पूर्वांचल एक्सप्रेसवे फर्राटा भरने को तैयार, 16 को PM करेगे उद्घाटन

पूर्वांचल एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश के 9 जिलों यानी लखनऊ, बाराबंकी, अमेठी, सुल्तानपुर, अयोध्या, अंबेडकर नगर, आजमगढ़, मऊ और गाजीपुर से होकर गुजरेगा। इसके साथ ही पूर्वांचल एक्सप्रेसवे का भी आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे की तरह भारतीय वायु सेना के विमानों के लिए एक आपातकालीन रनवे के रूप में उपयोग किया जाएगा। यह भारतीय वायु सेना के लड़ाकू विमानों को आपात स्थितियों के लिए हवाई पट्टी के रूप में उपयोग करने की अनुमति देगा।

टोल टैक्स वसूलने का काम एक निजी कंपनी को दिया गया है और यह कंपनी जल्द प्रति किलोमीटर के हिसाब से टोल टैक्स की दरें तय करेगी और दोनों छोर पर बने टोल प्लाजा से आने-जाने पर टोल टैक्स लगेगा। ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि पूर्वांचल एक्सप्रेसवे की टोल टैक्स की दरें लखनऊ आगरा एक्सप्रेसवे की दरों के आसपास ही रहेंगी।

इस नवनिर्मित पूर्वांचल एक्सप्रेसवेपर फिलहाल रोजाना 15 से 20,000 वाहन गुजरेंगे और वाहनों की तादाद धीमे-धीमे और बढ़ेगी। यूपीडा की कोशिश है कि पूर्वी यूपी और बिहार से आने वाले लोग दिल्ली नोएडा जाने के लिए इस एक्सप्रेसवे के अलावा लखनऊ आगरा एक्सप्रेसवे और यमुना एक्सप्रेसवे का भी इस्तेमाल करें

जिससे कि पूर्वांचल एक्सप्रेसवे का ज्यादा उपयोग हो सकेगा इसके साथ ही टोल के जरिये यूपीडा की आमदनी भी बढ़ेगीकरीब 301 किलोमीटर के एक्सप्रेसवे पर सुरक्षित यात्रा के लिए कई पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। इस पर एडवांस ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम लागू किया गया है और वाहनों की गति सीमा 100 किमी प्रति घंटा निर्धारित की गई है।

एक्सप्रेसवे पर जानवर न आ सके इसके लिए एक्सप्रेसवे के दोनों तरफ फेंसिंग की गई है। इसके अलावा एक्सप्रेसवे पर और उसके आसपास आवारा जानवरों को पकड़ने के लिए कई टीमें एक्सप्रेसवे पर तैनात की गई हैं। इसके साथ ही अगर किसी कारण एक्सप्रेसवे पर दुर्घटना हो जाती है तो उस स्थिति में हर वक्त लाइफ सपोर्ट सिस्टम युक्त दो-दो एम्बुलेंस तैनात की गई हैं।

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