पढ़िए आज का राशिफल और पंचांग 14/02/2021

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***|| जय श्री राधे ||***
?? महर्षि पाराशर पंचांग ??
??? अथ पंचांगम् ???
****ll जय श्री राधे ll****
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दिनाँक -: 14/02/2021,रविवार
तृतीया, शुक्ल पक्ष
माघ
“””””””””””””””””””””””””””””””””””””(समाप्ति काल)

तिथि ——–तृतीया 25:58:25 तक
पक्ष —————————शुक्ल
नक्षत्र —पूर्वाभाद्रपदा 16:31:38
योग ————-सिद्ध 25:10:15
करण ———–तैतुल 13:22:38
करण ————–गर 25:58:25
वार ————————-रविवार
माह —————————- माघ
चन्द्र राशि —— कुम्भ 10:08:01
चन्द्र राशि ———————-मीन
सूर्य राशि ——————- कुम्भ
रितु ————————–शिशिर
आयन ——————–उत्तरायण
संवत्सर ———————-शार्वरी
संवत्सर (उत्तर) ————प्रमादी
विक्रम संवत —————-2077
विक्रम संवत (कर्तक)——2077
शाका संवत —————-1942

वृन्दावन
सूर्योदय —————06:58:25
सूर्यास्त —————18:08:38
दिन काल ————–11:10:13
रात्री काल ————-12:48:59
चंद्रोदय —————-08:40:35
चंद्रास्त —————- 20:36:20

लग्न —- कुम्भ 1°25′ , 301°25′

सूर्य नक्षत्र —————–धनिष्ठा
चन्द्र नक्षत्र ———–पूर्वाभाद्रपदा
नक्षत्र पाया ——————-ताम्र

??? पद, चरण ???

दा —-पूर्वाभाद्रपदा 10:08:01

दी —-पूर्वाभाद्रपदा 16:31:38

दू —-उत्तराभाद्रपदा 22:57:26

थ —- उत्तराभाद्रपदा 29:25:23

??? ग्रह गोचर ???

ग्रह =राशी , अंश ,नक्षत्र, पद
========================
सूर्य= कुम्भ 01°52 ‘ धनिष्ठा, 3 गु
चन्द्र = कुम्भ28°23 ‘पू o भा o, 3 दा
बुध = मकर 19°37’ श्रवण ‘ 3 खे
शुक्र= मकर 21 ° 55, श्रवण ‘ 4 खो
मंगल=मेष 25°30 ‘ भरणी ‘ 4 लो
गुरु=मकर 18°22 ‘ श्रवण , 3 खे
शनि=मकर 11°43 ‘ श्रवण ‘ 1 खी
राहू=(व)वृषभ 22°20 ‘मृगशिरा , 4 वु
केतु=(व)वृश्चिक 22°20 ज्येष्ठा , 2 या

???शुभा$शुभ मुहूर्त???

राहू काल 16:45 – 18:09 अशुभ
यम घंटा 12:34 – 13:57 अशुभ
गुली काल 15:21 – 16:45 अशुभ
अभिजित 12:11 -12:56 शुभ
दूर मुहूर्त 16:39 – 17:24 अशुभ

?पंचक अहोरात्र अशुभ

?चोघडिया, दिन
उद्वेग 06:58 – 08:22 अशुभ
चर 08:22 – 09:46 शुभ
लाभ 09:46 – 11:10 शुभ
अमृत 11:10 – 12:34 शुभ
काल 12:34 – 13:57 अशुभ
शुभ 13:57 – 15:21 शुभ
रोग 15:21 – 16:45 अशुभ
उद्वेग 16:45 – 18:09 अशुभ

?चोघडिया, रात
शुभ 18:09 – 19:45 शुभ
अमृत 19:45 – 21:21 शुभ
चर 21:21 – 22:57 शुभ
रोग 22:57 – 24:33* अशुभ
काल 24:33* – 26:09* अशुभ
लाभ 26:09* – 27:45* शुभ
उद्वेग 27:45* – 29:22* अशुभ
शुभ 29:22* – 30:58* शुभ

