पढ़िए आज का राशिफल और पंचांग 11/02/2021

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***|| जय श्री राधे ||***
?? महर्षि पाराशर पंचांग ??
??? अथ पंचांगम् ???
****ll जय श्री राधे ll****
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दिनाँक -: 11/02/2021,गुरुवार
अमावस्या, कृष्ण पक्ष
मघा
“”””””””””””””””””””””””””””””””””””””(समाप्ति काल)

तिथि —–अमावस्या 24:34:41 तक
पक्ष —————————कृष्ण
नक्षत्र ——— श्रवण 14:03:59
योग ———-वरियान 27:31:04
करण ——–चतुष्पद 12:48:22
करण ————-नाग 24:34:41
वार ————————-गुरूवार
माह —————————–माघ
चन्द्र राशि ——मकर 26:09:37
चन्द्र राशि ——————–कुम्भ
सूर्य राशि ——————- मकर
रितु —————————-हेमंत
आयन ——————- उत्तरायण
संवत्सर ———————–शार्वरी
संवत्सर (उत्तर) ————-प्रमादी
विक्रम संवत —————-2077
विक्रम संवत (कर्तक)——2077
शाका संवत —————-1942

वृन्दावन
सूर्योदय ————— 07:00:42
सूर्यास्त —————–18:06:29
दिन काल ————-11:05:46
रात्री काल ————-12:53:28
चंद्रास्त —————-17:43:45
चंद्रोदय —————–31:19:54

लग्न —-मकर 28°23′ , 298°23′

सूर्य नक्षत्र —————–धनिष्ठा
चन्द्र नक्षत्र ——————-श्रवण
नक्षत्र पाया ——————–ताम्र

??? पद, चरण ???

खे —-श्रवण 08:03:34

खो —-श्रवण 14:03:59

गा —-धनिष्ठा 20:05:59

गी —-धनिष्ठा 26:09:37

??? ग्रह गोचर ???

ग्रह =राशी , अंश ,नक्षत्र, पद
========================
सूर्य=मकर 28°52 ‘ धनिष्ठा, 2 गी
चन्द्र = मकर 19°23 ‘ श्रवण , 3 खे
बुध = मकर 24°37’ श्रवण ‘ 4 खो
शुक्र= मकर 17 ° 55, श्रवण ‘ 2 खू
मंगल=मेष 23°30 ‘ भरणी ‘ 4 लो
गुरु=मकर 18°22 ‘ श्रवण , 3 खे
शनि=मकर 11°43 ‘ श्रवण ‘ 1 खी
राहू=(व)वृषभ 22°30 ‘मृगशिरा , 4 वु
केतु=(व)वृश्चिक 22°30 ज्येष्ठा , 2 या

???शुभा$शुभ मुहूर्त???

राहू काल 13:57 – 15:20 अशुभ
यम घंटा 07:01 – 08:24 अशुभ
गुली काल 09:47 – 11:10 अशुभ
अभिजित 12:11 -12:56 शुभ
दूर मुहूर्त 10:43 – 11:27 अशुभ
दूर मुहूर्त 15:09 – 15:53 अशुभ

?पंचक 26:10* – अहोरात्र अशुभ

?चोघडिया, दिन
शुभ 07:01 – 08:24 शुभ
रोग 08:24 – 09:47 अशुभ
उद्वेग 09:47 – 11:10 अशुभ
चर 11:10 – 12:34 शुभ
लाभ 12:34 – 13:57 शुभ
अमृत 13:57 – 15:20 शुभ
काल 15:20 – 16:43 अशुभ
शुभ 16:43 – 18:06 शुभ

?चोघडिया, रात
अमृत 18:06 – 19:43 शुभ
चर 19:43 – 21:20 शुभ
रोग 21:20 – 22:57 अशुभ
काल 22:57 – 24:33* अशुभ
लाभ 24:33* – 26:10* शुभ
उद्वेग 26:10* – 27:47* अशुभ
शुभ 27:47* – 29:23* शुभ
अमृत 29:23* – 30:59* शुभ

