पढ़िए आज का राशिफल और पंचांग 03/03/2021

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***|| जय श्री राधे ||***
?? महर्षि पाराशर पंचांग ??
??? अथ पंचांगम् ???
****ll जय श्री राधे ll****
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दिनाँक -: 03/03/2021,बुधवार
पंचमी, कृष्ण पक्ष
फाल्गुन
“”””””””””””””””””””””””””””””””””””(समाप्ति काल)

तिथि ———-पंचमी 24:21:09 तक
पक्ष —————————कृष्ण
नक्षत्र ———-स्वाति 25:34:42
योग —————ध्रुव 26:38:43
करण ———कौलव 13:38:23
करण ———–तैतुल 24:21:09
वार ————————–बुधवार
माह ————————-फाल्गुन
चन्द्र राशि ——————– तुला
सूर्य राशि ——————- कुम्भ
रितु ————————–वसन्त
आयन ——————–उत्तरायण
संवत्सर ———————–शार्वरी
संवत्सर (उत्तर) ————प्रमादी
विक्रम संवत —————-2077
विक्रम संवत (कर्तक) —-2077
शाका संवत —————-1942

वृन्दावन
सूर्योदय —————–06:42:49
सूर्यास्त —————–18:19:41
दिन काल ————-11:36:52
रात्री काल ————-12:22:06
चंद्रास्त —————–09:26:52
चंद्रोदय —————–22:43:23

लग्न —-कुम्भ 18°32′ , 318°32′

सूर्य नक्षत्र —————-शतभिषा
चन्द्र नक्षत्र ——————-स्वाति
नक्षत्र पाया ——————–रजत

??? पद, चरण ???

रू —- स्वाति 08:58:31

रे —- स्वाति 14:29:46

रो —-स्वाति 20:01:48

ता —-स्वाति 25:34:42

??? ग्रह गोचर ???

ग्रह =राशी , अंश ,नक्षत्र, पद
========================
सूर्य= कुम्भ 18°52 ‘ शतभिषा, 4 सू
चन्द्र = तुला 09°23 ‘ स्वाति , 1 रू
बुध = मकर 21°37’ श्रवण ‘ 4 खो
शुक्र= कुम्भ 12 ° 55, शतभिषा ‘ 2 सा
मंगल=वृषभ 05°30 ‘ कृतिका ‘ 3 उ
गुरु=मकर 22°22 ‘ श्रवण , 4 खो
शनि=मकर 13°43 ‘ श्रवण ‘ 2 खू
राहू=(व)वृषभ 21°30 ‘मृगशिरा , 4 वु
केतु=(व)वृश्चिक 21°30 ज्येष्ठा , 2 या

???शुभा$शुभ मुहूर्त???

राहू काल 12:31 – 13:58 अशुभ
यम घंटा 08:10 – 09:37 अशुभ
गुली काल 11:04 – 12:31 अशुभ
अभिजित 12:08 -12:54 अशुभ
दूर मुहूर्त 12:08 – 12:54 अशुभ

?चोघडिया, दिन
लाभ 06:43 – 08:10 शुभ
अमृत 08:10 – 09:37 शुभ
काल 09:37 – 11:04 अशुभ
शुभ 11:04 – 12:31 शुभ
रोग 12:31 – 13:58 अशुभ
उद्वेग 13:58 – 15:25 अशुभ
चर 15:25 – 16:53 शुभ
लाभ 16:53 – 18:20 शुभ

?चोघडिया, रात
उद्वेग 18:20 – 19:52 अशुभ
शुभ 19:52 – 21:25 शुभ
अमृत 21:25 – 22:58 शुभ
चर 22:58 – 24:31* शुभ
रोग 24:31* – 26:04* अशुभ
काल 26:04* – 27:36* अशुभ
लाभ 27:36* – 29:09* शुभ
उद्वेग 29:09* – 30:42* अशुभ

