पढ़िए आज का राशिफल और पंचांग, 7 जनवरी 2021

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*********|| जय श्री राधे ||*********
?? *महर्षि पाराशर पंचांग* ??
??? *अथ पंचांगम्* ???
*********ll जय श्री राधे ll*********
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*दिनाँक -: 07/01/2021,गुरुवार*
नवमी, कृष्ण पक्ष
पौष
“””””””””””””””””””””””””””””””””””””(समाप्ति काल)

तिथि ———-नवमी 23:57:14 तक
पक्ष —————————-कृष्ण
नक्षत्र ———–चित्रा 15:44:48
योग ———–सुकर्मा 21:13:48
करण ———–तैतुल 13:02:54
करण ————–गर 23:57:14
वार ————————-गुरूवार
माह ——————————पौष
चन्द्र राशि ——————– तुला
सूर्य राशि ———————–धनु
रितु —————————-हेमंत
सायन ————————शिशिर
आयन ——————–उत्तरायण
सायन ——————-दक्षिणायण
संवत्सर ——————— शार्वरी
संवत्सर (उत्तर) ————-प्रमादी
विक्रम संवत —————-2077
विक्रम संवत (कर्तक)——2077
शाका संवत —————-1942

वृन्दावन
सूर्योदय —————07:12:17
सूर्यास्त —————–17:38:59
दिन काल ————-10:26:42
रात्री काल ————-13:33:23
चंद्रास्त —————-12:49:19
चंद्रोदय —————–25:53:30

लग्न —-धनु 22°49′ , 262°49′

सूर्य नक्षत्र —————पूर्वाषाढा
चन्द्र नक्षत्र ——————–चित्रा
नक्षत्र पाया ——————–रजत

*??? पद, चरण ???*

रा —-चित्रा 10:06:43

री —-चित्रा 15:44:48

रू —-स्वाति 21:22:16

रे —-स्वाति 26:59:09

*??? ग्रह गोचर ???*

ग्रह =राशी , अंश ,नक्षत्र, पद
========================
सूर्य= धनु 22°22 ‘ पू o षा o , 3 फा
चन्द्र = तुला 01°23 ‘ चित्रा ‘ 3 रा
बुध = मकर 03°07’ उoषाo ‘ 3 जा
शुक्र= धनु 03 ° 55, मूल ‘ 2 यो
मंगल=मेष 05°30 ‘ अश्विनी ‘ 2 चे
गुरु=मकर 09°22 ‘उ oषा o , 4 जी
शनि=मकर 06°43 ‘ उ oषा o ‘ 4 जी
राहू=(व)वृषभ 24°20 ‘मृगशिरा , 1 वे
केतु=(व)वृश्चिक 24°20 ज्येष्ठा , 3 यी

*???शुभा$शुभ मुहूर्त???*

राहू काल 13:44 – 15:02 अशुभ
यम घंटा 07:12 – 08:31 अशुभ
गुली काल 09:49 – 11:07 अशुभ
अभिजित 12:05 -12:47 शुभ
दूर मुहूर्त 10:41 – 11:23 अशुभ
दूर मुहूर्त 14:52 – 15:34 अशुभ

?चोघडिया, दिन
शुभ 07:12 – 08:31 शुभ
रोग 08:31 – 09:49 अशुभ
उद्वेग 09:49 – 11:07 अशुभ
चर 11:07 – 12:26 शुभ
लाभ 12:26 – 13:44 शुभ
अमृत 13:44 – 15:02 शुभ
काल 15:02 – 16:21 अशुभ
शुभ 16:21 – 17:39 शुभ

?चोघडिया, रात
अमृत 17:39 – 19:21 शुभ
चर 19:21 – 21:02 शुभ
रोग 21:02 – 22:44 अशुभ
काल 22:44 – 24:26* अशुभ
लाभ 24:26* – 26:07* शुभ
उद्वेग 26:07* – 27:49* अशुभ
शुभ 27:49* – 29:31* शुभ
अमृत 29:31* – 31:12* शुभ