?होरा, दिन
बृहस्पति 07:01 – 07:56
मंगल 07:56 – 08:52
सूर्य 08:52 – 09:47
शुक्र 09:47 – 10:43
बुध 10:43 – 11:38
चन्द्र 11:38 – 12:34
शनि 12:34 – 13:29
बृहस्पति 13:29 – 14:25
मंगल 14:25 – 15:20
सूर्य 15:20 – 16:16
शुक्र 16:16 – 17:11
बुध 17:11 – 18:06

?होरा, रात
चन्द्र 18:06 – 19:11
शनि 19:11 – 20:15
बृहस्पति 20:15 – 21:20
मंगल 21:20 – 22:24
सूर्य 22:24 – 23:29
शुक्र 23:29 – 24:33
बुध 24:33* – 25:38
चन्द्र 25:38* – 26:42
शनि 26:42* – 27:47
बृहस्पति 27:47* – 28:51
मंगल 28:51* – 29:56
सूर्य 29:56* – 30:59

नोट– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है।
प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ में व्यापार करें ।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।

?दिशा शूल ज्ञान———————दक्षिण
परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो घी अथवा केशर खाके यात्रा कर सकते है l
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l
भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll

? अग्नि वास ज्ञान -:
यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,
चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।
दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,
नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।। महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्
नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।

15 + 15 + 5 + 1 = 36 ÷ 4 = 0 शेष
मृत्यु लोक पर अग्नि वास हवन के लिए शुभ कारक है l

? शिव वास एवं फल -:

30 + 30 + 5 = 65 ÷ 7 = 2शेष

गौरि सन्निधौ = शुभ कारक

?भद्रा वास एवं फल -:

स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।
मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।

?? विशेष जानकारी ??

* देवपितृकार्य अमावस्या

* मौनी अमावस्या ,प्रयागराज स्न्नान

* शुक्र वृद्धावस्था प्रारम्भ

??? शुभ विचार ???

एकाकिना तपो द्वाभ्यां पठनं गायनं त्रिभिः ।
चतुर्भिर्गमनं क्षेत्रं पंचभिर्बहुभी रणम् ।।
।।चा o नी o।।

जब आप तप करते है तो अकेले करे.
अभ्यास करते है तो दुसरे के साथ करे.
गायन करते है तो तीन लोग करे.
कृषि चार लोग करे.
युद्ध अनेक लोग मिलकर करे.

??? सुभाषितानि ???

गीता -: कर्मसंन्यासयोग अo-04

दैवमेवापरे यज्ञं योगिनः पर्युपासते ।,
ब्रह्माग्नावपरे यज्ञं यज्ञेनैवोपजुह्वति ॥,

दूसरे योगीजन देवताओं के पूजनरूप यज्ञ का ही भलीभाँति अनुष्ठान किया करते हैं और अन्य योगीजन परब्रह्म परमात्मारूप अग्नि में अभेद दर्शनरूप यज्ञ द्वारा ही आत्मरूप यज्ञ का हवन किया करते हैं।, (परब्रह्म परमात्मा में ज्ञान द्वारा एकीभाव से स्थित होना ही ब्रह्मरूप अग्नि में यज्ञ द्वारा यज्ञ को हवन करना है।,)॥,25॥,

?? दैनिक राशिफल ??

देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।

?मेष
नई योजना बनेगी। कार्यप्रणाली में सुधार होगा। रुके कार्यों में गति आएगी। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। माता के स्वास्थ्य की ओर ध्यान देना आवश्यक। पुराने रुके कामों, लेनदेन में सफलता की संभावना है। विद्यार्थियों को शिक्षा में उपलब्धि हासिल होने के योग हैं।

?वृष
लेनदारी वसूल होगी। यात्रा मनोरंजक रहेगी। लाभ के अवसर मिलेंगे। व्यवसाय ठीक चलेगा। प्रसन्नता रहेगी। राज्य एवं व्यवसाय के क्षेत्र में विशेष लाभ का योग है। आर्थिक उन्नति होगी। सामाजिक उत्तरदायित्व की पूर्ति करेंगे। ईश्वर के प्रति श्रद्धा बढ़ेगी।

