कर्मचारी के स्थांनातरण के आदेश के बाद भी अधिशासी अभियंता कर रहे आदेशों की अनदेखी?

आपने आजतक आम जनमानस से सरकारी कर्मचारियों द्वारा रिश्वत लेकर कार्य करने के कई मामले सुने होंगे मामला जनपदअम्बेडकरनगर के टांडा तहसील अंतर्गत सिंचाई विभाग के कार्यालय अधिशासी अभियंता, सिंचाई खंड टांडा, अम्बेडकरनगर का है। कार्यालय में कार्यरत सहायक का विगत कई वर्षों से गृह जनपद में कार्यरत है। जब वर्तमान सरकार ने एक ही सीट पे कई वर्षों से जमे कर्मचारियों का नीतिनुसार स्थानांतरण किया तो सिंचाई खंड टांडा में कार्यरत सहायक रामचेत ने अपने नियंत्रक अधिकारी (अधिशासी अभियंता) शिव प्रताप सिंह से साँठ-गाँठ कर लिया तथा उसी सीट पर अभी भी जमा हुआ है।

मामले में गौर करने वाली बात ये है कि स्थानांतरण आदेश में साफ़-साफ़ लिखा है कि नियंत्रक अधिकारी शिव प्रताप सिंह द्वारा किसी भी दशा में कर्मचारी को माह सितम्बर ख़त्म होने के 07 दिवस पहले ही कार्यमुक्त कर दिया जाए। परंतु दिनांक 27.09.2021 तक बीत जाने पर भी नियंत्रक अधिकारी शिव प्रताप सिंह द्वारा सहायक रामचेत को कार्यमुक्त नहीं किया गया है।

जब उच्चाधिकारियों द्वारा स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि किसी भी दशा में कर्मचारी को कार्यमुक्त कर दिया जाए तो ऐसी दशा में किन परिस्थितियों में अभियंता शिव प्रताप सिंह द्वारा सहायक रामचेत को कार्यमुक्त नहीं किया जा रहा है यह सोचनीय है। कहीं व्यक्तिगत लाभ लेने-देने के फेर में शिव प्रताप सिंह द्वारा उच्चाधिकारियों के आदेशों की अवहेलना तो नहीं की जा रही है?उच्चाधिकारियों की तरफ़ से मामले में अभी तक कोई भी टिप्पणी नहीं की गयी है।

संवादाता अनीता देवी

राष्ट्रीय जजमेंट मीडिया ग्रुप अकबरपुर अंबेडकर नगर

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