प्रधानमंत्री आवास योजना को ठेकेदार लगा रहे हैं पलीता

कटनी।केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना पर नगर निगम के अफसरों की बेपरवाही व ठेकेदार की लापरवाही के कारण बड़ा पलीता लग रहा है। जिस मल्टी में जरुरतमंदों को दो साल पहले ही फ्लैट मिल जाने थे, वे दोगुना समय बीतने के बाद आधे भी नहीं बने।

हैरानी की बात तो यह है कि नगर निगम से पांच करोड़ रुपये अधिक लेकर ठेकेदार बलराम शुक्ला द्वारा लगभग दो साल से प्रधानमंत्री आवास की मल्टी बनाने का काम बंद कर दिया गया है। नगर निगम छह माह से टर्मिनेट करने की कार्रवाई कर रहा है, लेकिन अबतक कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं हुई।

जानकारी के अनुसार अब इस मामले की जांच के लिए 1 दिसंबर को जांच समिति कटनी पहुंचेगी। जबलपुर संचालनालय0 की टीम भोपाल मुख्यालय के निर्देशन में जांच करेगी। यह टीम संभागीय अधीक्षण अभियंता के नेतृत्व में जांच करेगी। इस दौरान नगर निगम द्वारा ठेकेदार के देयकों सहित निर्माण कार्य की जांच करेगी।

जानकारी के अनुसार झिंझरी में 1512 आवासों का निर्माण होना है। यहां पर इडब्ल्यूएस के 792 जिसमें जी/पी+3, एलआइजी के 384 पी+6 व एमआइजी के 336 पी+6 फ्लैट बनने हैं। 113.05 करोड़ की टेंडर लागत व एग्रीमेंट लागत 117.46 करोड़ रुपये तय की गई है। 30 नवंबर 2017 से 18 माह में काम पूरा करना था। 30 मई को मियाद पूरी हो गई है। समय बढ़ाने के बाद भी काम पूरा नहीं हुआ और 4 करोड़ रुपये से ज्यादा का अधिक भुगतान भी हो गया है।

काम बंद होने से इडब्ल्यूएस, एलआइजी और एमआइजी की भी बुकिंग नहीं हो पाई। बीआरपी एसोसिएट ठेकेदार बलराम शुक्ला द्वारा लगातार लापरवाही बरती गई, लेकिन नगर निगम के अधिकारियों ने ध्यान नहीं दिया। इसका खामियाजा शहर की जनता भुगत रही है। छत पाने की आस में निराशा हाथ लग रही है।

इनका कहना है
इस मामले में ठेकेदार ने भी अपने पक्ष को सुनने के लिए बात रखी है। मामले की जांच चल रही है। पीडीएमसी एजेंसी की रिपोर्ट पर आगे की कार्रवाई होना है। इसके लिए संभागीय अधीक्षण अभियंता के निर्देश पर टीम जांच करेगी।
राष्ट्रीय जजमेंट संवाददाता कटनी से श्यामलाल सूर्यवंशी की रिपोर्ट

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