चित्रकूट : मानिकपुर तहसील के अंतर्गत ग्राम पंचायत रुकमा खुर्द मे किसान परेशान

मानिकपुर चित्रकूट जिलाधिकारी के बार बार आदेश व निर्देशों के बाद भी स्थिति जस की तस।

मानिकपुर चित्रकूट जिलाधिकारी के बार बार आदेश व निर्देशों के बाद भी स्थिति जस की तस। लापरवाह ग्राम प्रधान व सचिव, जिला अधिकारी के आदेशों में नहीं दिखा रहे गंभीरता। जब ग्रांम प्रधान से इस विषय पर बात की गई तो उन्होंने कहा की आदेश तो ग्राम प्रधान को बहुत मिलते हैं मगर मैं अपने घर का गेहूं बेचकर तो गौशाला में नहीं लगाऊंगा क्योंकि मेरे भी बच्चे है। जिला प्रशासन के  आदेश तो बहुत जारी होते हैं और हम चाहते भी हैं कि आदेशों का पालन करें मगर धन भी तो होना चाहिए जिससे गौशाला की व्यवस्था हो सके।

मगर कब तक हम धन अपने जेब का खर्च करते रहेंगे 6 माह में कभी एक माह का पैसा भूसा, चारा, का आता है बाकी प्रधान सचिव कहां से लगा दे। जब देखो तब पत्रकार गौशाला ही समस्या को लिखते रहते हैं ना जाने क्यों गौशाला की ही समस्या जिला प्रशासन को व पत्रकारों को दिखती है। मगर यह व्यवस्था नहीं दिखती की प्रधान पैसे की व्यवस्था कहां से करें क्या जिला प्रशासन को इस विषय पर नहीं सोचना चाहिए ये एक बहुत बड़ा सवाल है।

प्रधान  इतने में ही नहीं रुके उन्होंने तो यहां तक कह डाला कि जो गौ सेवक नियुक्त किए गए हैं उनका भी समय से भुगतान करने के लिए कोई आदेश नहीं आ रहा जिससे हम किसी भी मद से पैसा निकाल कर दे सकें। मौखिक आदेशो की अधिकारियों के हम लोगों के लिए बौछार सी आ जाती है। मगर लिखित में एक भी आदेश नहीं आ रहे। और जब जिस अधिकारी को मन हो हम लोगों के ऊपर कार्यवाही भी कर देते हैं।

अब ग्रांमीण जनता यह बताएं कि हम लोग गौ वंशो की व्यवस्थाएं कैसे चलाएं । सुनने में तो बहुत बुरा लगता है मगर हम लोगों की भी मजबूरी है। मेरे ग्राम पंचायत में एक गंभीर समस्या है मैं भी इस समस्या से ग्रसित हूं क्योंकि मैं भी किसान हूं और जो भी यथासंभव प्रयास होगा मैं करूंगा। और करता रहूंगा मैं जिला प्रशासन से अपील करता हूं कि इस विषय पर गंभीर चिंतन होना अति आवश्यक है। जिससे किसानो की फसलो को बचाया जा सकें।

भारत भूषण शुक्ला
ब्यूरो दैनिक राष्ट्रीय जजमेंट चित्रकूट

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