?होरा, दिन
बृहस्पति 07:12 – 08:05
मंगल 08:05 – 08:57
सूर्य 08:57 – 09:49
शुक्र 09:49 – 10:41
बुध 10:41 – 11:33
चन्द्र 11:33 – 12:26
शनि 12:26 – 13:18
बृहस्पति 13:18 – 14:10
मंगल 14:10 – 15:02
सूर्य 15:02 – 15:55
शुक्र 15:55 – 16:47
बुध 16:47 – 17:39

?होरा, रात
चन्द्र 17:39 – 18:47
शनि 18:47 – 19:55
बृहस्पति 19:55 – 21:02
मंगल 21:02 – 22:10
सूर्य 22:10 – 23:18
शुक्र 23:18 – 24:26
बुध 24:26* – 25:33
चन्द्र 25:33* – 26:41
शनि 26:41* – 27:49
बृहस्पति 27:49* – 28:57
मंगल 28:57* – 30:05
सूर्य 30:05* – 31:12

*नोट*— दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है।
प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ में व्यापार करें ।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।

*?दिशा शूल ज्ञान———————दक्षिण*
परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो घी अथवा केशर खाके यात्रा कर सकते है l
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
*शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l*
*भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll*

*? अग्नि वास ज्ञान -:*
*यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,*
*चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।*
*दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,*
*नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।।* *महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्*
*नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।*

15 + 9 + 5 + 1 = 30 ÷ 4 = 2 शेष
आकाश लोक पर अग्नि वास हवन के लिए अशुभ कारक है l

*? शिव वास एवं फल -:*

24 + 24 + 5 = 53 ÷ 7 = 4 शेष

सभायां = सन्ताप कारक

*?भद्रा वास एवं फल –:*

*स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।*
*मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।*

*?? विशेष जानकारी ??*

* मेला बेलवन लक्ष्मी जी

*??? शुभ विचार ???*

ऋणकर्ता पिता शत्रुमाता च व्यभिचारिणी ।
भार्या रूपवती शत्रुः पुत्रः शत्रुरपण्डितः ।।
।।चा o नी o।।

अपने ही घर में व्यक्ति के ये शत्रु हो सकते है…
उसका बाप यदि वह हरदम कर्ज में डूबा रहता है.
उसकी माँ यदि वह दुसरे पुरुष से संग करती है.
सुन्दर पत्नी
वह लड़का जिसने शिक्षा प्राप्त नहीं की.

*??? सुभाषितानि ???*

गीता -: कर्मसंन्यासयोग अo-05

विद्याविनयसम्पन्ने ब्राह्मणे गवि हस्तिनि ।,
शुनि चैव श्वपाके च पण्डिताः समदर्शिनः ॥,

वे ज्ञानीजन विद्या और विनययुक्त ब्राह्मण में तथा गौ, हाथी, कुत्ते और चाण्डाल में भी समदर्शी (इसका विस्तार गीता अध्याय 6 श्लोक 32 की टिप्पणी में देखना चाहिए।,) ही होते हैं॥,18॥,

*?? दैनिक राशिफल ??*

देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।

?मेष
व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। बकाया वसूली के प्रयास मनोनुकूल रहेंगे। अपनी देनदारी समय पर चुका पाएंगे। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। भाग्य का साथ मिलेगा। धनार्जन होगा। कोई ऐसा कार्य न करें जिससे कि नीचा देखना पड़े।

?वृष
पूजा-पाठ में मन लगेगा। किसी धार्मिक आयोजन में भाग लेने का अवसर प्राप्त हो सकता है। व्यापार-व्यवसाय लाभदायक रहेगा। कानूनी अड़चन दूर होकर स्थिति अनुकूल होगी। आय में वृद्धि होगी। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। अनहोनी की आशंका रहेगी।

?मिथुन
कार्यप्रणाली में सुधार होगा। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। मित्रों की सहायता करने का अवसर प्राप्त होगा। मान-सम्मान मिलेगा। कारोबारी अनुबंध होंगे। आशंका-कुशंका के चलते निर्णय लेने की क्षमता प्रभावित होगी। योजना में परिवर्तन हो सकता है।

