अवसाद और अकेलेपन के चलते युवक ने लगाई फांसी, आत्महत्या से पहले 3 घंटे तक घर वालों से की थी विडियो कॉलिंग पर बात

पापा मेरे पास आ जाओ, हम आपको को बुला रहे हैं ना, यहां आकर रहो…यह कहने के बीस मिनट बाद ही जल निगम के जेई अलबेल सिंह (30) ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। आत्महत्या करने से पहले तीन घंटे तक जेई ने अपने पिता, भाई और परिवार वालों से वीडियो कॉलिंग कर बात की थी। दोस्तों से भी बात कर अपने पास बुलाया था।

अलबेल सिंह गांव नगला दर्जी हाथरस निवासी रणवीर सिंह के पुत्र थे और छह साल से जल निगम बिजनौर में अवर अभियंता पद पर तैनात थे। बेटे से बात करने के बाद रणवीर सिंह को बेटे की मनोदशा पर शक हुआ और उन्होंने डायल 112 पर फोन कर जानकारी दी। पुलिस जब तक घर पहुंची अलबेल सिंह फांसी लगाकर आत्महत्या कर चुके थे। उनका शव पंखे से बनाए फंदे पर लटका मिला।

बताया जा रहा है कि जेई के घरवाले उसकी शादी तय कर रहे थे। इसी सप्ताह लड़की को देखने के लिए जेई को हाथरस जाना था। परिवार वालों को भी इन खुशी के लम्हों का बेसब्री से इंतजार था लेकिन, वह तो नहीं गया और उसका शव पहुंचा। पिता से कहा कि पापा मेरे पास आ जाओ, हम आपको बुला रहे हैं ना, यहां आकर रहो। दोस्तों को भी फोन कर कहा कि मैं अकेला हूं, आ जाओ बैठकर बात करेंगे, लेकिन दोस्तों को अंदेशा नहीं था कि जेई अलबेल सिंह आत्महत्या कर लेंगे। इससे लग रहा है कि तनाव, हताशा और अकेलेपन से वह अवसाद में थे और वह किसी से बात कर अपना दर्द बांटना चाहते थे।

जेई अलबेल सिंह शहर की अंबा विहार कॉलोनी में किराए पर रह रहे थे। उनके पिता रणवीर सिंह का कहना है कि वह उनसे बात करते समय काफी तनाव में दिख रहे थे। अनहोनी की आशंका के चलते रणवीर सिंह ने पुलिस को भी फोन किया। पुलिस जब जेई अलबेल सिंह के आवास पर पहुंची, तब तक अलबेल सिंह पंखे से बनाए फंदे पर फांसी लगा चुके थे। पुलिस ने शव को उतारकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया और परिजनों को सूचना दी।

Comments are closed.

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More