पढ़िए आज का राशिफल और पंचांग 4 अप्रैल 2021

??????????
***|| जय श्री राधे ||***
?? महर्षि पाराशर पंचांग ??
??? अथ पंचांगम् ???
****ll जय श्री राधे ll****
??????????

दिनाँक-: 04/04/2021,रविवार
अष्टमी, कृष्ण पक्ष
चैत्र
“””””””””””””””””””””””””””””””””””(समाप्ति काल)

तिथि ———अष्टमी 26:59:00 तक
पक्ष —————————कृष्ण
नक्षत्र ——पूर्वाषाढा 26:04:39
योग ————-परिघ 18:41:15
करण ———-बालव 15:31:32
करण ———कौलव 26:59:00
वार ————————–रविवार
माह ——————————चैत्र
चन्द्र राशि ———————-धनु
सूर्य राशि ——————— मीन
रितु —————————वसन्त
आयन ——————–उत्तरायण
संवत्सर ———————–शार्वरी
संवत्सर (उत्तर) ————-प्रमादी
विक्रम संवत —————-2077
विक्रम संवत (कर्तक)——2077
शाका संवत —————-1942

वृन्दावन
सूर्योदय —————-06:07:38
सूर्यास्त —————–18:36:58
दिन काल ————-12:29:20
रात्री काल ———— 11:29:33
चंद्रास्त —————-11:26:10
चंद्रोदय —————–25:53:43

लग्न —-मीन 20°19′ , 350°19′

सूर्य नक्षत्र ——————-रेवती
चन्द्र नक्षत्र —————-पूर्वाषाढा
नक्षत्र पाया ——————–ताम्र

??? पद, चरण ???

भू —-पूर्वाषाढा 08:26:17

धा —-पूर्वाषाढा 14:17:02

फा —-पूर्वाषाढा 20:09:50

ढा —-पूर्वाषाढा 26:04:39

??? ग्रह गोचर ???

ग्रह =राशी , अंश ,नक्षत्र, पद
========================
सूर्य= मीन 20°52 ‘ रेवती , 2 दो
चन्द्र = धनु 15°23 ‘ पूo षाo , 1 भू
बुध = मीन 05°57′ उ oभाo’ 1 दू
शुक्र= मीन 22°55, रेवती ‘ 2 दो
मंगल=वृषभ 24°30 ‘ मृगशिरा ‘ 1 वे
गुरु=मकर 29°22 ‘ धनिष्ठा , 2 गी
शनि=मकर 15°43 ‘ श्रवण ‘ 2 खू
राहू=(व)वृषभ 19°50 ‘मृगशिरा , 3 वि
केतु=(व)वृश्चिक 19°50 ज्येष्ठा , 1 नो

???शुभा$शुभ मुहूर्त???

राहू काल 17:03 – 18:37 अशुभ
यम घंटा 12:22 – 13:56 अशुभ
गुली काल 15:30 – 17:03 अशुभ
अभिजित 11:57 -12:47 शुभ
दूर मुहूर्त 16:57 – 17:47 अशुभ

?चोघडिया, दिन
उद्वेग 06:08 – 07:41 अशुभ
चर 07:41 – 09:15 शुभ
लाभ 09:15 – 10:49 शुभ
अमृत 10:49 – 12:22 शुभ
काल 12:22 – 13:56 अशुभ
शुभ 13:56 – 15:30 शुभ
रोग 15:30 – 17:03 अशुभ
उद्वेग 17:03 – 18:37 अशुभ

?चोघडिया, रात
शुभ 18:37 – 20:03 शुभ
अमृत 20:03 – 21:29 शुभ
चर 21:29 – 22:56 शुभ
रोग 22:56 – 24:22* अशुभ
काल 24:22* – 25:48* अशुभ
लाभ 25:48* – 27:14* शुभ
उद्वेग 27:14* – 28:40* अशुभ
शुभ 28:40* – 30:07* शुभ

?होरा, दिन
सूर्य 06:08 – 07:10
शुक्र 07:10 – 08:13
बुध 08:13 – 09:15
चन्द्र 09:15 – 10:17
शनि 10:17 – 11:20
बृहस्पति 11:20 – 12:22
मंगल 12:22 – 13:25
सूर्य 13:25 – 14:27
शुक्र 14:27 – 15:30
बुध 15:30 – 16:32
चन्द्र 16:32 – 17:35
शनि 17:35 – 18:37

