पढ़िए आज का राशिफल और पंचांग, 28 जनवरी 2022

नीरजपाराशर आचारय:
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* जय श्री राधे *
?? महर्षि पाराशर पंचांग ??
??? अथ पंचांगम् ???
**ll जय श्री राधे ll**
??????????

दिनाँक-: 28/01/2022,शुक्रवार
एकादशी, कृष्ण पक्ष
माघ
“”””””””””””””””””””””””””””””””””””(समाप्ति काल)

तिथि—— एकादशी 23:35:24 तक
पक्ष————————कृष्ण
नक्षत्र—– अनुराधा 07:09:19
नक्षत्र——– ज्येष्ठा 29:06:40
योग———— ध्रुव 21:39:30
करण———- बव 12:58:18
करण——– बालव 23:35:24
वार——————— शुक्रवार
माह———————— माघ
चन्द्र राशि —- वृश्चिक 29:06:40
चन्द्र राशि ——————— धनु
सूर्य राशि—————— मकर
रितु———————- शिशिर
आयन—————- उत्तरायण
संवत्सर———————प्लव
संवत्सर (उत्तर)———— आनंद
विक्रम संवत————- 2078
विक्रम संवत (कर्तक)—– 2078
शाका संवत————– 1943

वृन्दावन
सूर्योदय —————-07:09:01
सूर्यास्त————- 17:55:32
दिन काल———– 10:46:30
रात्री काल———– 13:13:03
चंद्रास्त————- 13:48:47
चंद्रोदय—————28:15:45

लग्न—- मकर 13°56’283°56′

सूर्य नक्षत्र—————- श्रवण
चन्द्र नक्षत्र————– अनुराधा
नक्षत्र पाया—————–ताम्र

??? पद, चरण ???

ने—- अनुराधा 07:09:19

नो—- ज्येष्ठा 12:40:30

या—- ज्येष्ठा 18:10:24

यी—- ज्येष्ठा 23:39:05

यू—- ज्येष्ठा 29:06:40

??? ग्रह गोचर ???

ग्रह =राशी , अंश ,नक्षत्र, पद
==========================
सूर्य=मकर 13:42 ‘ श्रवण , 2 खू
चन्द्र =वृश्चिक 16°23 ‘ ज्येष्ठा , 1 नो
बुध = मकर 03 ° 07 ‘ उ०षा० ‘ 3 जा
शुक्र=धनु(व) 16°05, पू oषा o ‘ 2 धा
मंगल=धनु 08°30 ‘ मूल ‘ 3 भा
गुरु=कुम्भ 11°30 ‘ शतभिषा, 2 सा
शनि=मकर 20°43 ‘ श्रवण ‘ 4 खो
राहू=(व)वृषभ 04°00’ कृतिका , 3 उ
केतु=(व)वृश्चिक 04°00 अनुराधा , 1 ना

??? मुहूर्त प्रकरण ???

राहू काल 11:11 – 12:32 अशुभ
यम घंटा 15:14 – 16:35 अशुभ
गुली काल 08:30 – 09:51 अशुभ
अभिजित 12:11 -12:54 शुभ
दूर मुहूर्त 09:18 – 10:01 अशुभ
दूर मुहूर्त 12:54 – 13:37 अशुभ

?गंड मूल 07:09 – अहोरात्र अशुभ

?चोघडिया, दिन
चर 07:09 – 08:30 शुभ
लाभ 08:30 – 09:51 शुभ
अमृत 09:51 – 11:11 शुभ
काल 11:11 – 12:32 अशुभ
शुभ 12:32 – 13:53 शुभ
रोग 13:53 – 15:14 अशुभ
उद्वेग 15:14 – 16:35 अशुभ
चर 16:35 – 17:56 शुभ

?चोघडिया, रात
रोग 17:56 – 19:35 अशुभ
काल 19:35 – 21:14 अशुभ
लाभ 21:14 – 22:53 शुभ
उद्वेग 22:53 – 24:32* अशुभ
शुभ 24:32* – 26:11* शुभ
अमृत 26:11* – 27:50* शुभ
चर 27:50* – 29:29* शुभ
रोग 29:29* – 31:09* अशुभ

?होरा, दिन
शुक्र 07:09 – 08:03
बुध 08:03 – 08:57
चन्द्र 08:57 – 09:51
शनि 09:51 – 10:45
बृहस्पति 10:45 – 11:38
मंगल 11:38 – 12:32
सूर्य 12:32 – 13:26
शुक्र 13:26 – 14:20
बुध 14:20 – 15:14
चन्द्र 15:14 – 16:08
शनि 16:08 – 17:02
बृहस्पति 17:02 – 17:56

?होरा, रात
मंगल 17:56 – 19:02
सूर्य 19:02 – 20:08
शुक्र 20:08 – 21:14
बुध 21:14 – 22:20
चन्द्र 22:20 – 23:26
शनि 23:26 – 24:32*
बृहस्पति 24:32* – 25:38
मंगल 25:38* – 26:44
सूर्य 26:44* – 27:50
शुक्र 27:50* – 28:56
बुध 28:56* – 30:03
चन्द्र 30:03* – 31:09

?? उदयलग्न प्रवेशकाल ??

