पढ़िए आज का राशिफल और पंचांग, 16 जनवरी 2021

??????????
*********|| जय श्री राधे ||*********
?? *महर्षि पाराशर पंचांग* ??
??? *अथ पंचांगम्* ???
*********ll जय श्री राधे ll*********
??????????

*दिनाँक -: 16/01/2021,शनिवार-*
तृतीया, शुक्ल पक्ष
पौष
“””””””””””””””””””””””””””””””””””””(समाप्ति काल)

तिथि ———तृतीया 07:45:07 तक
पक्ष —————————-शुक्ल
नक्षत्र ——-शतभिषा 30:08:16
योग ——–व्यतापता 19:10:01
करण ————–गर 07:45:07
करण ———वणिज 19:51:06
वार ———————– शनिवार
माह —————————- पौष
चन्द्र राशि ——————-कुम्भ
सूर्य राशि ——————मकर
रितु ————————–शिशिर
आयन ——————–उत्तरायण
संवत्सर ———————–शार्वरी
संवत्सर (उत्तर)————- प्रमादी
विक्रम संवत —————-2077
विक्रम संवत (कर्तक) —-2077
शाका संवत —————-1942

वृन्दावन
सूर्योदय —————-07:12:14
सूर्यास्त —————–17:46:01
दिन काल ————-10:33:47
रात्री काल ————-13:26:04
चंद्रोदय —————-09:35:51
चंद्रास्त —————–20:58:01

लग्न —-मकर 1°59′ , 271°59′

सूर्य नक्षत्र ————-उत्तराषाढा
चन्द्र नक्षत्र —————-शतभिषा
नक्षत्र पाया ———————ताम्र

*??? पद, चरण ???*

गो —-शतभिषा 11:25:03

सा —-शतभिषा 17:36:52

सी —-शतभिषा 23:51:16

सू —-शतभिषा 30:08:16

*??? ग्रह गोचर ???*

ग्रह =राशी , अंश ,नक्षत्र, पद
========================
सूर्य=मकर 01°52 ‘ उ o षा o , 2 भो
चन्द्र = मकर 07°23 ‘शतभिषा ‘ 1 गो
बुध = मकर 18°07’ श्रवण ‘ 3 खे
शुक्र= धनु 15 ° 55, पू oषाo ‘ 1 भू
मंगल=मेष 10°30 ‘ अश्विनी ‘ 4 ला
गुरु=मकर 12°22 ‘ श्रवण , 1 खी
शनि=मकर 09°43 ‘ उ oषा o ‘ 4 जी
राहू=(व)वृषभ 23°52 ‘मृगशिरा , 1 वे
केतु=(व)वृश्चिक 23°52 ज्येष्ठा , 3 यी

*???शुभा$शुभ मुहूर्त???*

राहू काल 09:51 – 11:10 अशुभ
यम घंटा 13:48 – 15:08 अशुभ
गुली काल 07:12 – 08:31 अशुभ
अभिजित 12:08 -12:50 शुभ
दूर मुहूर्त 08:37 – 09:19 अशुभ

?पंचक अहोरात्र अशुभ

?चोघडिया, दिन
काल 07:12 – 08:31 अशुभ
शुभ 08:31 – 09:51 शुभ
रोग 09:51 – 11:10 अशुभ
उद्वेग 11:10 – 12:29 अशुभ
चर 12:29 – 13:48 शुभ
लाभ 13:48 – 15:08 शुभ
अमृत 15:08 – 16:27 शुभ
काल 16:27 – 17:46 अशुभ

?चोघडिया, रात
लाभ 17:46 – 19:27 शुभ
उद्वेग 19:27 – 21:08 अशुभ
शुभ 21:08 – 22:48 शुभ
अमृत 22:48 – 24:29* शुभ
चर 24:29* – 26:10* शुभ
रोग 26:10* – 27:51* अशुभ
काल 27:51* – 29:31* अशुभ
लाभ 29:31* – 31:12* शुभ

?होरा, दिन
शनि 07:12 – 08:05
बृहस्पति 08:05 – 08:58
मंगल 08:58 – 09:51
सूर्य 09:51 – 10:44
शुक्र 10:44 – 11:36
बुध 11:36 – 12:29
चन्द्र 12:29 – 13:22
शनि 13:22 – 14:15
बृहस्पति 14:15 – 15:08
मंगल 15:08 – 16:00
सूर्य 16:00 – 16:53
शुक्र 16:53 – 17:46

