पढ़िए आज का राशिफल और पंचांग, 2 फ़रवरी 2022

नीरजपाराशर आचारय:
??????????
* जय श्री राधे *
?? महर्षि पाराशर पंचांग ??
??? अथ पंचांगम् ???
**ll जय श्री राधे ll**
??????????

दिनाँक-: 02/02/2022,बुधवार
प्रतिपदा, शुक्ल पक्ष
माघ
“”””””””””””””””””””””””””””””””””(समाप्ति काल)

तिथि——–प्रतिपदा 08:30:43 तक
तिथि——– द्वितीया 30:15:34
पक्ष———————– शुक्ल
नक्षत्र——- धनिष्ठा 17:51:58
योग———वरियान 23:57:02
करण———- बव 08:30:44
करण——— बालव 19:18:42
करण——- कौलव 30:15:06
वार———————–बुधवार
माह————————-माघ
चन्द्र राशि ——————- कुम्भ
सूर्य राशि ——————- मकर
रितु———————- शिशिर
आयन—————- उत्तरायण
संवत्सर——————– प्लव
संवत्सर (उत्तर) ————-आनंद
विक्रम संवत —————-2078
विक्रम संवत (कर्तक) —-2078
शाका संवत————– 1943

वृन्दावन
सूर्योदय————- 07:06:37
सूर्यास्त————- 17:59:29
दिन काल———– 10:52:52
रात्री काल———- 13:06:34
चंद्रास्त————– 19:16:56
चंद्रोदय————– 31:25:49

लग्न—-मकर 19°1′ , 289°1′

सूर्य नक्षत्र—————- श्रवण
चन्द्र नक्षत्र————— धनिष्ठा
नक्षत्र पाया—————–ताम्र

??? पद, चरण ???

गु—- धनिष्ठा 12:17:03

गे—- धनिष्ठा 17:51:58

गो—- शतभिषा 23:28:55

सा—- शतभिषा 29:08:05

??? ग्रह गोचर ???

ग्रह =राशी , अंश ,नक्षत्र, पद
==========================
सूर्य=मकर 19:42 ‘ श्रवण , 3 खे
चन्द्र =मकर 00°23 ‘ धनिष्ठा , 3 गु
बुध = मकर 00 ° 07 ‘ उ०षा० ‘ 2 भो
शुक्र=धनु(व) 17°05, पू oषा o ‘ 2 धा
मंगल=धनु 12°30 ‘ मूल ‘ 4 भी
गुरु=कुम्भ 13°30 ‘ शतभिषा, 2 सा
शनि=मकर 20°43 ‘ श्रवण ‘ 4 खो
राहू=(व)वृषभ 03°50’ कृतिका , 3 उ
केतु=(व)वृश्चिक 03°50 अनुराधा , 1 ना

??? मुहूर्त प्रकरण ???

राहू काल 12:33 – 13:55 अशुभ
यम घंटा 08:28 – 09:50 अशुभ
गुली काल 11:11 – 12:33 अशुभ
अभिजित 12:11 -12:55 अशुभ
दूर मुहूर्त 12:11 – 12:55 अशुभ

?पंचक अहोरात्र अशुभ

?चोघडिया, दिन
लाभ 07:07 – 08:28 शुभ
अमृत 08:28 – 09:50 शुभ
काल 09:50 – 11:11 अशुभ
शुभ 11:11 – 12:33 शुभ
रोग 12:33 – 13:55 अशुभ
उद्वेग 13:55 – 15:16 अशुभ
चर 15:16 – 16:38 शुभ
लाभ 16:38 – 17:59 शुभ

?चोघडिया, रात
उद्वेग 17:59 – 19:38 अशुभ
शुभ 19:38 – 21:16 शुभ
अमृत 21:16 – 22:54 शुभ
चर 22:54 – 24:33* शुभ
रोग 24:33* – 26:11* अशुभ
काल 26:11* – 27:49* अशुभ
लाभ 27:49* – 29:28* शुभ
उद्वेग 29:28* – 31:06* अशुभ

