नसीम दौराना जैसी लेडी सिंगम आएंगी,या फिर पुलिस डिपार्टमेंट में मजबूत सिंह जैसा सिपाही..

राष्ट्रीय जजमेंट न्यूज़ म०प्र०राज्य 

मध्यप्रदेश:- लटेरी शहर के कई विभागो में काफी लंबे समय से कई आलसी खोर किस्म के कर्मी बैठे है,जो कि किसी की सिफारिश से लगे हैं तो किसी के हुकुम पर अपने अंगत जैसे पैर जमाये बैठे है। जब यह किसी हितग्राहियो के लीगल काम नही करते है,साथ ही टाल-मटोल करते नज़र आते है इसके बाद परेशान हितग्राही इनकी शिकायत करने उनसे भी बड़े बाबू के पास जाते हैं तब भी इन आलसी खोर सिस्टम के कर्मियों पर कोई इस ओर कार्यवाही नही करता है।बस सिर्फ उसी व्यक्ति का काम होता है,जिसने शिकायत उचलेधिकारी से की है..।फिर मामले को रफादफा कर शांत कर दिया जाता है। सूत्रों का कहना है कि अगर महकमें के सभी कर्मियों का यहाँ से वहां जैसे लटेरी से बासौदा-सिरोंज से शमशाबाद-लटेरी से पठारी आदि जिले के बाहर ट्रांसफर कर दिया जाए,इसी के साथ ही जब शहर में अंजान दूसरे जिले के कर्मी सिस्टम पर बैठेंगे तो जो काम पेंडिंग में है,उन कामो का जल्द निराकरण भी होगा। इसके अलावा कई महकमे के बाहर दलाल किश्म के लोगो का भी जमावाड़ा भी खत्म हो जाएगा।एंव जो पेंडिंग में पड़े कई वर्षो से काम है

उन्होके निराकरण भी हो जाएगा..साथ ही रिश्वत के लालचीयो की जमाखोरी भी बंद हो जाएगी। लिहाजा अगर बात गवर्मेंट हॉस्पिटल की करें या नगर परिषद की,तहसील की करें या पुलिस थाना के कुछ कर्मियों की,इसके अलावा कई ऐसे दफ्तर है जो कि सिर्फ आलसी रैवय्ये के कारण यह कई हितग्राहियो के कामो में आनाकानी करते नजर आते है। अगर शहर में एक टीम गठित कर वरिष्ठ अधिकारी भृमण करें तो मालूम होगा कि किसी के काम छःमाह के काम पेंडिंग में पड़े है,तो किसी के एक से दो-तीन सालों के..अब ऐसे में किया नगरीय प्रशासन के कर्मियों का ट्रांसफर होना किया कदापि सही होगा या नही..?किया पिछड़ती लटेरी को सभारने के लिए किया कोई नगर परिषद में पूर्व की तरह नसीम दौराना मैडम जैसी लेडी सिंगम आएगी,या फिर पुलिस डिपार्टमेंट में मजबूत सिंह जैसा हेड,या तहसील में एसडीएम रुबी खान जैसी लेडी सिंघम आदी कई ऐसे पूर्व में सिस्टम में बैठने आये कर्मियों ने इस शहर को बाकई अपने तरीके से चलाया था..लेकिन कुछ राजनेताओ के कारण इन्होंकि शहर की तहसील में चली नही ओर लांचर लगते नजर आये..जो कि लटेरी के लोगो के लिए आज भी स्व.मंत्री सब्बीर मास्साब आदि लोग जुमले-वाजियो में आज भी यादगार साबित है।

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