MP : शिक्षा अधिकारी संतोष कुमार शर्मा का तुगलकी फरमान, शिक्षा विभाग में भ्रष्टाचार
छतरपुर के स्कूल शिक्षा विभाग में भ्रष्टाचार के चलते जो हो वह थोड़ा है, यहाँ एक ही पद पर पदस्थ पति के लिए अलग नियम और पत्नी के लिए अलग
अजब है एमपी गजब है छतरपुर, जी हां यह अतिशयोक्ति नहीं, स्कूल शिक्षा विभाग से प्रिंसिपल एवं जिला शिक्षा अधिकारी रहे छतरपुर के केएस अरजरिया को रिटायरमेन्ट के बाद सभी स्वत्वों के भुगतान के साथ 240 दिन के अर्जित अवकाश का नगदीकरण हो चुका है परंतु रिटायरमेंट के 3 वर्ष बाद भी उनकी पत्नी को अर्जित अवकाश के नगदीकरण का भुगतान जिला शिक्षा अधिकारी संतोष कुमार शर्मा द्वारा नहीँ किया जा रहा है जबकि इस बात की शिकायत जनसुनवाई एवं सीएम हेल्पलाइन में की जा चुकी है l
इधर जनसुनवाई में जितने भी आवेदन शिक्षा विभाग के लिये आये उन सभी में गलत जानकारी जिला शिक्षा अधिकारी ने कलेक्टर छतरपुर एवम अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को भेज दी है l यदि कलेक्टर आवेदकों को बुलाकर चर्चा करें तो शर्मा के झूठ का भंडाफोड़ हो जाएगा l इधर आम चर्चा है कि शर्मा के जब पिछले 6 वर्ष में 6 वेतनवृद्धि रुक चुकी हैं तो यह किस नेता की कृपा से जमे हैं? यह चर्चा अब जोर पकड़ने लगी है कि चुनाव लड़ने की तैयारी में भाजपा हाई कमान से जुड़े एक नेता के संरक्षण में शर्मा भ्र्ष्टाचार के सारे रिकॉर्ड तोड़ रहे हैं l
जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में मिथला अरजरिया को यह कहा जा रहा है कि आप जिस अवधि में प्राचार्य रहीं केवल उस अवधि में अर्जित अवकाश का नगदीकरण किया जाएगा जो दो वर्ष में 15 दिन का होगा इसके विपरीत अभी तक रिटायर होने वाले सभी प्राचार्यों एवं उनके पति का नियुक्ति तिथि से अवधि जोड़कर भुगतान किया गया है l इस विसंगति की शिकायत कलेक्टर छतरपुर से लेकर मुख्यमंत्री हेल्पलाइन में करने पर भी अरजरिया को नियमानुसार भुगतान नहीं किया गया है l इसीलिए लोग कहते हैं एम.पी.अजब है और छतरपुर का शिक्षा विभाग गजब है l
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