?होरा, रात
बृहस्पति 18:37 – 19:34
मंगल 19:34 – 20:32
सूर्य 20:32 – 21:29
शुक्र 21:29 – 22:27
बुध 22:27 – 23:24
चन्द्र 23:24 – 24:22
शनि 24:22* – 25:19
बृहस्पति 25:19* – 26:17
मंगल 26:17* – 27:14
सूर्य 27:14* – 28:12
शुक्र 28:12* – 29:09
बुध 29:09* – 30:07

नोट– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है।
प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ में व्यापार करें ।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।

?दिशा शूल ज्ञान———————पश्चिम
परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो घी अथवा चिरौजी खाके यात्रा कर सकते है l
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l
भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll

? अग्नि वास ज्ञान -:
यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,
चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।
दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,
नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।। महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्
नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।

15 + 8 + 1 + 1 = 25 ÷ 4 = 1 शेष
पाताल लोक पर अग्नि वास हवन के लिए अशुभ कारक है l

? शिव वास एवं फल -:

23 + 23 + 5 = 51 ÷ 7 = 2 शेष

गौरि सन्निधौ = शुभ कारक

?भद्रा वास एवं फल -:

स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।
मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।

?? विशेष जानकारी ??

* शीतलाष्टमी

*रंग जी रथ का मेला महोत्सव

* सर्वार्थसिद्धि योग 26:5 से

* भगवान ऋषभदेव जयन्ती

* जैनवर्षी तप प्रारम्भ

??? शुभ विचार ???

लालनाद् बहवो दोषास्ताडनाद् बहवो गुणाः ।
तस्मात्पुत्रं च शिष्यं च ताडयेन्नतुलालयेत् ।।
।।चा o नी o।।

लाड-प्यार से बच्चों मे गलत आदते ढलती है, उन्हें कड़ी शिक्षा देने से वे अच्छी आदते सीखते है, इसलिए बच्चों को जरुरत पड़ने पर दण्डित करें, ज्यादा लाड ना करें।

??? सुभाषितानि ???

गीता -: कर्मयोग अo-3

काम एष क्रोध एष रजोगुणसमुद्भवः ।,
महाशनो महापाप्मा विद्धयेनमिह वैरिणम्‌ ॥,

श्री भगवान बोले- रजोगुण से उत्पन्न हुआ यह काम ही क्रोध है।, यह बहुत खाने वाला अर्थात भोगों से कभी न अघानेवाला और बड़ा पापी है।, इसको ही तू इस विषय में वैरी जान॥,37॥,

?? दैनिक राशिफल ??

देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।

?मेष
मन की चंचलता पर नियंत्रण रखें। कानूनी अड़चन दूर होकर स्थिति अनुकूल रहेगी। जीवनसाथी पर आपसी मेहरबानी रहेगी। जल्दबाजी में धनहानि हो सकती है। व्यवसाय में वृद्धि होगी। नौकरी में सुकून रहेगा। निवेश लाभप्रद रहेगा। कार्य बनेंगे। घर-बाहर सुख-शांति बने रहेंगे।

?वृष
स्थायी संपत्ति की खरीद-फरोख्त से बड़ा लाभ हो सकता है। प्रतिद्वंद्विता रहेगी। पार्टनरों का सहयोग समय पर मिलने से प्रसन्नता रहेगी। नौकरी में मातहतों का सहयोग मिलेगा। व्यवसाय ठीक-ठीक चलेगा। आय में वृद्धि होगी। चोट व रोग से बाधा संभव है। दूसरों के काम में दखलंदाजी न करें।

?मिथुन
पार्टी व पिकनिक की योजना बनेगी। मित्रों के साथ समय अच्‍छा व्यतीत होगा। स्वादिष्ट भोजन का आनंद मिलेगा। बौद्धिक कार्य सफल रहेंगे। किसी प्रबुद्ध व्यक्ति का मार्गदर्शन प्राप्त होगा। नौकरी में अनुकूलता रहेगी। वाणी पर नियंत्रण रखें। शत्रु सक्रिय रहेंगे। जीवनसाथी के स्वास्थ्य की चिंता रहेगी।