मकर > 06:24 से 08:04 तक
कुम्भ > 08:04 से 09:32 तक
मीन > 09:32 से 10:58 तक
मेष > 10:58 से 13:35 तक
वृषभ > 13:35 से 15:31 तक
मिथुन > 15:31 से 16:48 तक
कर्क > 16:48 से 19:06 तक
सिंह > 19:06 से 20:11 तक
कन्या > 20:11 से 11:36 तक
तुला > 11:36 से 01:51 तक
वृश्चिक > 01: 51 से 04:14 तक
धनु > 04:14 से 06:24 तक

?विभिन्न शहरों का रेखांतर (समय)संस्कार

(लगभग-वास्तविक समय के समीप)
दिल्ली +10मिनट——— जोधपुर -6 मिनट
जयपुर +5 मिनट—— अहमदाबाद-8 मिनट
कोटा +5 मिनट———— मुंबई-7 मिनट
लखनऊ +25 मिनट——–बीकानेर-5 मिनट
कोलकाता +54—–जैसलमेर -15 मिनट

नोट– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है।

प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ में व्यापार करें ।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।

?दिशा शूल ज्ञान————-पश्चिम
परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो घी अथवा काजू खाके यात्रा कर सकते है l
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l
भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll

? अग्नि वास ज्ञान -:
यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,
चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।
दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,
नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।। महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्
नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।

15 + 11+ 6 + 1 = 33 ÷ 4 = 1 शेष
पाताल लोक पर अग्नि वास हवन के लिए अशुभ कारक है l

?? ग्रह मुख आहुति ज्ञान ??

सूर्य नक्षत्र से अगले 3 नक्षत्र गणना के आधार पर क्रमानुसार सूर्य , बुध , शुक्र , शनि , चन्द्र , मंगल , गुरु , राहु केतु आहुति जानें । शुभ ग्रह की आहुति हवनादि कृत्य शुभपद होता है

राहु ग्रह मुखहुति

? शिव वास एवं फल –:

26 + 26 + 5 = 57 ÷ 7 = 1 शेष

कैलाश वास = शुभ कारक

?भद्रा वास एवं फल -:

स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।
मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।

?? विशेष जानकारी ??

* षट्तिला एकादशी व्रत (स्मार्त)

* लाला लाजपतराय जयंती

??? शुभ विचार ???

अनवस्थितकार्यस्य न जने न वने सुखम् ।
जनो दहति संसर्गाद्वनं संगविवर्जनात् ।।
।।चा o नी o।।

जिस के काम करने में कोई व्यवस्था नहीं, उसे कोई सुख नहीं मिल सकता. लोगो के बीच या वन में. लोगो के मिलने से उसका ह्रदय जलता है और वन में तो कोई सुविधा होती ही नहीं.

??? सुभाषितानि ???

गीता -: भक्तियोग अo-12

एवं सततयुक्ता ये भक्तास्त्वां पर्युपासते ।,
ये चाप्यक्षरमव्यक्तं तेषां के योगवित्तमाः ॥,

अर्जुन बोले- जो अनन्य प्रेमी भक्तजन पूर्वोक्त प्रकार से निरन्तर आपके भजन-ध्यान में लगे रहकर आप सगुण रूप परमेश्वर को और दूसरे जो केवल अविनाशी सच्चिदानन्दघन निराकार ब्रह्म को ही अतिश्रेष्ठ भाव से भजते हैं- उन दोनों प्रकार के उपासकों में अति उत्तम योगवेत्ता कौन हैं?॥,1॥,

?? दैनिक राशिफल ??

देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।

?मेष
प्रसन्नता रहेगी। व्यवसाय व कारोबार में लाभ की स्थिति रहेगी। भाइयों, जीवनसाथी से मनोनुकूल सहयोग प्राप्त होगा। कानूनी अड़चन दूर होकर लाभ की स्थिति बनेगी। घर-परिवार में कोई मांगलिक कार्य का आयोजन हो सकता है। शत्रुभय रहेगा। विरोध हो सकता है। विवाद न करें।

?वृष
नौकरी में अधिकार वृद्धि हो सकती है। पूजा-पाठ में मन लगेगा। ज्ञान में वृद्धि होगी। कोर्ट व कचहरी के कार्यों में अनुकूल वातावरण बनेगा। व्यवसाय ठीक चलेगा। भाइयों तथा मातहतों का सहयोग मिलेगा। व्यस्तता रहेगी। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। प्रमाद न करें। पुराने रुके कार्यों में गति आएगी।

