डीएम हुजूर: एआरटीओ कार्यालय में बगैर दाम के काम नही होता, जनता परेशान आला अधिकारी कभी संज्ञान नहीं लेते

आर जे न्यूज़-

गाजीपुर। जिले के परिवहन विभाग में हो रहे भ्रष्टाचार को लेकर जनता में आक्रोश नजर आ रहा है। मा. मुख्यमंत्री के सम्भावित आगमन से कुछ घण्टे पहले जब मीडिया ने जिम्मेदार अधिकारी से जानना चाहा तो उन्होंने बताया कि ऐसा कुछ भी नही है, अगर कोई कर्मचारी दोषी पाया जाएगा। तो उसके खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।

लेकिन सूत्रों के हवाले से खबर है कि विभागीय कर्मचायो को नये ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के लिए फाइल के अंदर पैसे रखकर दिए जाते हैं, तो काम बन जाता है। वरना फाइल वापस कर दी जाती है नाम न छापने की शर्त पर एक व्यक्ति ने बताया कि कम पैसे देने पर फाइल की ठेला- ठेली शुरू हो जाती है।

अगर जिम्मेदार अधिकारी थोड़ा सा भी संज्ञान लेते तो आम जनता को राहत मिल सकती है, पर ऐसा प्रतीत होता है कि इसमें जिम्मेदार अधिकारियो की भी संलिप्तता हो सकती है। और दलालों को लेकर मिल रही शिकायतों की जांच के लिए उच्च अधिकारी कभी भी आ सकते है। इसे लेकर विभागीय कर्मचारियों ने भी फाइलों को दुरुस्त करना शुरू कर दिया है। एआरटीओ कार्यालय में चल रहे खेल को लेकर मीडिया में खबरें आ रही थी। और हाल ही मे कई अहम सुराग मिल सकता है।

पिछले दिनों इसे लेकर जिले के जनप्रतिनिधियों ने भी नाराजगी जाहिर किया था। वहीं एआरटीओ कार्यालय में दलालों के बोलबाला को लेकर कई बार शिकायतें हो चुकी हैं। इसके अलावा जिले में होने वाले खनन को लेकर परिवहन विभाग के अफसरों पर सवाल उठ चुके हैं। सूत्र बताते हैं कि खबरो को लेकर परिवहन विभाग के अफसर भी खासे सतर्क हैं। सूत्र बताते हैं कि जिले में ओवरलोड वाहनों की चेकिंग के नाम पर गड़बड़ी होती है। इसे लेकर विजलेंस की टीम कभी भी जांच के लिए आ सकती है।

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