रेलवे के मध्यमवर्गीय यात्रियों पर शताब्दी का किराया बढ़ने से महंगाई की एक और मार

लखनऊ- दिल्ली शताब्दी एक्सप्रेस के किराए की बात करें तो शताब्दी एक्सप्रेस के एग्जीक्यूटिव क्लास का किराया 1770 रुपए है। वही एसी चेयर कार का किराया 820 रुपए है ।वही अनुभूति क्लास का किराया सर्वाधिक 2095 रूपये रखा गया है ।शताब्दी से सफर करने वाले यात्रियों रूपये को कैटरिंग की सुविधा ट्रेन में नहीं दी जाएगी। जहां अब यात्रियों को कैटरिंग की सुविधा पाने के लिए 250 से 300 रूपये तक खर्च करने पड़ेंगे ।

गौरतलब है शताब्दी की तुलना में देश की पहली प्राइवेट ट्रेन तेजस एक्सप्रेस की चेयर कार का किराया 1248 रुपए है । वही एजुकेटिव क्लास का किराया के लिए यात्री को 2321 रुपए खर्च करना पड़ता है ।जहां इस में कैंटीन की सुविधा पहले से शामिल है।सुरक्षा आदि को ध्यान में रखते हुए ट्रेनों से पैंट्री कार को हटा दिया गया है। वहीं भारतीय रेलवे ने पैक्ड फूड की सप्लाई शुरू की है ।

लखनऊ से नई दिल्ली जाने वाली शताब्दी एक्सप्रेस में जहां पहले टिकट फेयर के साथ कैटरिंग की सुविधा दी जाती थी, वहीं अब इसे हटा दिया गया है। गौरतलब है कि डायनेमिक फेयर के चलते टिकट के किराया में भी काफी इजाफा देखने मिला है। वही शताब्दी का किराया तेजस के बराबर हो चुका है, जहां तेजस में इतने ही किराए में कैटरिंग की सेवा उपलब्ध की जाती है।

सुरक्षा मानकों को ध्यान में रखते हुए भारतीय रेलवे ने पहले ही एसी डिब्बे में मिलने वाले कंबल तकिए, टॉवल आदि की सुविधाओं को बंद कर दिया था। जहाँ अब यात्रियों को चादर, कंबल, टॉवल के लिए 150- 300 तक खर्च करना पड़ रहा है वहीं कैंटीन की सेवा भी भारतीय रेलवे ने बंद कर रखी है जिससे यात्रियों की जेब पर अतिरिक्त भार पड़ रहा है और वह पैक्ड फ़ूड के लिए अतिरिक्त पैसे के भुगतान करने के लिए विवश हैं

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