यूपी : एक ही गांव के तीन परिवारों में छाया मातम, नहाने गए 3 बच्चे दलदल में फंसकर डूबे

29 मई 2021

आर जे न्यूज

उत्तर प्रदेश के बागपत जनपद में तीन परिवारों पर टूट पड़ा। यहां तीन बच्चों की गड्ढे में डूबने से मौत हो गई और इसके बाद तीनों परिवारों में कोहराम मच गया। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।

बड़ौत क्षेत्र के गांव बिहारीपुर ट्यौढ़ी में गर्मी के चलते नहाने के लिए गड्ढे में उतरने से पहले तीनों बच्चे उसकी गहराई नहीं भांप पाए। जिसके चलते उनकी दर्दनाक मौत हो गई। जिस गड्ढे में तीनों बच्चों की डूबने से मौत हुई वह खेत निरपुड़ा निवासी अरविंद राणा का है। यह नीरज नैन के ईंट भट्ठे से करीब सात सौ मीटर दूर है। अनीस, सावन व मनु शुक्रवार दोपहर में अन्य बच्चों के साथ खेलते हुए वहां पहुंच गए। उन्हें अंदाजा नहीं था कि गड्ढा उनकी मौत की वजह बन जाएगा। परिजनों को भी इसकी जानकारी नहीं थी। उन्हें बच्चों के डूबने का पता चला तो उनके पैरों तले की जमीन खिसक गई। वे आनन-फानन में मौके पर पहुंचे परंतु तब तक देर हो चुकी थी।

गड्ढे में बन गई दलदल

ईंट भट्ठों पर अक्सर ऐसे गड्ढे होते हैं। जिनमें ईंट पथाई के लिए पानी भरा जाता है। बीते दिनों आए चक्रवाती तूफान ताउते के असर के चलते जिले में तीन दिन तक बारिश हुई थी। इससे गड्ढे में दलदल हो गई है। ये भी माना जा रहा है कि बच्चे पहले भी इस गड्ढे में नहाते रहे होंगे। इसी वजह से वे बेफिक्र होकर गड्ढों में उतर गए। इस बार शायद दलदल की वजह से बाहर नहीं निकल पाए।

नहीं किया जाता नियमों का पालन

ज्यादातर भट्ठों पर नियमों का उल्लंघन कर निर्धारित से ज्यादा गहराई तक मिट्टी की खुदाई की जाती है। संबंधित विभाग फिर भी इनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करते हैं। ईंट भट्टों पर दो मीटर तक मिट्टी उठाने की अनुमति होती है। इसके लिए वह रॉयल्टी जमा करते हैं। नियमों के खिलाफ खनन करने पर ईंट भट्ठों की क्षमता के अनुसार जुर्माना लगाया जाता है। ईंट भट्ठों पर पांच हेक्टेयर क्षेत्र से ही मिट्टी उठाने की अनुमति होती है।

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