भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा ने बुलाई पार्टी महासचिवों की दो दिवसीय बैठक

पश्चिम बंगाल में सम्पन्न हुए विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद भारतीय जनता पार्टी (BJP) अपना पूरा ध्यान अगले साल पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव पर टिकाना चाहती है। इसमें भी यूपी का विधानसभा चुनाव पार्टी के लिए काफी अहम माना जा रहा है। इसी को ध्यान  में रखते हुए भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा ने दिल्ली में पार्टी महासचिवों की दो दिवसीय बैठक बुलाई है। इस बैठक में उत्तर प्रदेश सहित पांच राज्यों में होने वाले आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर चर्चा की जाएगी। सूत्रों की माने तो बैठक में यूपी के मंत्रियों , सांसदों और विधायकों की नाराजगी का मुद्दा भी छाया रहेगा।

बैठक में इस बात पर मंथन किया जाएगा कि चुनाव में जाने से पहले किस तरह से अपने सांसदों, मंत्रियों और विधायकों की नाराजगी दूर की जाए। पार्टी को इस बात का एहसास है कि समय रहते इनके विरोध को नहीं दबाया गया तो आने वाले समय में मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है।

बी एल संतोष और राधा मोहन सिंह भी रहेंगे मौजूद

इस बैठक में BJP के राष्ट्रीय महामंत्री (संगठन) बी एल संतोष और यूपी के BJP प्रभारी और पार्टी के उपाध्यक्ष राधा मोहन सिंह भी मौजूद रहेंगे। पार्टी सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक कोविड-19 की दूसरी लहर की शुरुआत के बाद यह पहली ऐसी बैठक होगी जिसमें सभी नेता स्वयं उपस्थित रहेंगे। सूत्रों के मुताबिक इस बैठक में चुनावी रणनीति के अलावा कोविड-19 से उत्पन्न स्थिति और इसके मद्देनजर पार्टी द्वारा चलाए जा रहे ‘‘सेवा ही संगठन’’ अभियान की भी समीक्षा की जाएगी।

कई मंत्रियों ने जतायी थी सरकार से नाराजगी

बीएल संतोष ने हाल ही यूपी का दौरा किया था। इस दौरान उन्होंने मंत्रियों से अलग-अलग बातचीत की थी। बैठक के दौरान मंत्रियों ने सरकार के काम करने के तरीकों पर नाराजगी जाहिर की थी। कानून मंत्री ब्रजेश पाठक और मुकुट बिहारी वर्मा समेत पांच से अधिक मंत्रियों ने कहा था कि कोरोना की दूसरी लहर के दौरान सरकार आम जनता की उम्मीदों पर खरी नहीं उतर पाई। ब्रजेश पाठक के इस बात का समर्थन कई अन्य मंत्रियों ने भी किया था। बतया था कि जब महामारी के समय जनता को सरकार की सबसे ज्यादा जरूरत थी उसी समय हम फेल साबित हुए।

संतोष ने मंत्रियों की नाराजगी को लेकर हालांकि, फटकार लगाई और कहा था की यह समय मतभेदों का नहीं है, मिलजुल कर काम करने का है। सूत्रों के अनुसार संतोष ने मंत्रियों को आश्वासन दिया था की, उनकी बात ऊपर तक पहुंचाई जाएगी ।

बैठक के अहम मुद्दे

इलेक्शन वाले राज्यों में पार्टी की ओर से सामाजिक और राजनीतिक कार्यक्रमों को बढ़ाने के लिए कहा जाएगा।
कोरोना के समय पार्टी की तरफ से जितने सामाजिक कार्य हुए हैं उनकी भी समीक्षा की जाएगी।
सेवा ही संगठन योजना की समीक्षा की जाएगी।
जरूरतमंद लोगों को आर्थिक, सामाजिक मदद दी जाए।
मंत्रियों, सांसदों और विधायकों की नाराजगी पर भी चर्चा हो सकती है।
संगठन मंत्रियों को तैयारी के साथ बुलाया गया
बताया जाता है कि नड्‌डा ने सभी संगठन मंत्रियों और राज्यों के प्रभारियों को साफ निर्देश दिया है कि वह अपने-अपने राज्यों से जुड़ी सारी जानकारी के साथ आएं। रणनीति और संगठन के कामकाज की पूरी रिपोर्ट लाने के लिए भी नड्‌डा ने कहा है। जिन राज्यों में BJP की सरकार है वहां के प्रभारियों से सरकार और संगठन के बीच के तालमेल, मंत्रियों और संगठन के नेताओं की रिपोर्ट भी मांगी है।

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