टोक्यो ओलिंपिक : बड़ी उपलब्धि, पहलवान रवि दहिया फ़ाइनल में पहुंचे

टोक्यो ओलिंपिक में भारत का चौथा मेडल पहलवान रवि दहिया ने पक्का किया। उन्होंने 57 किलोग्राम वेट कैटेगरी के सेमीफाइनल में कजाकिस्तान के नूरीस्लाम सनायेव को पटखनी दी। अब फाइनल गुरुवार को होगा, जहां रवि गोल्ड या सिल्वर के लिए दांव लगाएंगे।

सेमीफाइनल में रवि एक समय 8 पॉइंट से पीछे चल रहे थे। लगा कि वे हार जाएंगे, लेकिन 1 मिनट बाकी रहते रवि ने कजाक पहलवान को चित करते हुए मुकाबले से ही बाहर कर दिया। उन्हें विक्ट्री बाय फॉल रूल से विजेता करार दिया गया। अगले मेडल की उम्मीद दीपक पूनिया से है। जो 86 किलोग्राम वेट कैटेगरी में अमेरिकी पहलवान डेविड मॉरिस टेलर से भिड़ेंगे। अगर वे हारते हैं, तो भी भारत की ब्रॉन्ज की उम्मीद जिंदा रहेगी।

क्या होती है विक्ट्री बाय फॉल

रवि ने कजाक पहलवान को चित करके मुकाबला जीता। अंतरराष्ट्रीय कुश्ती में इसे विक्ट्री बाय फॉल कहते हैं। जब कोई पहलवान प्रतिद्वंद्वी के को चित कर उसके दोनों कंधे मैट से लगा देता है तो उसे विक्ट्री बाय फॉल कहते हैं। ओलिंपिक स्तर पर खासकर सेमीफाइनल में ऐसी जीत दुर्लभ होती है। जब रवि ने नूर इस्लाम को चित किया उस समय में वे 7-9 से पीछे थे। ऑधिकारिक स्कोर 7-9 ही रहा लेकिन प्रतिद्वंद्वी को चित करने से उन्हें तत्काल जीत मिल गई।

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