सूदखोरों ने ली जान! 20 हजार का उधार बन गया एक लाख, गाली गलौच से तंग आकर युवक ने दी जान

जबलपुर – मध्यप्रदेश सरकार भले ही सूदखोरों पर लगाम कसने की बात कह रही हो, लेकिन हकीकत ये है कि अभी भी सूदखोरों का राज चल रहा है. जिसके चलते लोग अपनी जान गवा रहे हैं. जबलपुर के मानेगांव में रहने वाले एक युवक ने सूदखोर से परेशान होकर आत्महत्या कर ली है.युवक का नाम राकेश सिंह था  वो चाय की दुकान चलाता था

20 हजार रुपए 1 साल में हुए 1 लाख

मृतक राकेश की बहन ने बताया कि उसके भाई की चाय की दुकान है. इसी दुकान में उसका एक दोस्त अभिषेक शुक्ला आया करता था. उसे 10 हजार रु की जरूरत थी. राकेश सिंह ने सुनील सोनकर से 20 हजार रु लिए और 10 हजार अभिषेक को दे दिए. सूदखोर सुनील सोनकर ने एक साल में 20 हजार रु का ब्याज 1लाख रु कर दिया. इसी को लेकर राकेश को सुनील लगातार परेशान कर रहा था. कल भी सुनील ने रुपए के लिए राकेश के साथ गाली गलौज की. जिससे वो तनाव में आ गया था

बैंक से भी लोन लेकर दोस्त को दिए थे 5 लाख रुपए

राकेश की बहन रीता के मुताबिक उसने ग्रमीण बैंक से भी 5 लाख रुपए का लोन लिया था. वह रुपए अपने दोस्त सचिन सराठे को दिए थे. सचिन बार-बार रुपए लौटाने में आनाकानी कर रहा था. अभिषेक भी उधार के रुपए नहीं लौटा रहा था. ऐसे में सूदखोर सुनील सोनकर की धमकी और दोस्तों द्वारा रुपए वापस ना करने से राकेश परेशान हो गया. तनाव में आकर उसने घर पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली.

आत्महत्या से पहले छोड़ा सुसाइड नोट

राकेश सिंह ने एक सुसाइड नोट भी छोड़ा है. इसमें ये भी लिखा है कि किससे कितने रुपए लेने और किसे देने हैं. राकेश से रुपए लेने के बाद सचिन ने उसे 5 लाख रुपए का चेक भी दिया था.

पुलिस कर रही मामले की जांच

राकेश की मौत के बाद रांझी थाना पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करवाने के बाद परिजनों को सौप दिया है. बहन रीता के बयानों के आधार पर जांच शुरू कर दी है. जबलपुर में इससे पहले भी सूदखोरी के मामले सामने आ चुके हैं.

जबलपुर में सूदखोरों का मकड़जाल

जबलपुर जिले में बीते कई सालों से सूदखोरी का काम चल रहा है. हर बार समय-समय पर पुलिस-प्रशासन की कार्रवाई होती है. बावजूद इसके सूदखोरी का धंधा खूब फल-फूल रहा है. कर्ज लेना वाला व्यक्ति मूलधन और ब्याज के बोझ से मर जाता है. लेकिन उसका कर्ज खत्म नहीं होता. बताया जा रहा है कि जबलपुर में 5 से 20 प्रतिशत तक सूदखोर ब्याज वसूलते हैं. सूदखोर खाली चेक और स्टॉम्प लेकर मनचाही रकम वसूलते हैं

Comments are closed.

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More