गाजियाबाद में हुए दर्दनाक हादसे में 2 मासूम बच्चे घायल होकर छटपटाते रहे, पांच लोंगो की मौत

गाजियाबाद में मेरठ-दिल्ली एक्सप्रेस-वे पर सोमवार देर रात गलत दिशा में आ रहे मिनी ट्रक ने कार को टक्कर मार दी। हादसे में कार सवार दंपती समेत पांच लोगों की मौत हो गई। मृतकों में 11 साल की बच्ची और एक साल का मासूम भी शामिल है। एक महिला और एक चार साल का बच्चे की हालत गंभीर है। उनका निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है।

मिनी ट्रक चालक की एक गलती ने हंसते खेलते दो परिवारों को उजाड़ दिया। बेटे का मुंडन कराने के बाद आशीष अपने साढ़ू और उसके परिवार के साथ जश्न मनाकर लौट रहे थे। उन्हें नहीं पता था कि किसी दूसरे ड्राइवर की गलती उन्हें घर पहुंचने ही नहीं देगी। बेटे की मुंडन की खुशी अब मातम में बदल गई। मसूरी थाना प्रभारी शैलेंद्र सिंह ने बताया कि मिनी ट्रक चालक बबलू इंटरनेट वायरिंग के पाइप लेकर दादरी से वाया लालकुआं मेरठ जाने के लिए हाईवे पर चढ़ा था। बबलू ने पुलिस को बताया कि डासना आकर वह रास्ता भटक गया।

लोगों से रास्ता पूछा तो उन्होंने वापस जाकर दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे के ऊपर आने को कहा। बबलू यूटर्न लेकर वापस गया और वेदांता फार्म हाउस के पास से एक्सप्रेस-वे पर गलत दिशा में चल दिया। बीच में कट न मिलने की वजह से वह गलत दिशा में ही चलता रहा और कलछीना के पास आशीष की कार से भिड़ंत हो गई।

ट्रक की स्पीड काफी तेज थी, जिससे घटना के समय वह नियंत्रण नहीं कर पाया और कार में जा घुसा। घटना के समय कोई नहीं था, इसका फायदा उठाकर वह भागने लगा, लेकिन भोजपुर पुलिस ने उसे पकड़ लिया।

छटपटा रहे थे घायल
पुलिस ने बताया कि घटना के समय कार में घायल पड़े बच्चे और परिजन छटपटा रहे थे। उन्हें तत्काल उपचार के लिए भर्ती कराया गया। जहां दो बच्चों समेत पांच लोगों की मौत हो गई। बच्चों को छटपटाता देख राहगीरों और पुलिसकर्मियों की भी आंखें भर आईं।
एक्सप्रेस-वे पर पेट्रोलिंग करती पुलिस तो न होता हादसा

रात के वक्त एक्सप्रेस-वे पर न तो पुलिस और न ही एनएचएआई की टीम पेट्रोलिंग कर रही थी। इसकी वजह से मिनी ट्रक चालक करीब 11 किलोमीटर तक गलत दिशा में ही चलता रहा। इस बीच पुलिस की पेट्रोलिंग होती तो गलत दिशा में जाते ट्रक को रोका जा सकता था और हादसे को होने से बचाया जा सकता था। रात ही नहीं दिन में भी इस एक्सप्रेस-वे पर लोग गलत दिशा में वाहनों को दौड़ाते हैं, लेकिन

रोकने वाला कोई नहीं होता।
एनएचएआई की बदइंतजामी भी जिम्मेदार
एक्सप्रेस-वे दिशा सूचक बोर्ड की कमी है। इसके चलते वाहन चालकों को सही रास्ते का पता नहीं चल पाता है। वाहन गलत दिशा में प्रवेश कर जाते हैं। इसके बाद एक्सप्रेस-वे पर कट न होने की वजह से वहीं अपनी सही लेन पर भी नहीं आ पाते हैं।

ट्रैफिक पुलिस को नहीं दी सही जानकारी
हादसे के बाद ट्रक चालक बबलू को साथ लेकर ट्रैफिक पुलिस ने घटनास्थल पर ले जाकर गलत साइड में चलने की वजह पूछी, लेकिन वह गुमराह करता रहा। एसपी ट्रैफिक रामानंद कुशवाहा ने बताया कि काफी प्रयास के बाद भी ट्रक चालक वह लोकेशन साफ नहीं कर पाया जिससे वह डीएमई पर चढ़ा। उन्होंने बताया कि जहां से आरोपी गाड़ी हाईवे पर चढ़ाने की बात कर रहा है, वहां से गाड़ी ऊपर चढ़ ही नहीं सकती है। हालांकि सख्ती से पूछताछ करने पर उसने सच्चाई बताई।

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