कोरोना वायरस के मामलों में एक फिर बढ़ोत्तरी 24 घंटों में 1.30 लाख के पार, जबकि 3207 मरीजों की हुई मौत

आर जे न्यूज़

देश में कोरोना वायरस के दैनिक मामले 54 दिन के बाद सबसे कम यानी 1.27 लाख दर्ज किए गए। हालांकि बीते 24 घंटे में कोरोना के दैनिक मामलों में बढ़ोतरी हुई है। पिछले 24 घंटे में देश में 1.32 लाख मामले सामने आए जबकि 3207 मरीजों की मौत हुई। कोरोना के दैनिक मामले कम होने और रिकवरी रेट बढ़ने की वजह से कई राज्यों में अब अनलॉक की प्रक्रिया शुरू हो गई है।

इसके तहत कुछ राज्य कोरोना पाबंदियों में छूट दे रहे हैं। हालांकि कोरोना के घटते हुए खतरे को देखते हुए भी 12वीं की परीक्षा को रद्द करने का फैसला किया गया। इधर आईसीएमआर ने कहा है कि दूसरी लहर के दौरान 594 डॉक्टर ने अपनी जान गंवाई है।

अब तक कुल 21,85,46,667 लोगों को वैक्सीन लगी है
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने जानकारी दी कि  देश में कुल वैक्सीनेशन का आंकड़ा 21,85,46,667 हो गया है।

बीते 24 घंटे में 1.32 लाख मामले आए सामने, 3207 मरीजों की मौत
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी ताजा आंकड़ों के मुताबिक, देश में बीते 24 घंटे में दैनिक मामलों में एक बार फिर बढ़ोतरी हुई है। बीते 24 घंटे में 1.32 लाख मामले सामने आए, जबकि 3207 मरीजों की मौत हो गई है। वहीं सक्रिय मामलों की संख्या 17,93,645 हो गई है।

बीते 24 घंटे में 20,19,773 लोगों का हुआ टेस्ट- आईसीएमआर
भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद ने जानकारी दी कि भारत में कल तक कोरोना वायरस के लिए कुल 35,00,57,330 सैंपल टेस्ट किए जा चुके हैं, जिनमें से 20,19,773 सैंपल कल टेस्ट किए गए।

कोरोना ने नया रूप लिया तो बच्चों को होगी सबसे ज्यादा परेशानी
कोरोना महामारी में बच्चों को भी संक्रमण का खतरा हो सकता है। वर्तमान में ज्यादातर संक्रमित बच्चे बिना लक्षण वाले हैं लेकिन आगामी दिनों में अगर वायरस का रूप बदलता है तो बच्चों को परेशानी बढ़ सकती है। दो से तीन फीसदी बच्चों को अस्पतालों में भर्ती भी करना पड़ सकता है। इसीलिए राज्यों को जल्द ही बच्चों की चिकित्सीय व्यवस्था को बढ़ाने के दिशा निर्देश दिए जाएंगे।

असम: जूनियर डॉक्टर पर किया हमला, 24 लोग गिरफ्तार
असम में मंगलवार को एक दर्दनाक मामला सामने आया। कोरोना मरीज की मौत होने के बाद वहां एक जूनियर डॉक्टर पर हमला किया गया। अब इस मामले में खुद मुख्यमंत्री हिमत बिस्वा सरमा ने हस्तक्षेप किया है। इस मामले में 24 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और मुख्यमंत्री ने कहा कि जूनियर डॉक्टर को न्याय जरूर मिलेगा।

दूसरी लहर के दौरान एक करोड़ से ज्यादा लोगों की गई नौकरी- सीएमआईई
कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर के कारण देश में एक करोड़ से अधिक लोगों को नौकरी से हाथ धोना पड़ा है जबकि पिछले साल महामारी की शुरूआत से लेकर अबतक 97 प्रतिशत परिवारों की आय घटी है।

सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन एकोनॉमी (सीएमआईई) के मुख्य कार्यपालक अधिकारी महेश व्यास ने सोमवार को यह कहा। व्यास ने मीडिया से कहा कि शोध संस्थान के आकलन के अनुसार, बेरोजगारी दर मई में 12 प्रतिशत रही जो अप्रैल में 8 प्रतिशत थी। इसका मतलब है कि इस दौरान करीब एक करोड़ भारतीयों को नौकरी से हाथ धोना पड़ा है।

ब्लैक फंगस की दवा के निर्यात पर लगाई रोक
कोरोना संक्रमित या रिकवर होने वालों में फंगस का संक्रमण भी देखने को मिल रहा है। ऐसे मामले काफी तेजी से बढ़ रहे हैं जिसके चलते बाजार में इसकी दवा को लेकर भारी कमी देखने को मिल रही है। इसीलिए सरकार ने मंगलवार को एम्फोटेरिसिन-बी इंजेक्शन के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया, जिसका इस्तेमाल म्यूकोर्मिकोसिस या ब्लैक फंगस संक्रमण के इलाज के लिए किया जाता है।

चंडीगढ़: ऑनलाइन सात लाख रुपये जुटाकर जरूरतमंद कोविड मरीजों को बांटे कंसंट्रेटर
कोरोना काल के दौरान जरूरतमंद लोगों को मदद पहुंचाने के लिए चंडीगढ़ के गर्व सिंह (16 वर्षीय) ने फंड जुटाकर सात लाख रुपये इकट्ठा किए और उससे 13 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर खरीदे और जरूरतमंद लोगों में बांटे।

मिजोरम: पिछले 24 घंटे में सामने आए 235 नए मामले
मिजोरम में बीते 24 घंटे में कोरोना के 235 मामले सामने आए, जबकि दो मरीजों ने अपनी जान गंवा दी। मिजोरम में मौजूदा समय में सक्रिय मामलों की बात करें तो ये 3,243 हैं।

दूसरी लहर के दौरान 594 डॉक्टर की हुई मौत
भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद ने जानकारी दी है कि कोरोना की दूसरी लहर के दौरान अबतक 594 मरीजों की जान जा चुकी है। इसमें सबसे ज्यादा मौतें दिल्ली राज्य से हुई हैं।

दैनिक संक्रमित और मौत के आंकड़ों में एक बार फिर बढ़ोतरी, 1.32 लाख नए मामले दर्ज
देश में कोरोना वायरस के दैनिक मामले 54 दिन के बाद सबसे कम यानी 1.27 लाख दर्ज किए गए। हालांकि कोरोना से हर दिन होने वाली मौत का आंकड़ा अभी भी चिंताजनक है। कोरोना के दैनिक मामले कम होने और रिकवरी रेट बढ़ने की वजह से कई राज्यों में अब अनलॉक की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इसके तहत कुछ राज्य कोरोना पाबंदियों में छूट दे रहे हैं और बाजार खोलने पर ध्यान दे रहे हैं।

हालांकि कोरोना के घटते हुए खतरे को देखते हुए भी 12वीं की परीक्षा को रद्द करने का फैसला किया गया। सरकार का कहना है कि बच्चों की सुरक्षा के आगे कुछ महत्वपूर्ण नहीं है। वहीं कई राज्य ऐसे हैं, जहां वैक्सीन की कमी की वजह से 18+ लोगों का टीकाकरण बंद कर दिया गया है। इसके अलावा दूसरी लहर के दौरान बच्चों में कोरोना का संक्रमण देखा गया। महाराष्ट्र, उत्तराखंड और यूपी समेत कई राज्यों में 18 साल से कम उम्र वाले हजारों बच्चे कोरोना की चपेट में आए। हालांकि बच्चों में कोरोना की गंभीर स्थिति का एक भी मामला अभी तक सामने नहीं आया।

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