?होरा, रात
बुध 17:46 – 18:53
चन्द्र 18:53 – 20:00
शनि 20:00 – 21:08
बृहस्पति 21:08 – 22:15
मंगल 22:15 – 23:22
सूर्य 23:22 – 24:29
शुक्र 24:29* – 25:36
बुध 25:36* – 26:43
चन्द्र 26:43* – 27:51
शनि 27:51* – 28:58
बृहस्पति 28:58* – 30:05
मंगल 30:05* – 31:12

*नोट*– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है।
प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ में व्यापार करें ।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।

*?दिशा शूल ज्ञान———————पूर्व*
परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो लौंग अथवा कालीमिर्च खाके यात्रा कर सकते है l
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
*शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l*
*भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll*

*? अग्नि वास ज्ञान -:*
*यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,*
*चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।*
*दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,*
*नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।।* *महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्*
*नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।*

3 + 7 + 1 = 11 ÷ 4 = 3 शेष
मृत्यु लोक पर अग्नि वास हवन के लिए शुभ कारक है l

*? शिव वास एवं फल -:*

3 + 3 + 5 = 11 ÷ 7 = 4 शेष

सभायां = सन्ताप कारक

*?भद्रा वास एवं फल -:*

*स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।*
*मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।*

रात्रि19:51 से प्रारम्भ

मृत्यु लोक = सर्वकार्य विनाशिनी

*?? विशेष जानकारी ??*

* विनायक चतुर्थी व्रत

* गुरु वृध्दत्व प्रारम्भ

*??? शुभ विचार ???*

अर्थनाशं मनस्तापं गृहिणीचरितानि च ।
नीचवाक्यं चाऽपमानं मतिमान्न प्रकाशयेत् ।।
।।चा o नी o।।

एक बुद्धिमान व्यक्ति को निम्नलिखित बातें किसी को नहीं बतानी चाहिए ..
१. की उसकी दौलत खो चुकी है.
२. उसे क्रोध आ गया है.
३. उसकी पत्नी ने जो गलत व्यवहार किया.
४. लोगो ने उसे जो गालिया दी.
५. वह किस प्रकार बेइज्जत हुआ है.

*??? सुभाषितानि ???*

गीता -: कर्मसंन्यासयोग अo-05

स्पर्शान्कृत्वा बहिर्बाह्यांश्चक्षुश्चैवान्तरे भ्रुवोः ।,
प्राणापानौ समौ कृत्वा नासाभ्यन्तरचारिणौ ॥,
यतेन्द्रियमनोबुद्धिर्मुनिर्मोक्षपरायणः ।,
विगतेच्छाभयक्रोधो यः सदा मुक्त एव सः ॥,

बाहर के विषय-भोगों को न चिन्तन करता हुआ बाहर ही निकालकर और नेत्रों की दृष्टि को भृकुटी के बीच में स्थित करके तथा नासिका में विचरने वाले प्राण और अपानवायु को सम करके, जिसकी इन्द्रियाँ मन और बुद्धि जीती हुई हैं, ऐसा जो मोक्षपरायण मुनि (परमेश्वर के स्वरूप का निरन्तर मनन करने वाला।,) इच्छा, भय और क्रोध से रहित हो गया है, वह सदा मुक्त ही है॥,27-28॥,

*?? दैनिक राशिफल ??*

देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।

?मेष
कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। जीवनसाथी से सामंजस्य बैठाएं। भूमि व भवन की खरीद-फरो्ख्‍त की योजना बनेगी। उन्नति के मार्ग प्रशस्त होंगे। निवेश शुभ रहेगा। लंबी यात्रा का मन बनेगा। प्रसन्नता में वृद्धि होगी। पारिवारिक सहयोग मिलेगा। मित्रों के साथ अच्छा समय बीतेगा। भय रहेगा। चोट व रोग से बचें।

?वृष
प्रभावशाली व्यक्तियों का सहयोग व मार्गदर्शन प्राप्त होगा। आय में वृद्धि होगी। रुके कार्यों में गति आएगी। किसी मांगलिक कार्य में भाग लेने का मौका मिलेगा। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। शारीरिक कष्ट संभव है। शत्रु पस्त होंगे। वैवाहिक प्रस्ताव मिल सकता है।

?मिथुन
वाहन व मशीनरी के प्रयोग में लापरवाही न करें। क्रोध व उत्तेजना से बाधा उत्पन्न होगी। नियंत्रण रखें। अपेक्षित कार्यों में विलंब होगा। चिंता तथा तनाव रहेंगे। दूसरों के काम में दखल न दें। व्यवसाय ठीक चलेगा। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। काम में मन नहीं लगेगा। विवाद से बचें।