?होरा, दिन
बुध 06:43 – 07:41
चन्द्र 07:41 – 08:39
शनि 08:39 – 09:37
बृहस्पति 09:37 – 10:35
मंगल 10:35 – 11:33
सूर्य 11:33 – 12:31
शुक्र 12:31 – 13:29
बुध 13:29 – 14:27
चन्द्र 14:27 – 15:25
शनि 15:25 – 16:24
बृहस्पति 16:24 – 17:22
मंगल 17:22 – 18:20

?होरा, रात
सूर्य 18:20 – 19:22
शुक्र 19:22 – 20:23
बुध 20:23 – 21:25
चन्द्र 21:25 – 22:27
शनि 22:27 – 23:29
बृहस्पति 23:29 – 24:31
मंगल 24:31* – 25:33
सूर्य 25:33* – 26:34
शुक्र 26:34* – 27:36
बुध 27:36* – 28:38
चन्द्र 28:38* – 29:40
शनि 29:40* – 30:42

नोट– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है।
प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ में व्यापार करें ।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।

?दिशा शूल ज्ञान———————उत्तर
परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो पान अथवा पिस्ता खाके यात्रा कर सकते है l
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l
भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll

? अग्नि वास ज्ञान -:
यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,
चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।
दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,
नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।। महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्
नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।

15 + 5 + 4 + 1 = 25 ÷ 4 = 1 शेष
पाताल लोक पर अग्नि वास हवन के लिए अशुभ कारक है l

? शिव वास एवं फल -:

20 + 20 + 5 = 45 ÷ 7 = 3 शेष

वृषभारूढ़ = शुभ कारक

?भद्रा वास एवं फल -:

स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।
मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।

?? विशेष जानकारी ??

* भगवान गोपाल बिहारी जी पाटोत्सव किशनगढ़ (राज०)

*माता यशोदा जयन्ती

??? शुभ विचार ???

गुणो भूषयते रूपं शीलं भूषयते कुलम् ।
सिध्दिर्भूषयते वद्यां भोगी भूषयते धनम् ।।
।।चा o नी o।।

नीति की उत्तमता ही व्यक्ति के सौंदर्य का गहना है. उत्तम आचरण से व्यक्ति उत्तरोत्तर ऊँचे लोक में जाता है. सफलता ही विद्या का आभूषण है. उचित विनियोग ही संपत्ति का गहना है.

??? सुभाषितानि ???

गीता -: कर्मयोग अo-3

न कर्मणामनारंभान्नैष्कर्म्यं पुरुषोऽश्नुते ।,
न च सन्न्यसनादेव सिद्धिं समधिगच्छति ॥,

मनुष्य न तो कर्मों का आरंभ किए बिना निष्कर्मता (जिस अवस्था को प्राप्त हुए पुरुष के कर्म अकर्म हो जाते हैं अर्थात फल उत्पन्न नहीं कर सकते, उस अवस्था का नाम ‘निष्कर्मता’ है।,) को यानी योगनिष्ठा को प्राप्त होता है और न कर्मों के केवल त्यागमात्र से सिद्धि यानी सांख्यनिष्ठा को ही प्राप्त होता है॥,4॥,

?? दैनिक राशिफल ??

देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।

?मेष
आर्थिक स्थिति अच्छी रहेगी। बेरोजगारी दूर करने के प्रयास सफल रहेंगे। वरिष्ठ जन सहायता करेंगे। अप्रत्याशित लाभ होगा। यात्रा होगी। व्यावसायिक अथवा निजी काम से सुखद यात्रा हो सकती है। पठन-पाठन में रुचि बढ़ेगी। दूसरों से न उलझें।

?वृष
वरिष्ठ जन सहायता करेंगे। रुके कार्यों में गति आएगी। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। रोजगार बढ़ेगा। सतर्कता से कार्य करें। संतान के व्यवहार से सामाजिक प्रतिष्ठा में कमी आ सकती है। व्यापार में नए अनुबंध आज नहीं करें। आर्थिक तंगी रहेगी।

?मिथुन
रुका हुआ धन मिल सकता है। निवेश शुभ रहेगा। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। प्रसन्नता रहेगी। स्वयं के ही प्रयासों से जनप्रियता एवं मान-सम्मान मिलेगा। रुका काम समय पर पूरा होने से आत्मविश्वास बढ़ेगा। व्यवसाय लाभप्रद रहेगा, नई योजनाएं बनेंगी।

