छत्तीसगढ़ के बीजापुर में नक्सलियों से भीषण मुठभेड़ में 21 जवान लापता

छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में शनिवार नक्सलियों के साथ हुए भीषण मुठभेड़ के में करीब 20 सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए हैं।  गांव के करीब  जंगल में शहीद जवानों के शव मिले हैं। नक्सली उनके हथियार, जूते और कपड़े तक लेकर चले गए हैं।इससे पहले शनिवार को पुलिस अधिकारियों ने 5 जवानों के शहीद होने की पुष्टि की थी और 21 जवान लापता बताए जा रहे थे। इससे पहले  गृह मंत्री अमित शाह ने मुठभेड़ के संबंध में छत्तीसगढ़ के मख्यमंत्री भूपेश बघेल से बात की।

गृह मंत्री के आदेश पर सीआरपीएफ के महानिदेशक कुलदीप सिंह स्थिति का जायजा लेने के लिए आज सुबह छत्तीसगढ़ पहुंचे। सीएम बघेल आज शाम तक असम से छत्तीसगढ़ लौट आएंगे। उन्होंने कहा कि गृहमंत्री अमित शाह से फोन पर बात हुई। उन्होंने सीआरपीएफ महानिदेशक को राज्य में भेजा है।

इसमें घायल 30 जवानों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इनमें से 23 घायलों को बीजापुर अस्पताल में और 7 को रायपुर के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सभी की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है। एक रिइंफोर्समेंट पार्टी को मुठभेड़ स्थल पर भेजा गया है। दर्जनभर से ज्यादा नक्सलियों के मारे जाने की खबर है।

बस्तर आईजी सुंदरराज के अनुसार घटनास्थल के आसपास अभी भी नक्सलियों के मौजूदगी की आशंका है। ऐसे में रिइंफोर्समेंट पार्टी सावधानी से आगे बढ़ रही है। उन्होंने कोबरा बटालियन के एक जवान की शहादत की जानकारी दी थी। एक महिला नक्सली का शव बरामद होने की भी खबर दी। साथ ही उन्होंने कम से कम 15 नक्सलियों के मारे जाने की बात कही थीछत्तीसगढ़ के पुलिस महानिदेशक डीएम अवस्थी ने शनिवार को जानकारी दी थी कि नक्सल विरोधी अभियान के दौरान सुरक्षाबलों की एक संयुक्त टीम की नक्सलियों के साथ मुठभेड़ हुआ।

पिछले 10 दिनों से छत्तीसगढ़ में सुरक्षा बलों को प्रतिबंधित सीपीआई (माओवादी) के एक शीर्ष नक्सली मादवी हिडमा के ठिकाने के बारे में जानकारी मिल रही थी। उसका नाम 2013 के झीरम घाटी में हुए हमलें सहित कई बड़े हमलों से जुड़ा हुआ है। 2013 में झीरम घाटी नक्सली हमले में छत्तीसगढ़ कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं सहित 30 से अधिक लोग मारे गए थे।

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