देश के 68 रेलमंडल में अजमेर अव्वल, जबलपुर 12वें पायदान पर

राष्ट्रीय जजंमेंट संवाददाता

जबलपुर। रेलवे की वार्षिक रिपोर्ट केपीआइ (मुख्य निष्पादन संकेतक) में इस बार उत्तर-पश्चिम रेल जोन के अजमेर मंडल ने बाजी मारी है। देश के 17 रेलवे जोन के 68 मंडलों में अजमेर का पहला स्थान है। वहीं पश्चिम मध्य रेल जोन के जबलपुर रेल मंडल को 12 स्थान मिला है। अजमेर पिछले साल इस सूची में 12 वें पायदान पर था जबकि जबलपुर 60 वें नंबर पर था।

इसके अलावा दक्षिण-पूर्व रेल जोन के चक्रधरपुर रेल मंडल भी लंबी छलांग लगाते हुए 61 से तीसरे स्थान पर पहुंच गया है। सबसे ज्यादा नुकसान पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे जोन के लामडिंग मंडल को हुआ है पिछले साल पहले स्थान पर रहा लेकिन इस बार 45 वें पायदान पर पहुंच गया है।

किसी भी संगठन की ग्रोथ के लिए इसका उपयोग किया जाता है। यह किसी भी संगठन की सफलता के लिए महत्वपूर्ण कारकों पर नजर रखने और विश्लेषण करने के लिए जाना जाता है। इसका प्रबंधन, रणनीति, लक्ष्यों और प्रदर्शन लक्ष्यों को पूरा करने की दिशा में प्रगति को मापने के लिए उपयोग किया जाता है।

सुरक्षा और चलित संसाधनों पर पूरे अंक: देश के 68 रेल मंडलों की जो रैकिंग सूची जारी हुई है उसमें मात्र दो मंडल ऐसे हैं जिन्हें किसी भी बिंदु पर 100 फीसद अंक मिले हैं। इनमें अजमेर को चलित संसाधनों और सामग्री का क्षमता का अधिकतम उपयोग करने पर और तिरूचिरापल्ली को सुरक्षा कार्य में 100 फीसद अंक मिले हैं।

जोन में सिर्फ जबलपुर का नंबर-

पश्चिम मध्य रेल जोन के अंतर्गत जबलपुर, भोपाल और कोटा मंडल आते हैं लेकिन इनमें से सिर्फ जबलपुर ही 12 वें स्थान पर है। कोटा का 20 नंबर है जबकि भोपाल जोन तीनों मंडलों में सबसे नीचे 28वें पायदान पर ठहर गया है।

राष्ट्रीय जजंमेंट संवाददाता

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