?कर्क
अप्रत्याशित खर्च होंगे। तनाव रहेगा। दूसरों के झगड़ों में न पड़ें। वस्तुएं संभालकर रखें। जोखिम न लें। नए संबंधों के प्रति सतर्क रहें। भूल करने से विरोधी बढ़ेंगे। कार्यक्षेत्र का विकास एवं विस्तार होगा। उपहार मिल सकता है। संतान की चिंता दूर होगी।

?सिंह
तंत्र-मंत्र में रुचि बढ़ेगी। यात्रा मनोरंजक रहेगी। निवेश शुभ रहेगा। बाहरी सहायता से काम होंगे। ईश्वर में रुचि बढ़ेगी। कामकाज की अनुकूलता रहेगी। व्यावसायिक श्रेष्ठता का लाभ मिलेगा। आपसी संबंधों को महत्व दें। पूंजी संचय की बात बनेगी।

?‍♀️कन्या
संपत्ति के बड़े सौदे बड़ा लाभ दे सकते हैं। उन्नति के मार्ग प्रशस्त होंगे। प्रसन्नता बनी रहेगी। व्यापार में परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। कार्य के विस्तार की योजनाएं बनेंगी। स्वास्थ्य के प्रति लापरवाही न करें। पठन-पाठन में रुचि बढ़ेगी।

⚖️तुला
चोट व रोग से बचें। जल्दबाजी से हानि होगी। दूसरों पर विश्वास हानि देगा। कार्य में बाधा होगी। पत्नी से आश्वासन मिलेगा। स्वयं के निर्णय लाभप्रद रहेंगे। मानसिक संतोष, प्रसन्नता रहेगी। नए विचार, योजना पर चर्चा होगी। दूसरों की नकल न करें।

?वृश्चिक
घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। वैवाहिक प्रस्ताव मिल सकता है। व्यवसाय ठीक चलेगा। लाभ होगा। व्यापार-व्यवसाय अच्छा चलेगा। कार्यों में विलंब से चिंता होगी। मानसिक उद्विग्नता रहेगी। पारिवारिक जीवन संतोषप्रद रहेगा।

?धनु
घर-बाहर पूछ-परख रहेगी। कार्य पूर्ण होंगे। आय बढ़ेगी। मनोरंजक यात्रा होगी। प्रसन्नता रहेगी। सहयोगी मदद नहीं करेंगे। व्ययों में कटौती करने का प्रयास करें। परिवार में प्रसन्नता का वातावरण रहेगा। व्यापार के कार्य से बाहर जाना पड़ सकता है।

?मकर
पार्टी व पिकनिक का आनंद मिलेगा। बौद्धिक कार्य सफल रहेंगे। प्रसन्नता रहेगी। धनार्जन होगा। रोजगार में उन्नति एवं लाभ की संभावना है। लाभदायक समाचार मिलेंगे। सामाजिक एवं राजकीय ख्याति में अभिवृद्धि होगी। व्यापार अच्छा चलेगा।

?कुंभ
पुराने मित्र व संबंधी मिलेंगे। अच्‍छी खबर मिलेगी। प्रसन्नता रहेगी। जोखिम न लें। लाभ होगा। कार्यपद्धति में विश्वसनीयता बनाएं रखें। आर्थिक अनुकूलता रहेगी। रुका धन मिलने से धन संग्रह होगा। राज्यपक्ष से लाभ के योग हैं। नई योजनाओं की शुरुआत होगी।

?मीन
शोक समाचार मिल सकता है। काम में मन नहीं लगेगा। विवाद से बचें। मेहनत अधिक होगी। आवास संबंधी समस्या हल होगी। आलस्य न करें। सोचे काम समय पर नहीं हो पाएंगे। व्यावसायिक चिंता रहेगी। संतान के व्यवहार से कष्ट होगा

?आपका दिन मंगलमय हो?
?????????
आचार्य नीरज पाराशर (वृन्दावन)
(व्याकरण,ज्योतिष,एवं पुराणाचार्य)
09897565893,09412618599

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