ढाबे में ऑमलेट बनाते और झूठे बर्तन धुलते थे हास्य अभिनेता संजय मिश्रा, जानिए कैसे बदली किस्मत

बॉलिवुड के दिग्गज कलाकार संजय मिश्रा ने अपने किरादरों से फैन्स के बीच एक खास जगह बनाई है। संजय हर तरह के किरदार निभा चुके हैं मगर उन्हें खास तौर पर कॉमिडी फिल्मों में ज्यादा पसंद किया गया है। उन्होंने अपने करियर में गोलमाल, वेलकम, धमाल, ऑल द बेस्ट और फंस गए रे ओबामा जैसी सुपरहिट कॉमिडी फिल्मों में काम किया है।

आज भले ही संजय एक जाने-माने ऐक्टर हैं लेकिन कम ही लोगों को पता है कि एक बार संजय मिश्रा ने फिल्म इंडस्ट्री को छोड़ने का मन बना लिया था। एक न्यूज पोर्टल से बात करते हुए संजय मिश्रा ने कहा था कि एक समय पर वह निजी जिंदगी में काफी परेशान थे। इस कारण उन्होंने अपना प्रफेशन बदलने के बारे में भी विचार किया था। संजय ने बताया कि वह काफी बीमार थे और उसी समय उनके पिता का भी निधन हो गया था।

इसके बाद संजय मुंबई छोड़कर ऋषिकेश चले गए। ऋषिकेश में संजय एक ढाबे में ऑमलेट बनाते थे और झूठे बर्तन धोया करते थे। इसके लिए उन्हें केवल 150 रुपये मिलते थे। ढाबे पर लोग उन्हें पहचान भी जाते थे क्योंकि तब तक संजय ‘गोलमाल’ जैसी पॉप्युलर फिल्म में काम कर चुके थे। इसके बाद संजय के पास रोहित शेट्टी की फिल्म ‘ऑल द बेस्ट’ का ऑफर आया और वह वापस फिल्मों में काम करने लगे।

बता दें कि 1963 में जन्मे संजय मिश्रा ने बीएचयू से पढ़ाई करने के बाद नैशनल स्कूल ऑफ ड्रामा से ऐक्टिंग में ग्रैजुएशन किया है। 1991 से ऐक्टिंग कर रहे संजय मिश्रा ने टीवी सीरियल ‘ऑफिस ऑफिस’ में शुक्ला के किरदार से घर-घर में अपनी पहचान बना ली थी।

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