लखीमपुर हिंसा : मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा की लाइसेंसी असलहे से ही हुई थी फायरिंग, एफएसएल की रिपोर्ट में हुई पुष्टि

लखीमपुर हिंसा मामले में फॉरेंसिक लैब की रिपोर्ट में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा और उसके मित्र अंकित दास के लाइसेंसी असलहा की बैलेस्टिक रिपोर्ट में फायरिंग की पुष्टि हुई है। इससे साफ हो गया है कि तिकुनिया में हिंसा के दौरान लाइसेंसी असलहे से फायरिंग भी की गई थी।

लखीमपुर पुलिस ने अंकित दास की रिपीटर और पिस्टल और आशीष मिश्रा की राइफल व रिवॉल्वर को जब्त कर लिया है। सभी असलहों को 15 अक्टूबर को फोरेंसिक परीक्षण के लिए भेजा गया था। किसानों ने आरोप लगाया था कि आशीष और अंकित ने हिंसा के दौरान कई राउंड फायरिंग की थी।

FSL रिपोर्ट में फायरिंग की पुष्टि, बढ़ेंगी आशीष मिश्रा की मुश्किलें

दरअसल, लखीमपुर में हुई हिंसा के दौरान किसानों ने बीजेपी नेताओं के द्वारा फायरिंग करने का आरोपी लगाया था। इसकी जांच के लिए लखीमपुर पुलिस ने अंकित दास की रिपीटर गन, पिस्टल और आशीष मिश्रा की राइफल और रिवॉल्वर को जब्त किया था। चारों असलहों की फॉरेंसिक रिपोर्ट मांगी गई थी। रिपोर्ट में फायरिंग की पुष्टि हो गई है।हालांकि, अभी ये साफ नहीं हो पाया है कि फायरिंग राइफल से हुई थी या रिवॉल्वर से। फिलहाल फॉरेंसिक लैब की रिपोर्ट के बाद अब आशीष मिश्रा और अंकित दास की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। दोनों जेल में बंद हैं।

क्या है लखीमपुर खीरी हिंसा का मामला?

लखीमपुर खीरी के तिकुनिया में 3 अक्टूबर को किसानों ने उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य की यात्रा के खिलाफ प्रदर्शन किया था, तभी तीन गाड़ियों के काफिले ने किसानों को कुचल दिया। इस हादसे में चार किसानों और एक पत्रकार की मौके पर मौत हो गई थी। गुस्साई भीड़ ने तीन बीजेपी कार्यकर्ताओं को पीट-पीटकर मार डाला था।

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