बस रुकवा कर कार सवार लुटेरों ने कानपुर देहात में सर्राफा व्यापारियों से की लूट

कानपुर देहात –: जनपद कानपुर देहात के मंगलपुर थाना क्षेत्र के झींझक कस्बा के नजदीक जुरिया नहर पुल के पास कार सवार लुटेरों ने बस को ओवरटेक कर रोक लिया. बस में बैठे दो सराफा व्यापारियों को डंडों से जमकर पीटा और उनके झूले में रखी ढाई किलो चांदी और 15 ग्राम सोना लूट लिया. घटना को अंजाम देने के बाद लुटेरे भाग निकले सूचना पर डेरापुर सीओ समेत मंगलपुर थाना प्रभारी मौके पर पहुंचे और घटना की छानबीन में जुट गए |

झींझक के मालवीय नगर निवासी चुक्खन उर्फ रामकुमार व झींझक के कपड़ा गली निवासी अजय वर्मा सिठमरा में सराफा की दुकान है. शुक्रवार देरशाम वह निजी बस से सवार होकर झींझक आ रहे थे. जुरिया पुल के पास पहुंचे थे कि एक कार को लुटेरों ने बस के आगे लगाकर रोक दिया. इससे पहले कि यात्री कुछ समझ पाते डंडा लेकर तीन चार लुटेरे बस में घुस आए. एक लुटेरा चालक अर्जुन सिंह के पास खड़ा हो गया |

लुटेरों ने घुसते ही सीधे दोनों सर्राफ को डंडे से मारना शुरू कर दिया और लूटपाट कर भाग निकले भाग निकले. उनके जाने के बाद भी सभी यात्री सहमे रहे. सीओ डेरापुर आशापाल सिंह व थाना प्रभारी आमोद कुमार सिंह पहुंचे. रामकुमार ने बताया कि उनके झोले में पांच ग्राम सोना व आधा किलो चांदी थी. वहीं अजय के बैग में दो किलो चांदी व 10 ग्राम सोना था. दोनों के पास करीब साढ़े तीन हजार की नकदी भी थी. सीओ ने बताया कि लुटेरे कार से रूरा की तरफ भागे हैं.घटना की छानबीन कर पुलिस टीम लगाई गई है |

सर्राफा व्यापारियों को पहचानते थे लुटेरे

जिस तरह से घटना को अंजाम दिया गया है इससे यह तो साबित होता है की घटना को अंजाम देने से पहले सटीक रेकी की गई है. कार सवार लुटेरे दोनों सर्राफा व्यापारियों को अच्छे से पहचानते थे यही तो कारण है कि लुटेरों ने सिर्फ व्यापारियों के साथ ही मारपीट की और किसी से कुछ नहीं कहा. लुटेरों ने बस में घुसते ही सीधे सराफा व्यापारियों को ही पीटना शुरू कर दिया. इससे पता चलता है कि लुटेरों ने पहले से ही तैयारी कर रखी थी और उन्हें पता था कि वह रोजाना निजी बस से ही आते जाते हैं.

लुटेरों की संख्या पर बना असमंजस

अब लुटेरों की संख्या पर असमंजस बना हुआ है चालक का कहना था कि एक लुटेरा उसके पास आकर खड़ा हो गया जिसके कारण डर से उसने पीछे मुड़कर नहीं देखा. तो वही बस में सवार किसी यात्री ने दो तो किसी ने तीन लुटेरे बताएं. पीड़ितों ने तीन लुटेरे होने की बात कही है इससे पुलिस भी तस्दीक नहीं कर सकी कि कितने लुटेरे थे |

सचिन अग्निहोत्री कानपुर देहात

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