?कर्क
अविवाहितों के लिए वैवाहिक प्रस्ताव आ सकता है। कोर्ट व कचहरी में अनुकूलता रहेगी। कारोबार लाभदायक रहेगा। नौकरी में चैन रहेगा। धन प्राप्ति सुगम होगी। घरेलू कार्य समय पर होंगे। सुख-शांति बनी रहेगी। थकान व कमजोरी रहेगी। प्रतिद्वंद्विता बढ़ेगी।

?सिंह
वाहन व मशीनरी के प्रयोग में सावधानी रखें। विवाद से क्लेश हो सकता है। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। गृहिणियां विशेष सावधानी रखें। रसोई में चोट लग सकती है। अपेक्षित कार्यों में विलंब हो सकता है। व्यापार-व्यवसाय ठीक चलेगा। आय बनी रहेगी।

?‍♀️कन्या
प्रेम-प्रसंग में जोखिम न लें। अप्रत्याशित खर्च सामने आएंगे। पुराना रोग उभर सकता है। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। नौकरी में अधिकारी की अपेक्षाएं बढ़ेगी। तनाव रहेगा। कुसंगति से हानि होगी। दूसरों के कार्य की जवाबदारी न लें। व्यवसाय ठीक चलेगा।

⚖️तुला
स्वास्‍थ्य का ध्यान रखें। शरीर साथ नहीं देगा। कार्य की बाधा दूर होकर स्थिति लाभप्रद रहेगी। कोई बड़ी समस्या से छुटकारा मिल सकता है। अप्रत्याशित लाभ के योग हैं। सट्टे व लॉटरी से दूर रहें। रोजगार प्राप्ति के प्रयास सफल रहेंगे। प्रमाद न करें। उत्साह बढ़ेगा।

?वृश्चिक
दूर से शुभ समाचार प्राप्त होंगे। आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। कारोबार में वृद्धि होगी। नौकरी में सहकर्मियों का साथ मिलेगा। जल्दबाजी न करें। धनागम होगा। थकान महसूस होगी। शारीरिक आराम की आवश्यकता रहेगी।

?धनु
परिवार के छोटे सदस्यों के अध्ययन तथा स्वास्थ्य संबंधी चिंता रहेगी। दुष्टजन हानि पहुंचा सकते हैं। लापरवाही न करें। थोड़े प्रयास से ही कार्यसिद्धि होगी। नौकरी में कार्य की प्रशंसा होगी। निवेश में विवेक का प्रयोग करें। धनार्जन होगा।

?मकर
आय में निश्चितता रहेगी। व्यवसाय-व्यापार लाभदायक रहेगा। पुराने शत्रु सक्रिय रहेंगे। वाणी पर नियंत्रण रखें। किसी व्यक्ति से बेवजह विवाद हो सकता है। दु:खद समाचार प्राप्त हो सकता है, धैर्य रखें। शारीरिक कष्ट के योग हैं। लापरवाही न करें।

?कुंभ
धनलाभ के अवसर हाथ आएंगे। पार्टी व पिकनिक का कार्यक्रम बनेगा। स्वादिष्ट भोजन का आनंद प्राप्त होगा। विद्यार्थी वर्ग सफलता हासिल करेगा। व्यापार-व्यवसाय लाभदायक रहेगा। निवेश शुभ रहेगा। नौकरी में कार्य की प्रशंसा होगी। पारिवारिक चिंता बनी रहेगी।

?मीन
स्वास्थ्य का ध्यान रखें। शत्रुता में वृद्धि हो सकती है। भूमि व भवन के खरीद-फरोख्त की योजना बनेगी। बड़ा लाभ के योग हैं। परीक्षा व साक्षात्कार में सफलता प्राप्त होगी। रोजगार प्राप्ति के प्रयास सफल रहेंगे। व्यापार लाभदायक रहेगा।

?आपका दिन मंगलमय हो?
?????????
*आचार्य नीरज पाराशर (वृन्दावन)*
(व्याकरण,ज्योतिष,एवं पुराणाचार्य)
09897565893,09412618599

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