फिरोजाबाद में बेकाबू डेंगू व वायरल बुखार, गाँव छोड़ दूसरी जगहों के लिए भाग रहे लोग

तुम्हारी फाइलों में गांव का मौसम गुलाबी है, मगर ये आंकड़े झूठे हैं ये दावा किताबी है’… अदम गोंडवी की कविता की यह लाइनें फिरोजाबाद पर सटीक बैठ रही हैं। फिरोजाबाद में केंद्र और प्रदेश के एक्सपर्ट डॉक्टर्स की टीम लगी हुई है। इसके बावजूद यहां डेंगू बुखार कंट्रोल नहीं हो रहा है। बीते 48 घंटों में 20 की मौत हुई है, जबकि अब तक कुल 163 लोगों की जान जा चुकी है।

यही नहीं हालात इतने बदतर हो गए हैं कि यहां के सबसे ज्यादा प्रभावित गांव नगला अमान से ग्रामीणों ने पलायन शुरू कर दिया है। गांव में लगभग एक दर्जन से ज्यादा घरों में ताले लटके हुए हैं। गांव वालों का कहना है कि डेंगू से मरने से अच्छा है कि कहीं और चले जाएं।

शहर में महज 15 किमी दूर गांव में पसरा है सन्नाटा

फिरोजाबाद शहर से लगभग 15 किमी दूर कोटला रोड पर बसे नगला अमान गांव में अब सन्नाटा पसरा हुआ है। गांव में किसी ने सोचा भी नहीं होगा कि कोरोना के बाद डेंगू का ऐसा भयानक रूप भी सामने आएगा और लोगों को अपना गांव छोड़ना पड़ेगा।

बीते डेढ़ महीने के अंदर गांव के 10 लोगों की डेंगू से मौत के बाद भयभीत ग्रामीण गांव छोड़ने को विवश हो गए। किसी ने रिश्तेदारी में शरण ली है तो कोई गांव से दूर किसी शहर में जाकर इस महामारी के कम होने का इंतजार कर रहा है।

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