?मिथुन
कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। जरूरी निर्णयों में सावधानी आवश्यक है। आय में कमी हो सकती है। नौकरी में सहकर्मियों से विवाद हो सकता है। क्रोध न करें। व्यवसाय ठीक चलेगा। पुराने मित्रों से सहयोग प्राप्त होगा। वाहन व मशीनरी के प्रयोग में लापरवाही न करें। स्त्रियां घर में सावधानी रखें।

?कर्क
जोखिम व जमानत के कार्य बिलकुल न करें।अप्रत्याशित खर्च सामने आएंगे। कर्ज लेना पड़ सकता है। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा। अपरिचित व्यक्ति की बातों में न आएं। कुसंगति से बचें। बेवजह विवाद हो सकता है। लोगों की अपेक्षा पर आप खरे नहीं उतर पाएंगे। व्यवसाय ठीक चलेगा।

?सिंह
पार्टी व पिकनिक का आनंद प्राप्त हो सकता है। विद्यार्थी वर्ग सफलता हासिल करेगा। अध्ययन में मन लगेगा। मार्गदर्शन प्राप्त होगा। उत्साह में वृद्धि होगी। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। पारिवारिक सुख-शांति बनी रहेगी। नए-नए विचार मन में आएंगे। जल्दबाजी न करें। व्यस्तता रहेगी। धनार्जन होगा।

?‍♀️कन्या
बेरोजगारी दूर करने के प्रयास सफल रहेंगे। अप्रत्याशित लाभ हो सकता है। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। नया कार्य प्रारंभ करने की योजना बनेगी। प्रभावशाली व्यक्तियों से सहयोग व मार्गदर्शन प्राप्त होगा। सट्टे व लॉटरी से दूर रहें। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। जल्दबाजी न करें।

⚖️तुला
रोजगार प्राप्ति के प्रयास सफल रहेंगे। श‍त्रुता में वृद्धि हो सकती है। क्रोध पर नियंत्रण रखें। भूमि व भवन संबंधी खरीद-फरोख्त की योजना बनेगी। लाभ व उन्नति के अवसर हाथ आएंगे। पार्टनरों से मतभेद दूर होंगे। जीवन सुखमय रहेगा। भाग्य का साथ मिलेगा। नौकरी में उच्चाधिकारी प्रसन्न रहेंगे।

?वृश्चिक
धैर्य रखें। क्रोध व उत्तेजना पर नियंत्रण रखें। बनते काम बिगड़ सकते हैं। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा। नौकरी में उच्चाधिकारी नाराज रहेंगे। काम पर अधिक ध्यान देना पड़ेगा। भागदौड़ रहेगी। आय में निश्चितता रह सकती है। किसी के व्यवहार से अपमान महसूस होगा। दु:खद समाचार मिल सकता है।

?धनु
आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। थकान महसूस होगी। व्यस्तता रहेगी। भाइयों का सहयोग मिलेगा। व्यवसाय ठीक चलेगा। काम में अधिक ध्यान दे पाएंगे। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। परिवार में अतिथियों का आगमन होगा। व्यय होगा। शुभ समाचार प्राप्त होंगे।

?मकर
घर-बाहर सम्मान मिलेगा। प्रयास सफल रहेंगे। कार्य की प्रशंसा होगी। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। पारिवारिक चिंता बनी रहेगी। शत्रु शांत रहेंगे। भाग्य का साथ मिलेगा। प्रमाद न करें। व्यवसाय ठीक चलेगा। आय के नए स्रोत प्राप्त हो सकते हैं। मित्रों का साथ रहेगा। प्रसन्नता में वृद्धि होगी।

?कुंभ
नौकरी में उच्चाधिकारी प्रसन्न रहेंगे। सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। सामाजिक कार्य करने का अवसर मिल सकता है। भाग्य का साथ मिलेगा। जोखिम उठाने का मन बनेगा। परिवार का सहयोग मिलेगा। आर्थिक नीति में सुधार व परिवर्तन हो सकता है। व्यापार व व्यवसाय में वृद्धि होगी।

?मीन
नए कार्य प्रारंभ करने की योजना बनेगी। पार्टनरों का सहयोग मिलेगा। भाग्य का साथ मिलेगा। कानूनी अड़चन आ सकती है। व्यस्तता के चलते स्वास्थ्य खराब हो सकता है। नौकरी में उच्चाधिकारी प्रसन्न रहेंगे। रुका हुआ पैसा मिलने के योग हैं। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी।

?आपका दिन मंगलमय हो?
?????????
आचार्य नीरज पाराशर (वृन्दावन)
(व्याकरण,ज्योतिष,एवं पुराणाचार्य)
09897565893,09412618599

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