नेताओं की कार्यशैली से त्रस्त क्षेत्र की जनता, 2022 विधानसभा चुनाव में जीत का दम भर्ती बीजेपी

सुल्तानपुर | उत्तर प्रदेश 2022 का विधानसभा चुनाव सर पर है लेकिन सुल्तानपुर जिले के कई बीजेपी नेता पैसा और पावर का खेल दिखाने में व्यस्त हैं उन्हें क्षेत्र की जनता की समस्याओं से कोई सरोकार नहीं ऐसे नेताओं की लिस्ट बहुत लंबी है ऐसे नेता भारतीय जनता पार्टी में इसलिए शामिल है ताकि पैसा और पावर बना सकें और उस राजनीतिक पावर का दुरुपयोग कर सकें अभी हाल ही में सम्पन हुए जिला पंचायत चुनाव में ऐसे नेताओं के कारण ही पार्टी को मुंह की खानी पड़ी है जिला पंचायत की 45 सीटों में से भारतीय जनता पार्टी बड़ी मुश्किल से 5 सीटे भी नहीं जीत सकी लेकिन 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव में पार्टी सभी सीटों पर जीत का दावा कर रही है लेकिन भारतीय जनता पार्टी को समझना होगा जिला पंचायत अध्यक्ष और ब्लॉक प्रमुख का चुनाव नहीं है जहां पैसे और पावर से कुछ भी हासिल किया जा सकता है|

सुल्तानपुर में हुए ब्लॉक प्रमुख और जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव में पार्टी प्रत्याशियों ने चोरी छुपे क्षेत्र पंचायत सदस्य और जिला पंचायत सदस्यों की बोली लगाई है इसकी जानकारी सुल्तानपुर की वर्तमान सांसद पूर्व केंद्रीय मंत्री मेनका संजय गांधी और जिला अध्यक्ष डॉक्टर आर ए वर्मा तथा सभी भारतीय जनता पार्टी के पदाधिकारियों को है लेकिन पैसे और पावर ऐसा नशा जिसमें क्षेत्र की जनता की समस्याएं दिखाई नहीं देती ब्लॉक से लेकर तहसील तक भ्रष्टाचार का बोलबाला है ग्राम प्रधानों खंड विकास अधिकारियों तहसीलदारों की खुली मनमानी है जिनके सर पर भारतीय जनता पार्टी के क्षेत्रीय नेताओं का हाथ है|

गांव में प्रधानमंत्री आवास मे खुला भ्रष्टाचार गरीब और छपरा में रह रहे लोग अपने क़ो पात्र होने का इंतजार कर रहे हैं लेकिन ग्राम प्रधानों और भ्रष्ट अधिकारियों को दिखाई नहीं देता यही नहीं बीजेपी के कई नेता पार्टी को व्यवसाय समझकर लाभ कमाने में लगे हैं विकास की गंगा बहाने वाली भारतीय जनता पार्टी कई ग्राम सभाओं में श्मशान घाट की व्यवस्था तक नहीं कर पाई है बीजेपी की क्षेत्रीय नेताओं मे विधानसभा के टिकट की मारामारी है l माननीय सांसद मेनका संजय गाँधी सुल्तानपुर दौरे के समय न केवल प्रशासन बल्कि पार्टी नेता चुस्त-दुरुस्त दिखाई देते हैं लेकिन उनके दिल्ली लौटने के तुरंत बाद ही फिर वही भ्रष्टाचार और राजनीति पैसा कमाने का जरिया बन जाती है बीजेपी का कोई भी क्षेत्रीय नेता गांव में जाकर ना तो ग्रामीणों की समस्याओं को देखता है और ना ही गरीब परिवारों को मिलने वाली सरकारी योजनाओं का लाभ इमानदारी से पहुंच पाता है |

सुल्तानपुर पूरा जिला खंड विकास अधिकारियों की समस्याओं से जूझ रहा है एक ही अधिकारी के पास दो या दो से अधिक विकास खंडों की जिम्मेदारियां हैं इसौली विधानसभा विकासखंड धनपतगंज और न्याय पंचायत सरैया की दूरी लगभग 22 किलोमीटर है न्याय पंचायत सरैया के अंतर्गत 8 से 10 ग्राम सभाएं आती हैं जबकि मात्र 4 किलोमीटर दूरी पर विकासखंड कुड़वार है विकासखंड धनपतगंज की दूरी ग्राम सभाओं के किसानों के लिए बड़ी समस्या इस समस्या का समाधान बीजेपी के क्षेत्रीय नेता ना तो करते हैं और ना ही करना चाहते हैं इसौली विधानसभा के अंतर्गत आने वाली सरैया न्याय पंचायत के लाखों लोगों की मांग है कि उन्हें विकासखंड कुड़वार से जोड़ा जाए जिससे विकासखंड में आने वाली सरकारी योजनाओं का लाभ मिल सके बिना क्षेत्र की जनता की समस्याओं का समाधान किये 2022 का विधानसभा चुनाव जीतना बीजेपी के लिए मुश्किल ही नहीं नामुमकिन अब देखना यह है कि बीजेपी क्या करती

सुल्तानपुर से मुकेश दुबे की रिपोर्ट

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