फतेहपुर : प्रमुख खबरें पढ़िए एक नजर में

वैक्सीन लगवाने से डरोना,तभी हारेगा कोरोना

जोनिहा /फतेहपुर जहां चारो ओर कोरोना की वैक्सीन को लेकर लोगों के मन में तरह-तरह के भय व्याप्त है। वही कुछ बुद्धिजीवी समाज के लोगों के मन की शंका का समाधान करते हुए वैक्सीन लगवाने के लिए प्रेरित कर रहे हैं।इसका प्रत्यक्ष उदाहरण खजुहा ब्लाक के कस्बा जोनिहा की पूजा अग्निहोत्री है।जिनका स्लोगन है वैक्सीन लगवाने से डरोना,तभी हारेगा कोरोना।बिंदकी नगर के चिल्ड्रेन पब्लिक स्कूल में कार्यरत शिक्षिका पूजा अग्निहोत्री ने बताया की देश कोरोना काल में संकट के दौर से गुजर रहा है।ऐसे में लोगों को दलीय राजनीति से हटकर कोरोना रोधी वैक्सीन जरूर लगवानी चाहिए। सभी लोगों को वैक्सीन जरूर लगवानी चाहिए। जिससे की वह व उनका परिवार तथा समाज इस महामारी से निजात पा सके। इसके अलावा उन्होंने कहा कि लोगों को मास्क का उपयोग करते हुए सोशल डिस्टेंसिंग का पालन भी करते रहना चाहिए।

गरीब कल्याण अन्न योजना के अंतर्गत लाभार्थियों को वितरित हुआ खाद्यान

फतेहपुर/अमौली

जनपद के विकास खंड अमौली में प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के अंतर्गत पात्र लाभार्थियों को नि:शुल्क खाद्यान व वैग वितरण कार्यक्रम खाद्य एवं रसद विभाग केन्द्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति के द्वारा सम्पन्न हुआ। लगभग सौ वैग लाभार्थियों को वितरित किए गए और प्रधानमंत्री  द्वारा चलाई गई योजनाएं, मुफ्त राशन, जन-धन खाते, गैस सिलेंडर, किसान सम्मान निधि, घर घर विजली, और सभी योजनाओं का लाभ दिलाने का केन्द्रीय मंत्री  द्वारा सम्बोधित किया गया। इस मौके पर मनोज निषाद, संतोष गुप्ता,मधुराज विश्वकर्मा,नन्दन बाबू, इरफान,उत्प्रक्षा, शिवशंकर निषाद, रामरतन विश्वकर्मा,पंकज सिंह,साहब सिंह, सुरेश यादव, मंसूर पठान, आदि लोग मौजूद रहे।

जहानाबाद प्रेस क्लब ने पत्रकारों के ऊपर हो रहे उत्पीड़न के संबंध में दिया ज्ञापन

जहानाबाद  पिछले कुछ वर्षों से पत्रकारों पर हो रहे हमलों पर आज जहानाबाद प्रेस क्लब के पत्रकारों ने भारत के राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री के नाम केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति व कारागार राज्यमंत्री जयकुमार सिंह जैकी एवं थाना जहानाबाद के इंस्पेक्टर राकेश पांडे को एक ज्ञापन दिया  जहानाबाद प्रेस क्लब के संरक्षक डॉक्टर आर सी श्रीवास्तव व अध्यक्ष अब्दुल अहद ने ज्ञापन देते हुए बताया कि पिछले कुछ अर्से से पत्रकारों पर ज्यादा ही हमले बढ़े हुए हैं जिसके चलते पत्रकार अपने आप को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं अभी कुछ ऐसे ताजे मामले आए हैं की जिन्होंने सवालिया निशान लगा दिया है जो लोकतंत्र के लिए शुभ संकेत नहीं है और लोकतंत्र के चौथे स्तंभ को अपना काम निष्पक्ष रूप से नहीं करने दिया जा रहा है जिसके चलते पत्रकार भय ग्रस्त है और अपना कार्य करने में डर रहे हैं अपने को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं

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