ई रिक्शा पलटने से आशा कार्यकत्री की मौत

आर जे न्यूज़-

कुरारा | हमीरपुर जनपद के कस्बा कुरारा के थाना गेट के सामने दोपहर में ई-रिक्शा में लोहे के दरवाजे लेकर जाते समय पलट जाने से आशा कार्यकत्री की दबकर मौत हो गई वहीं पुलिस ने ई-रिक्शा चालक को पकड़कर थाने ले गई वहीं मौत की खबर मिलते ही आशा कार्यकत्रियों सीएचसी में एकत्र हो गई तथा मुआवजा व एक सदस्य को नौकरी की मांग कर पुलिस को शव नहीं उठाने दिया।

एसडीएम सदर व डिप्टी सीएमओ अस्पताल पहुंचे तथा आशा कार्यकत्रियों से वार्ता करते रहे शाम 5 बजे तक शव नहीं उठने दिया गया स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में संचारी रोग अभियान के तहत क्षेत्र की आशा कार्यकत्रियों की मीटिंग बुलाई गई थी। इसमें लगभग 40 कार्यकत्रियों भाग लेने आई थी स्वास्थ्य विभाग के सुधीर कुमार ने बताया कि बुधवार से ग्रामीण क्षेत्र में वजन दिवस का कार्यक्रम होना था |

इसी को लेकर मीटिंग बुलाई गई थी मीटिंग के समापन के बाद दोपहर में 1 बजे के लगभग क्षेत्र के बरुआ गांव निवासी आशा कार्यकत्री रानी 40 वर्ष पत्नी रामशरण सविता अपनी साथी कार्यकत्री ममता व अनुसूया के साथ अस्पताल से पैदल बस स्टैंड की तरफ जा रही थी जैसे ही यह तीनों थाने के आगे बबलू सिंगर के मकान के सामने पहुंची तभी सामने से आ रहा ई-रिक्शा जो कि लोहे के दरवाजे लाद कर ला रहा था |

इसके पास आकर पलट गया तथा लोहे का दरवाजा की छड़ आशा कार्यकत्री की सिर में घुस गई जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई दुर्घटना की जानकारी होने पर थाना पुलिस ने मौके पर जाकर ई रिक्शा व उसके चालक बीर बहादुर को पकड़कर थाने ले गई वहीं मृतका के पति की तहरीर पर पुलिस ने ई रिक्शा चालक वीर बहादुर पुत्र फूल सिंह निषाद निवासी लल्ली का डेरा के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। वहीं शव को सीएचसी में रखकर आशा कार्यकत्रियों ने मुआवजा दिलाए जाने की मांग की।

मृतका के पति राम शरण ने बताया कि वर्ष 2008 में आशा कार्यकत्री में तैनाती हुई थी मृतका के 4 पुत्र आशीष, कृष्ण कुमार, रामचंद्र, शिव कुमार, व एक पुत्री नम्रता 18 वर्ष शादी योग्य है इस घटना से परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है। आशा कार्यकत्रियों ने अस्पताल के बाहर शव रखकर उच्च अधिकारियों तथा जिलाधिकारी को मौके पर बुलाने की जिद पर अड़ी रही तथा मृतका के परिवार के एक सदस्य को नौकरी व 10 लाख रुपए मुआवजा दिलाए जाने की मांग की वहीं खबर लिखे जाने तक शव को अस्पताल के मैदान में रखे रही तब आशा कार्यकत्रियों ने शव को सड़क में ले जाने का प्रयास किया तो पुलिस ने शव नहीं ले जाने दिया |

वहीं एसडीएम सदर राजेश चौरसिया व डिप्टी सीएम राम अवतार अस्पताल पहुंचे तथा आशा कार्यकत्रियों को समझाने का प्रयास करते रहे लेकिन शाम 5 बजे तक शव को पुलिस को नहीं ले जाने दिया प्रशासन का प्रयास जारी है।

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