मुरादाबाद : कोरोना की आड़ में पंचायतों में हुआ बड़ा घपला, शासन की 8 टीम जांच में जुटी

यूपी के पंचायती राज मंत्री भूपेंद्र सिंह चौधरी के गृह जनपद मुरादाबाद में पंचायतों में बड़ा घपला उजागर हुआ है। कोरोना के समय जब ग्राम पंचायतों के वित्तीय और प्रशासनिक अधिकारी प्रशासनिक अमले के साथ थे, तब पंचायतों में बडे़ पैमाने पर घपला हुआ। सेंट्रल पर्चेज के नाम पर कोरोना की दूसरी लहर में ग्राम पंचायतों की निधि को जमकर लूटा गया।

पंचायती राज विभाग के विशेष सचिव शाहिद मंजर अब्बास रिजवी के नेतृत्व में शासन की टीम घपलों की जांच करने मुरादाबाद पहुंची है। पांच सदस्यीय टीम ने भौतिक सत्यापन के लिए 20 ग्राम पंचायतों की लिस्ट तैयार की है। शासन के आदेश पर 8 ज्चाइंट टीमें इन गांवों में दर्शाए गए विकास कार्यों की विस्तृत जांच करेंगी।

मई में कोरोना की दूसरी लहर जब पीक पर थी, तो इस घपले को अंजाम दिया गया। वाटर कूलर, सोलर लाइट, स्कूलों में बच्चों के लिए डेस्क-बेंच और सामुदायिक शौचालय के नाम पर ग्राम पंचायत निधियों से सेंट्रल पर्चेजिंग की गई। यह खरीदारी मनमाने दामों पर हुई। सूत्रों का कहना है कि कई जगह तो बिना काम किए ही रकम निकाल ली गई। अब शासन स्तर से इसकी जांच बैठने के बाद मामले में हड़कंप मचा है।

ग्राम पंचायतों की रकम के दुरुपयोग के मामले में आंच बड़े अफसरों तक भी पहुंच रही है। सूत्रों का कहना है कि कुछ बड़े अफसरों ने अपने कृपा पात्र पंचायत विभाग के अफसरों को खुला संरक्षण दे रखा था। जिसकी वजह से लगातार होते इन घपलों से बाकी अफसरों ने भी आंखें फेरे रखीं।

विशेष सचिव पंचायती राज शाहिद मंजर अब्बास ने मंगलवार को अफसरों की एक बैठक बुलाई है। विशेष सचिव संबंधित रिकॉर्ड इसमें तलब कर सकते हैं। इस जांच से पंचायतीराज विभाग के अधिकारियों की नींद उड़ी हुई है।

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