?होरा, दिन
सूर्य 06:58 – 07:54
शुक्र 07:54 – 08:50
बुध 08:50 – 09:46
चन्द्र 09:46 – 10:42
शनि 10:42 – 11:38
बृहस्पति 11:38 – 12:34
मंगल 12:34 – 13:29
सूर्य 13:29 – 14:25
शुक्र 14:25 – 15:21
बुध 15:21 – 16:17
चन्द्र 16:17 – 17:13
शनि 17:13 – 18:09

?होरा, रात
बृहस्पति 18:09 – 19:13
मंगल 19:13 – 20:17
सूर्य 20:17 – 21:21
शुक्र 21:21 – 22:25
बुध 22:25 – 23:29
चन्द्र 23:29 – 24:33
शनि 24:33* – 25:37
बृहस्पति 25:37* – 26:41
मंगल 26:41* – 27:45
सूर्य 27:45* – 28:49
शुक्र 28:49* – 29:54
बुध 29:54* – 30:58

नोट– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है।
प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ में व्यापार करें ।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।

?दिशा शूल ज्ञान———————पश्चिम
परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो घी अथवा चिरौजी खाके यात्रा कर सकते है l
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l
भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll

? अग्नि वास ज्ञान -:
यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,
चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।
दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,
नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।। महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्
नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।

3 + 1 + 1 = 5 ÷ 4 = 1 शेष
पाताल लोक पर अग्नि वास हवन के लिए अशुभ कारक है l

? शिव वास एवं फल -:

3+ 3 + 5 = 11 ÷ 7 = 4 शेष

सभायां = सन्ताप कारक

?भद्रा वास एवं फल -:

स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।
मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।

स्वर्ग लोक = शुभ कारक

?? विशेष जानकारी ??

* गौरि तृतीया

* सर्वार्थसिद्धि योग16:32 से

??? शुभ विचार ???

त्यजेध्दर्म दयाहीनं विद्याहीनं गुरुं त्यजेत् ।
त्यजेत्क्रोधमुखीं भार्यान्निः स्नेहानबंधवांस्त्यजेत् ।।
।।चा o नी o।।

जिस व्यक्ति के पास धर्म और दया नहीं है उसे दूर करो. जिस गुरु के पास अध्यात्मिक ज्ञान नहीं है उसे दूर करो. जिस पत्नी के चेहरे पर हरदम घृणा है उसे दूर करो. जिन रिश्तेदारों के पास प्रेम नहीं उन्हें दूर करो.

??? सुभाषितानि ???

गीता -: कर्मसंन्यासयोग अo-04

द्रव्ययज्ञास्तपोयज्ञा योगयज्ञास्तथापरे ।,
स्वाध्यायज्ञानयज्ञाश्च यतयः संशितव्रताः ॥,

कई पुरुष द्रव्य संबंधी यज्ञ करने वाले हैं, कितने ही तपस्या रूप यज्ञ करने वाले हैं तथा दूसरे कितने ही योगरूप यज्ञ करने वाले हैं, कितने ही अहिंसादि तीक्ष्णव्रतों से युक्त यत्नशील पुरुष स्वाध्यायरूप ज्ञानयज्ञ करने वाले हैं॥,28॥,

?? दैनिक राशिफल ??

देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।

?मेष
विद्यार्थी वर्ग सफलता हासिल करेगा। व्यवसाय ठीक चलेगा। प्रमाद न करें। कार्य एवं व्यवसाय के क्षेत्र में विभिन्न बाधाओं से मन अशांत रहेगा। स्वार्थ एवं भोग की प्रवृत्ति के कारण अधिक प्रतिष्ठा प्राप्त नहीं कर पाएँगे। स्वादिष्ट भोजन का आनंद मिलेगा।

?वृष
वैवाहिक प्रस्ताव मिल सकता है। शुभ समाचार प्राप्त होंगे। मान बढ़ेगा। धनार्जन होगा। थकान रहेगी। रचनात्मक कार्य में मन लगेगा। अपना व्यवहार संयमित रखकर काम करें। मित्रों की मदद से समस्या का समाधान हो सकेगा। समय का सदुपयोग होगा।

?मिथुन
प्रयास सफल रहेंगे। मान-सम्मान मिलेगा। व्यवसाय ठीक चलेगा। सुख के साधन जुटेंगे। शत्रु परास्त होंगे। सुखवृद्धि एवं पारिवारिक उन्नति होगी। आर्थिक योजनाओं में धन का निवेश हो सकता है। पड़ोसियों से किसी बात पर मतभेद की संभावना है।

