये

Victims, pain due to the lazy attitude of the police, the theft in the day crossed 40 thousand, and the other 23,000 missing
पीड़ित महेश प्रशाद

देवरा निवासी महेश प्रसाद ने बताया कि जिला सहकारी बैंक में 28 दिसंबर को 50 हजार रूपये निकालने के बाद बैंक के अंदर ही रूपये गिन रहे थे। गड्डी को दो भागों में अलग कर पहले 46 नोट पहले गिना। फिर शेष नोट गिना और लौटते में पहली गड्डी लाना भूल गया। बाद में 23 हजार की जानकारी लेने गया तो किसी ने नहीं बताया। पीडि़त ने कोतवाली थाने में शिकायत दर्ज कर राहत की मांग की है |

मनमोहन नायक की रिपोर्ट 

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