?कर्क
पार्टी व पिकनिक का कार्यक्रम बन सकता है। मनपसंद भोजन का आनंद प्राप्त होगा। रचनात्मक कार्य सफल रहेंगे। पठन-पाठन व लेखन आदि में मन लगेगा। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। मस्तिष्क पीड़ा हो सकती है। यात्रा मनोरंजक रहेगी। राजभय है। जल्दबाजी न करें। वाणी में संयम रखें।

?सिंह
देव-दर्शन का कार्यक्रम बनेगा। अध्यात्म में रुचि रहेगी। वरिष्ठजनों का सहयोग प्राप्त होगा। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। व्यवसाय से मनोनुकूल लाभ होगा। प्रभावशालीव व्यक्तियों से परिचय बढ़ेगा। नौकरी में सहकर्मी साथ देंगे। निवेश शुभ रहेगा। परिवार के साथ समय अच्छा गुजरेगा।

?‍♀️कन्या
किसी अपरिचित की बातों में न आएं। अप्रत्याशित खर्च सामने आएंगे। व्यवस्था में अधिक प्रयास करना पड़ेंगे। चिंता तथा तनाव रहेंगे। किसी झगड़े में न पड़ें। व्यवसाय ठीक चलेगा। आय बनी रहेगी। वाणी में हल्के शब्दों के प्रयोग से बचें। कुसंगति से हानि होगी। लेन-देन में जल्दबाजी न करें।

⚖️तुला
भागदौड़ रहेगी। किसी व्यक्ति के व्यवहार से दिल को ठेस पहुंच सकती है। बनते काम बिगड़ सकते हैं, धैर्य रखें। प्रयास अधिक करना पड़ेंगे। आय में निश्चितता रहेगी। बुद्धि का प्रयोग करें। किसी के उकसावे में न आएं। वाणी में हल्के शब्दों के प्रयोग से बचें। दु:खद समाचार मिल सकता है।

?वृश्चिक
घर में अतिथियों का आगमन होगा। व्यय होगा। शुभ समाचार प्राप्त होंगे। प्रसन्नता रहेगी। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। आत्मविश्वास बना रहेगा। नौकरी व व्यवसाय मनोनुकूल लाभ देंगे। कोई अनहोनी होने की आशंका रहेगी। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा।

?धनु
सामाजिक कार्य करने का अवसर प्राप्त होगा। मान-सम्मान मिलेगा। निवेश शुभ रहेगा। यात्रा की योजना बनेगी। नौकरी में कार्य की प्रशंसा होगी। आय में वृद्धि होगी। मातहतों का सहयोग मिलेगा। घर-बाहर प्रसन्नता बनी रहेगी। किसी बड़ी समस्या से सामना हो सकता है। प्रयास सफल रहेंगे।

?मकर
प्रतिद्वंद्विता में वृद्धि होगी। पारिवारिक चिंता बनी रहेगी। बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे। व्यावसायिक लाभ बढ़ेगा। यात्रा मनोरंजक रहेगी। नए कार्य प्रारंभ करने की योजना बनेगी। मित्रों के साथ अच्छा समय बीतेगा। विरोध करने का अवसर दूसरों को न दें। प्रसन्नता बनी रहेगी।

?कुंभ
यात्रा मनोरंजक रहेगी। सभी ओर से सफलता प्राप्त होगी। भाग्योन्नति के प्रयास सफल रहेंगे। नवीन वस्त्राभूषण पर व्यय होगा। व्यस्तता के चलते थकान महसूस होगी। विवेक से कार्य करें। लाभार्जन सहज होगा। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। दूसरों के कार्य में हस्तक्षेप न करें।

?मीन
यात्रा मनोरंजक रहेगी। नई योजना बनेगी। व्यवसाय में वृद्धि के लिए सभी ओर से सहयोग प्राप्त होगा। नौकरी में मातहतों का सहयोग प्राप्त होगा। धन प्र‍ाप्ति सुगम होगी। प्रसन्नता में वृद्धि होगी। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा। चोट व दुर्घटना से बचें। वाणी में हल्के शब्दों के प्रयोग से बचें।

?आपका दिन मंगलमय हो?
?????????
*आचार्य नीरज पाराशर (वृन्दावन)*
(व्याकरण,ज्योतिष,एवं पुराणाचार्य)
09897565893,09412618599

Comments are closed.

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More