हरियाणा में पटाखे की फैक्टरी में लगी आग, तीन घायल और एक की मौके पर मौत

आर जे न्यूज़-

हरियाणा के करनाल जिले के घोघड़ीपुर गांव के समीप पटाखा फैक्टरी में देर शाम जोरदार धमाका हो गया। जिसमें फैक्टरी में पटाखे बना रहे चार मजदूरों में एक की मौके पर ही मौत हो गई, तीन मजदूर गंभीर रूप से झुलस गए। सूचना पर फायर ब्रिगेड की दो गाड़ियां मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाया। घायल तीनों मजदूरों को शहर के निजी अस्पताल में दाखिल कराया गया है।

डॉक्टरों ने बताया कि तीनों मजदूर 100 प्रतिशत झुलसे हैं। मशीन से निकली चिंगारी से हादसा होने का अंदेशा है। घटना के बाद फैक्टरी मालिक फरार हो गया। फिलहाल जांच मधुबन थाना पुलिस कर रही है। डीसी निशांत कुमार ने भी जांच के लिए कमेटी का गठन कर दिया है। श्री फायर वर्कस के नाम से मूनक रोड पर घोघड़ीपुर गांव से पहले खेतों में करीब एक एकड़ में पटाखे की फैक्टरी बनी है। वहां पर शाम के समय कुछ मजदूर पटाखे बना रहे थे। बताया जा रहा है कि जहां पर पटाखों के लिए बारूद रखा था।

वहीं पर मशीन की चिंगारी से आग लग गई और जोरदार धमाका हुआ। जिसमें एक मजदूर की मौके पर ही मौत हो गई। फैक्टरी के अन्य मजदूरों में हड़कंप मंच गया। हादसे में बिहार निवासी विजय कुमार (25), पांडी शिवम (28) व विजय (22) गंभीर रूप से घायल हो गए। मृतक के बारे में अभी तक जानकारी नहीं मिली है कि वह कहां का रहने वाला है।

पुलिस का कहना है कि अभी वह जांच कर रहे हैं। जिस फैक्टरी में धमाका हुआ उसके समीप एक गत्ते की फैक्टरी भी है। वहीं कुछ दूरी पर डेरे भी हैं। लोगों ने बताया कि वह घर पर काम कर रहे थे। धमाके की आवाज ऐसे थी जैसे बम फट गया हो। जब घर से बाहर निकले तो पास की पटाखा फैक्टरी में अफरा तफरी मची थी। कुछ समय बाद दमकल विभाग की गाड़ियों की आवाज सुनाई देने लगी।

फैक्टरी मालिक का फैक्टरी से अलग करीब 300 मीटर की दूरी पर सड़क पर गोदाम भी है। वहां पर वह पटाखे बेचता है लेकिन अभी तक यह साफ नहीं हो पाया है कि सुंदर लाल गुप्ता के पास पटाखे बेचने का लाइसेंस है या पटाखे बनाने का। फिलहाल इसकी जांच की जा रही है। लोगों का कहना है कि यह फैक्टरी कई सालों से है और इसमें 20 से ज्यादा लोग काम करते थे। इस घटना के बाद पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठ रहे हैं।

क्योंकि फैक्टरी में धमाका होने के करीब दो घंटे बाद मधुबन थाना पुलिस मौके पर पहुंची लेकिन वहां गेट पर ताला लगा मिला और फिर वापस लौट गई। इस बड़े हादसे में पुलिस ने गंभीरता नहीं दिखाई है। फैक्टरी में धमाका होने के बाद मजदूरों को अस्पताल में दाखिल कराया गया। इसके तुरंत बाद मालिक ने फैक्टरी के मेन गेट पर ताला लगवा दिया और फरार हो गया। मालिक अस्पताल भी नहीं पहुंचा। यह फैक्टरी लाइसेंसी थी या अवैध रूप से चल रही थी। अभी इसका पता नहीं चल पाया है। जांच के लिये डीसी ने कमेटी का गठन किया है।पिछले साल कुंजपुरा की पटाखा फैक्टरी में आग से एक मजदूर की मौत हुई थी।

इससे अलग जिले में कई जगहों पर अवैध रूप से पटाखा फैक्टरी चल रही हैं। वहीं करीब दो वर्ष पहले शिव कॉलोनी क्षेत्र में पोटाश कूटते वक्त धमाका होने से एक बच्चे की मौत हो गई थी। प्रशासन ने इन घटनाओं के बाद भी सख्ती नहीं की। घोघड़ीपुर के समीप पटाखा फैक्टरी में हुए धमाके में एक व्यक्ति की मौके पर ही मौत हो गई है। जिसकी शिनाख्त नहीं हो पाई है। तीन अन्य व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हैं। उनका इलाज चल रहा है।

फैक्टरी किसी सुंदर लाल के नाम है। मामले की जांच की जा रही है। पटाखा फैक्टरी में हुए धमाके को लेकर एक कमेटी का गठन कर दिया है। मामले की गहना से जांच कराई जाएगी कि फैक्टरी के मालिक के पास पटाखा बनाने का लाइसेंस था कि नहीं, इससे अलग फायर सेफ्टी इंतजाम थे कि नहीं। इन सभी की गहनता से जांच कराई जाएगी।

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