?कर्क
जीवनसाथी का कार्यों में सहयोग मिलने से आत्मविश्वास बढ़ेगा। अनुकूल समाचार आएँगे। नौकरी में पदोन्नति के योग हैं। वास्तविकता को महत्व दें। दांपत्य जीवन सुखद रहेगा। शारीरिक कष्ट से बाधा संभव है। विवाद न करें। शत्रु से सतर्क रहें।

?सिंह
फालतू खर्च होगा। क्रोध पर नियंत्रण रखें। पुराना रोग उभर सकता है। कुसंगति से हानि होगी। अनसोचे कार्य होंगे। दांपत्य जीवन में मनमुटाव हो सकता है। पारिवारिक समस्याएँ सूझबूझ से निपटाएँ। कार्य में सहयोग मिलेगा। सामाजिक मान-प्रतिष्ठा बढ़ेगी।

?‍♀️कन्या
बेरोजगारी दूर होगी। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। अप्रत्याशित लाभ हो सकता है। प्रसन्नता में वृद्धि होगी। कामकाज की जिज्ञासा बढ़ेगी। राजनीतिक एवं सामाजिक कार्यों में सफलता की संभावना है। व्यापार में मनोनुकूल लाभ होने के योग हैं।

⚖️तुला
परिवार की चिंता रहेगी। जीवनसाथी से सहयोग मिलेगा। कानूनी अड़चन दूर होगी। व्यवसाय ठीक चलेगा। थकान रहेगी। पिता का स्वास्थ्य संतोष देगा। अहंकार के भाव मन में न आने दें। व्यापार में नई योजनाओं से लाभ होगा। आर्थिक स्थिति संतोषप्रद रहेगी।

?वृश्चिक
पुराना रोग उभर सकता है। बेचैनी रहेगी। प्रयास सफल रहेंगे। योजना बनेगी। कार्यप्रणाली में सुधार होगा। व्यापारिक गोपनीयता भंग न करें। पूंजी निवेश लाभकारी रहेगा। व्यापार की चिंता रहेगी। आपसी विचार-विमर्श लाभप्रद रहेगा। आशानुरूप स्थिति बनेगी।

?धनु
धर्म-कर्म में रुचि रहेगी। कानूनी अड़चन दूर होगी। धनार्जन होगा। प्रसन्नता रहेगी। यश, प्रतिष्ठा में वृद्धि के योग हैं। मनोरंजन के अवसर उपलब्ध होंगे। अनसोचे कामों में हाथ नहीं डालें। कामकाज की जिज्ञासा बढ़ेगी। आर्थिक स्थिति अच्छी रहेगी।

?मकर
व्यापार में लाभ होने के योग हैं। धार्मिक कामों में रुचि बढ़ेगी। परिवार में किसी से विवाद हो सकता है। अपनी स्थिति, योग्यता के अनुरूप कार्य करें। चोट, चोरी व विवाद आदि से हानि संभव है। जोखिम न लें। झंझटों में न पड़ें। आय में कमी होगी।

?कुंभ
धनागम होगा। भूमि व भवन संबंधी योजना बनेगी। रोजगार मिलेगा। आय में वृद्धि होगी। जल्दबाजी न करें। नौकरी में ऐच्छिक स्थानांतरण एवं पदोन्नति के योग हैं। स्वाध्याय के महत्व को समझें। संतान को अपने कार्यों में सफलता मिल सकेगी।

?मीन
नए अनुबंध हो सकते हैं। व्यवसाय ठीक चलेगा। मान-सम्मान बढ़ेगा। कार्यसिद्धि होगी। प्रसन्नता रहेगी। पारिवारिक तनाव से मन परेशान रहेगा। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। लाभ में कमी आ सकती है। उचित मार्गदर्शन लेना जरूरी होगा। प्रमाद न करें।

?आपका दिन मंगलमय हो?
?????????
आचार्य नीरज पाराशर (वृन्दावन)
(व्याकरण,ज्योतिष,एवं पुराणाचार्य)
09897565893,09412618599

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