बसपा विधायकों की मुलाकात पर भड़की मायावती, समाजवादी पार्टी को बताया गद्दार

आर जे न्यूज़

पूर्व सीएम और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव से बसपा विधायकों की मुलाकात पर बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने ट्वीट कर हमला बोला है। मायावती ने कहा कि जगजाहिर तौर पर सपा का चाल, चरित्र व चेहरा हमेशा ही दलित-विरोधी रहा है। बीएसपी के निलंबित विधायकों से मिलने का मीडिया में प्रचारित करने के लिए सपा का यह नया नाटक यूपी में पंचायत चुनाव के बाद अध्यक्ष व ब्लॉक प्रमुख के चुनाव के लिए की गई पैंतरेबाजी ज्यादा लगती है।

मायावती ने लिखा कि-घृणित जोड़तोड़, द्वेष व जातिवाद आदि की संकीर्ण राजनीति में माहिर समाजवादी पार्टी द्वारा मीडिया के सहारे यह प्रचारित करना कि बीएसपी के कुछ विधायक टूट कर सपा में जा रहे हैं घोर छलावा है।

उन्होंने आगे लिखा कि जबकि उन्हें काफी पहले ही सपा व एक उद्योगपति से मिलीभगत के कारण राज्यसभा के चुनाव में एक दलित के बेटे को हराने के आरोप में बीएसपी से निलंबित किया जा चुका है।

सपा में अगर इन निलंबित विधायकों के प्रति थोड़ी भी ईमानदार होती तो अब तक इन्हें अधर में नहीं रखती। क्योंकि इनको यह मालूम है कि बीएसपी के यदि इन विधायकों को लिया तो सपा में बगावत व फूट पड़ेगी, जो बीएसपी में आने को आतुर बैठे हैं।

‘गद्दारी और खुद्दारी का फर्क न बताएं बसपा से आए लोग’
सचिन पायलट के समर्थक मुकेश भाकर ने कहा, ‘कौन किसके साथ खड़ा है वक्त बताएगा। हम 18 विधायक भी चले जाएंगे तो सचिन पायलट के जनाधार पर कोई असर नहीं पड़ेगा। बसपा से आए लोग हमें खुद्दारी और गद्दारी के बारे में बता रहे हैं। वे सरकार बचाने की बात कर रहे हैं, जिन लोगों को सत्ता में रहने की आदत है वे आए हैं। कांग्रेस की 100 सीटें आईं, इसलिए आए, भाजपा की 100 सीटें होती तो वहां चिपक जात। सोनिया की कमेटी पर वे सवाल उठा रहे हैं। बसपा से आने वाले छहों को मंत्री बना दीजिए लेकिन उस कांग्रेस कार्यकर्ता-नेता को नजरअंदाज नहीं कर सकते जिसने लाठियां खाई।

सचिन पायलट समर्थक विधायक ने लगाया जासूसी का आरोप
विधायकों के फोन टैपिंग और जासूसी के आरोपों पर मुकेश भाकर ने कहा, वेदप्रकाश सोलंकी ने सोच समझकर बोला है। कई विधायकों ने शिकायत की है। मेरी खुद की जासूसी हो रही थी। मेरे घर के आसपास कुछ लोग खड़े थे, मैंने उनसे पूछा तो बोले कि ड्यूटी लगी है। अब भी कई बार घर के बाहर लोग घूमते हैं। जो मुझे लोग मिले वे संदिग्ध थे, पूछा तो बोले कि हम ड्यूटी कर रहे हैं।

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