ब्लॉक नबाबगंज के बी.डी.ओ. समेत कई कर्मचारी अनुपस्थित पाए गए

मुख्य विकास अधिकारी के आकस्मिक दौरे में हकीकत सामने आयी,

राष्ट्रीय जजमेन्ट फर्रुखाबाद :-

नवाबगंज के खण्ड विकास कार्यालय की पोल उस वक्त खुल गई, जब जिले की तेज तर्रार मुख्य विकास अधिकारी अरुन मोली ने 11:00 बजे नबाबगंज ब्लॉक कार्यालय पर अचानक छापा मारा। आकस्मिक छापे में बी.डी.ओ. व अवर अभियंता रजनीश कुमार, सहायक विकास अधिकारी पंचायत मयंक मोहन गौड, पत्र वाहक बृजमोहन, मनरेगा के सहायक लेखाकार राहुल चंदेल, कंप्यूटर ऑपरेटर रवी कुमार, तकनीकी सहायक मनोज कुमार, दिनेश कुमार, आदेश कुमार, खंड प्रेरक दिनेश कुमार, बी.एम.एम. अनुज शुक्ला ड्यूटी पर उपस्थित नहीं मिले। कर्मचारियों की आए दिन की लापरवाही से नाराज सी.डी.ओ. ने कर्मचारियों का वेतन एवं मानदेय काटने का निर्देश दिया।

प्राप्त जानकारी के अनुसार खंड विकास अधिकारी सुश्री प्रीती तिवारी, सहायक विकास अधिकारी पंचायत मयंक मोहन गौड एवं वरिष्ठ सहायक प्रभात चंद्र सक्सेना विलंब से कार्यालय पहुंचे। सी.डी.ओ. ने इन कर्मचारियों को विलंब से आने के लिए 3 दिन के अन्दर स्पष्टीकरण देने को आदेशित किया। सी.डी.ओ. ने बीते दिन मुख्यालय पर साप्ताहिक बैठक के दौरान समस्त खंड विकास अधिकारियों को निर्देश दिया था कि सभी बी.डी.ओ. 28 जुलाई को प्रातः 11:00 बजे तक हर हालत में विकास खंड कार्यालय पर साप्ताहिक बैठक का आयोजन करें। सी.डी.ओ. ने कहा था कि वह किसी bhi एक ब्लॉक की बैठक की अध्यक्षता करेंगी।

सी.डी.ओ. इसी सन्दर्भ में बैठक की अध्यक्षता करने नबाबगंज ब्लॉक गई थीं। निरीक्षण के दौरान खंड विकास अधिकारी के अलावा अनेकों कर्मचारी अनुपस्थित पाए गए। साप्ताहिक बैठक के लिए कोई भी फील्ड स्तरीय कर्मचारी मौजूद नहीं था। खंड विकास अधिकारी कौशल कुमार गुप्ता ने सी.डी.ओ. को बताया कि बैठक का आयोजन 12.30 बजे किया गया है।

सी.डी.ओ. को निरीक्षण के दौरान कार्यालय परिसर में काफी गंदगी के साथ ही घास फूस और झाड़ियां खड़ी दिखाई दीं। उन्होंने बी.डी.ओ. को झाड़ियां और घास फूस को कटवा कर सफाई कराने के निर्देश दिए।

निरीक्षण के दौरान किसी भी कक्ष के बाहर नेम प्लेट नहीं लगी पायी गई और न ही किसी पटल सहायक की टेबल पर नेम प्लेट लगी थी। बी.डी.ओ. को झाड़ियां कटवाकर सफाई करने एवं कक्ष के बाहर नेम प्लेट एवं पटल सहायकों की टेबलों पर भी नेम प्लेटें लगवाने के आदेश दिए। विकास खंड परिसर में बने ओपन जिम के निरीक्षण के दौरान कई झूले टूटे पाए गए। इससे ऐसा साफ नजर आ रहा था कि ओपन जिम की देखरेख ठीक प्रकार से नहीं की जा रही है।

विकास खंड परिसर में बने टाइप थ्री आवासों के निरीक्षण के दौरान सभी आवास बंद पाए गए। कारण पूछने पर बी.डी.ओ. ने बताया कि एक आवास में ग्राम विकास अधिकारी प्रशांत कटियार व एक आवास में ग्राम विकास अधिकारी देव शर्मा रहते हैं, जब कि किसी को भी आवासों का आवंटन नहीं किया गया है। इस बात से सी.डी.ओ. ने नाराजगी जाहिर करते हुए बी.डी.ओ. को उक्त कर्मचारियों से किराए की वसूली कर जमा कराने एवं ओपन जिम की देखरेख सही प्रकार से कराए जाने के आदेश दिए। वर्तमान में डॉ. अनीता रंजन ब्लॉक प्रमुख हैं। वे इससे पूर्व में भी ब्लॉक प्रमुख रही हैं। उन्होंने भी कार्यालय की लापरवाही की तरफ कभी कोई ध्यान ही नहीं दिया। नाम न छापने की शर्त पर ब्लॉक के ही कई कर्मचारियों ने बताया कि डॉ. अनीता रंजन ने अपने पिछले पूरे कार्यकाल में कभी भी ये जानने की कोशिश नहीं की, कि ब्लॉक में क्या होना है और क्या नहीं। उन्होंने कभी अपने दायित्वों को नहीं समझा और न ही ब्लॉक के किसी काम में सहयोग किया।

फर्रुखाबाद से विक्रान्त सिन्हा की रिपोर्ट

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