मुरादाबाद: दुकान का कर्मचारी 60 लाख रुपये की कीमत के जेवर लेकर गायब

कोतवाली क्षेत्र में रहने वाले सराफा व्यापारी का कर्मचारी 60 लाख रुपये की कीमत के जेवर लेकर गायब हो गया। वह संभल के व्यापारियों के पास जेवर पहुंचाने के लिए मुरादाबाद से रवाना हुआ था। कर्मचारी का मोबाइल बंद होने पर व्यापारी के होश उड़ गए। उन्होंने संभल के व्यापारियों से संपर्क किया तो पता चला कि कर्मचारी वहां नहीं पहुंचा है। पुलिस ने केस दर्ज कर उसकी तलाश शुरू कर दी है।

शहर कोतवाली क्षेत्र के साहू स्ट्रीट मंडी चौक स्थित मैसर्स फूल कुमार आर्नामेंट हाउस निवासी उपेंद्र अग्रवाल ने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि उनका सोने चांदी के जेवर का थोक का व्यापार है। वह मुरादाबाद के अलावा अन्य शहरों के व्यापरियों को भी जेवर बेचते हैं। उपेंद्र ने बताया कि छह जनवरी की दोपहर करीब ढाई बजे उन्होंने अपने कर्मचारी गोविंद नगर लंका बाग निवासी सुधीर वर्मा को 705 ग्राम सोने के जेवर, 500 ग्राम सोना और डेढ़ किलोग्राम चांदी लेकर संभल भेजा था। सोने चांदी के इन जेवरों की कीमत करीब 60 लाख रुपये है।

व्यापारी ने बताया कि करीब एक घंटे बाद उन्होंने सुधीर के मोबाइल पर कॉल की तो उसका नंबर बंद था। शक होने पर उपेंद्र ने संभल के उन व्यापारियों को कॉल की। जिनके पास कर्मचारी जेवर लेकर जा रहा था। व्यापारी ने उन्हें बताया कि कर्मचारी मुरादाबाद से संभल के लिए रवाना हुआ है। उसका मोबाइल बंद ज रहा है, अगर वह उनके पास पहुंच जाए तो तुरंत फोन पर बात करा दें।

कई घंटे बीत जाने के बाद भी सुधीर संभल नहीं पहुंचा। इसके बाद व्यापारी ने कर्मचारी की मां तारावती, पिता बहादुर वर्मा और बहन से पूछताछ की, लेकिन उन्होंने भी सुधीर के बारे में कोई जानकारी नहीं दी। इस घटना से व्यापारी के परिवार में भी हड़कंप मच गया। उन्होंने इस मामले की सूचना कोतवाली पुलिस को दी। कोतवाली में कर्मचारी के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है।

सराफा व्यापारी उपेंद्र अग्रवाल के कर्मचारी सुधीर का दो दिन बाद भी सुराग नहीं लग पाया है। उसका मोबाइल स्विच आफ है। पुलिस की जांच में सामने आया कि कर्मचारी सुधीर का परिवार मूलरूप से नेपाल निवासी है। सुधीर के पिता बहादुर वर्मा तीस साल पहले मुरादाबाद आकर बस गए थे।

इसकी जानकारी मिलने के बाद हरकत में आई पुलिस ने नेपाल बार्डर से सटे जनपदों की पुलिस से संपर्क कर कर्मचारी को पकड़ने में मदद मांगी है। इसके अलावा सुधीर के परिजनों से नेपाल में रहने वाले उसके चाचा व अन्य रिश्तेदारों के मोबाइल नंबर लेकर उनसे बात की और कहा कि अगर वहां सुधीर पहुंचे तो तुरंत इस मामले की सूचना दें।

व्यापारी उपेेंद्र अग्रवाल ने बताया कि सुधीर दो साल से ही उनके यहां काम पर लगा था। उसके भाई और बहन तो बीस साल से उनके यहां नौकरी कर रहे हैं। सुधीर को भी इससे पहले कई बार जेवर लेकर भेजा था। इस लिए कभी शक नहीं हुआ कि वह कुछ गलत काम भी कर सकता है।

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