?कर्क
घर-बाहर अशांति रहेगी। कार्य में रुकावट होगी। आय में कमी तथा नौकरी में कार्यभार रहेगा। बेवजह लोगों से कहासुनी हो सकती है। दु:खद समाचार मिलने से नकारात्मकता बढ़ेगी। व्यवसाय से संतुष्टि नहीं रहेगी। पार्टनरों से मतभेद हो सकते हैं। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। जल्दबाज न करें।

?सिंह
प्रयास सफल रहेंगे। किसी बड़े कार्य की समस्याएं दूर होंगी। मित्रों का सहयोग कर पाएंगे। कर्ज में कमी होगी। संतुष्टि रहेगी। सामाजिक प्रतिष्ठा बढ़ेगी। व्यापार मनोनुकूल चलेगा। अपना प्रभाव बढ़ा पाएंगे। नौकरी में अनुकूलता रहेगी। निवेश शुभ रहेगा। जोखिम व जमानत के कार्य न करें।

?‍♀️कन्या
दूर से शुभ समाचार प्राप्त होंगे। आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। नौकरी में सहकर्मी साथ देंगे। व्यवसाय में जल्दबाजी से काम न करें। चोट व दुर्घटना से बचें। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। घर-बाहर स्थिति मनोनुकूल रहेगी। प्रसन्नता का वातावरण रहेगा। वस्तुएं संभालकर रखें।

⚖️तुला
उत्तेजना पर नियंत्रण रखें। जीवनसाथी से सहयोग मिलेगा। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। अप्रत्याशित लाभ के योग हैं। भाग्य का साथ मिलेगा। व्यवसाय ठीक चलेगा। नौकरी में अधिकार बढ़ सकते हैं। जुए, सट्टे व लॉटरी के चक्कर में न पड़ें। निवेश शुभ रहेगा। प्रमाद न करें।

?वृश्चिक
अप्रत्याशित खर्च सामने आएंगे। व्यवस्था नहीं होने से परेशानी रहेगी। व्यवसाय में कमी होगी। नौकरी में नोकझोंक हो सकती है। पार्टनरों से मतभेद हो सकते हैं। थकान महसूस होगी। अपेक्षित कार्यों में विघ्न आएंगे। चिंता तथा तनाव रहेंगे। आय में निश्चितता रहेगी।

?धनु
अज्ञात भय व चिंता रहेंगे। यात्रा सफल रहेगी। नेत्र पीड़ा हो सकती है। लेन-देन में सावधानी रखें। बगैर मांगे किसी को सलाह न दें। बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे। व्यावसायिक यात्रा मनोनुकूल रहेगी। धनार्जन होगा। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे।

?मकर
नई योजना बनेगी। कार्यप्रणाली में सुधार होगा। सामजिक कार्य करने की इच्छा जागृत होगी। प्रतिष्ठा वृद्धि होगी। सुख के साधन जुटेंगे। नौकरी में वर्चस्व स्थापित होगा। आय के स्रोत बढ़ सकते हैं। व्यवसाय लाभप्रद रहेगा। निवेश शुभ रहेगा। घर-बाहर सहयोग व प्रसन्नता में वृद्धि होगी।

?कुंभ
पूजा-पाठ व सत्संग में मन लगेगा। आत्मशांति रहेगी। कोर्ट व कचहरी के कार्य अनुकूल रहेंगे। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। प्रसन्नता का वातावरण रहेगा। मातहतों का सहयोग मिलेगा। किसी सामाजिक कार्यक्रम में भाग लेने का अवसर प्राप्त हो सकता है। दूसरे के काम में दखल न दें।

?मीन
क्रोध व उत्तेजना पर नियंत्रण रखें। विवाद को बढ़ावा न दें। पुराना रोग बाधा का कारण रहेगा। स्वास्थ्य पर खर्च होगा। वाहन व मशीनरी के प्रयोग में लापरवाही न करें। छोटी सी गलती से समस्या बढ़ सकती है। व्यवसाय ठीक चलेगा। मित्र व संबंधी सहायता करेंगे। आय बनी रहेगी। जोखिम न लें।

?आपका दिन मंगलमय हो?
?????????
आचार्य नीरज पाराशर (वृन्दावन)
(व्याकरण,ज्योतिष,एवं पुराणाचार्य)
09897565893,09412618599

Comments are closed.

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More