?मिथुन
जोखिम व जमानत के कार्य बिलकुल न करें। संतान की गतिविधियों पर नजर रखना होगी। कामकाज का बोझ बढ़ने से व्यापार पर विपरीत असर हो सकता है। वाद-विवाद से दूर रहें। कुसंगति से बचें। फालतू खर्च होंगे। लेन-देन में सावधानी रखें।

?कर्क
सुख के साधन जुटेंगे। भूमि व भवन की योजना बनेगी। उन्नति के मार्ग प्रशस्त होंगे। व्यवसाय ठीक चलेगा। संतान की प्रगति होगी। व्यापार-व्यवसाय में प्रगतिकारक वातावरण का सृजन होगा। पारिवारिक स्थिति आनंददायक रहेगी। मन प्रफुल्लित रहेगा।

?सिंह
तीर्थयात्रा हो सकती है। सत्संग का लाभ मिलेगा। धन प्राप्ति सुगम होगी। वरिष्‍ठजनों का सहयोग मिलेगा। नवीन योजनाओं को क्रियान्वित करने के लिए दिन अच्छा होने की संभावना है। परिवार में मेल-मिलाप बढ़ेगा। अधिकारी वर्ग में महत्व बढ़ेगा।

?‍♀️कन्या
बौद्धिक कार्य सफल रहेंगे। प्रसन्नता रहेगी। स्वास्थ्य की ओर ध्यान दें। अधूरे काम समय से पूरे होने के योग हैं। नए कार्यों से लाभ के मार्ग प्रशस्त होंगे। धन का संग्रह होगा। विवाद व जल्दबाजी से बचें। पार्टी व पिकनिक का आनंद मिलेगा।

⚖️तुला
प्रयास सफल रहेंगे। रुके कार्यों में गति आएगी। मान-सम्मान मिलेगा। धनार्जन होगा। प्रसन्नता रहेगी। पारिवारिक सुख एवं पत्नी के सहयोग से मन प्रसन्न रहेगा। आर्थिक स्थिति अच्छी रहेगी। किसी से बहस न करें। काम-धंधे में सफलता के शुभ संकेत हैं।

?वृश्चिक
यात्रा में सावधानी रखें। विवाद को बढ़ावा न दें। दु:खद समाचार मिल सकता है। दौड़धूप अधिक होगी। वाणी पर संयम रखें। विरोधियों से सावधान रहें। परिवार की परेशानी का हल संभव है। भागीदारी के कामों में सफलता मिलेगी।

?धनु
अतिथियों का आवागमन होगा। शुभ समाचार प्राप्त होंगे। वाणी पर नियंत्रण रखें। आत्मसम्मान बना रहेगा। सामाजिक कार्यों में सक्रिय भागीदारी निभा सकेंगे। पारिवारिक सुख-शांति बरकरार रहेगी। जोखिम के कार्यों से दूर रहें। यात्रा होगी।

?मकर
जोखिम व जमानत के कार्य टालें। खर्च का बोझ बढ़ेगा। किसी पर अत्यधिक भरोसा न करें। व्यापार, नौकरी में अड़चनें आने से मनोबल में कमी आ सकती है। संतान पक्ष की चिंता रहेगी। चोट व दुर्घटना से बचें। लेन-देन में सावधानी रखें।

?कुंभ
अप्रत्याशित लाभ हो सकता है। जोखिम उठाएं। यात्रा मनोरंजक रहेगी। प्रसन्नता रहेगी। धनार्जन होगा। सोच-समझकर कार्य करना लाभप्रद रहेगा। पुरुषार्थ सफल होगा। वाहन चलाते समय सावधानी रखना चाहिए। व्यापार में नवीन प्रस्ताव मिलेंगे।

?मीन
बाहर सहायता से काम होंगे। प्रसन्नता रहेगी। संतान के संबंध में संतोष रहेगा। व्यावसायिक अथवा आजीविका संबंधी समस्या का समाधान हो सकेगा। थकान रहेगी। शत्रु भय रहेगा। प्रेम-प्रसंग में सफलता मिलेगी। पुरुषार्थ का पूर्ण फल मिलेगा।

?आपका दिन मंगलमय हो?
?????????
आचार्य नीरज पाराशर (वृन्दावन)
(व्याकरण,ज्योतिष,एवं पुराणाचार्य)
09897565893,09412618599

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