?होरा, दिन
बुध 07:07 – 08:01
चन्द्र 08:01 – 08:55
शनि 08:55 – 09:50
बृहस्पति 09:50 – 10:44
मंगल 10:44 – 11:39
सूर्य 11:39 – 12:33
शुक्र 12:33 – 13:27
बुध 13:27 – 14:22
चन्द्र 14:22 – 15:16
शनि 15:16 – 16:11
बृहस्पति 16:11 – 17:05
मंगल 17:05 – 17:59

?होरा, रात
सूर्य 17:59 – 19:05
शुक्र 19:05 – 20:11
बुध 20:11 – 21:16
चन्द्र 21:16 – 22:22
शनि 22:22 – 23:27
बृहस्पति 23:27 – 24:33
मंगल 24:33* – 25:38
सूर्य 25:38* – 26:44
शुक्र 26:44* – 27:49
बुध 27:49* – 28:55
चन्द्र 28:55* – 30:01
शनि 30:01* – 31:06

?? उदयलग्न प्रवेशकाल ??

मकर > 06:00 से 07:44 तक
कुम्भ > 07:44 से 09:10 तक
मीन > 09:10 से 10:34 तक
मेष > 10:34 से 13:21 तक
वृषभ > 13:21 से 15:10 तक
मिथुन > 15:10 से 16:24 तक
कर्क > 16:24 से 18:44 तक
सिंह > 18:44 से 19:51 तक
कन्या > 19:51 से 11:14 तक
तुला > 11:14 से 01:31 तक
वृश्चिक > 01: 31 से 03:48 तक
धनु > 03:48 से 06:00 तक

?विभिन्न शहरों का रेखांतर (समय)संस्कार

(लगभग-वास्तविक समय के समीप)
दिल्ली +10मिनट——— जोधपुर -6 मिनट
जयपुर +5 मिनट—— अहमदाबाद-8 मिनट
कोटा +5 मिनट———— मुंबई-7 मिनट
लखनऊ +25 मिनट——–बीकानेर-5 मिनट
कोलकाता +54—–जैसलमेर -15 मिनट

नोट– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है।
प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।

चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ में व्यापार करें ।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।

?दिशा शूल ज्ञान————-उत्तर
परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो पान अथवा पिस्ता खाके यात्रा कर सकते है l
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l
भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll

? अग्नि वास ज्ञान -:
यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,
चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।
दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,
नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।। महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्
नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।

1+ 4 + 1 = 6 ÷ 4 = 2 शेष
आकाश लोक पर अग्नि वास हवन के लिए अशुभ कारक है l

?? ग्रह मुख आहुति ज्ञान ??

सूर्य नक्षत्र से अगले 3 नक्षत्र गणना के आधार पर क्रमानुसार सूर्य , बुध , शुक्र , शनि , चन्द्र , मंगल , गुरु , राहु केतु आहुति जानें । शुभ ग्रह की आहुति हवनादि कृत्य शुभपद होता है

सूर्य ग्रह मुखहुति

? शिव वास एवं फल -:

1 + 1 + 5 = 7 ÷ 7 = 0 शेष

शमशान वास = मृत्यु कारक

?भद्रा वास एवं फल -:

स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।
मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी

?? विशेष जानकारी ??

* गुप्त नवरात्रि प्रारम्भ

*द्वितीया तिथिक्षय

*श्रीबल्लभचार्य जयन्ती

*वृज महोत्सव (भरतपुर)राज०

*दस्तकार दिवस

* मोहन भोग ,टोपी ,दुशाला दर्शन राधाबल्लभ जी वृन्दावन

??? शुभ विचार ???

पृथिव्यां त्रीणि रत्नानि अन्नमापः सुभाषितम् ।
मूढैः पाषाणखण्डॆषु रत्नसंख्या विधीयते ।।
।।चा o नी o।।

इस धरती पर अन्न, जल और मीठे वचन ये असली रत्न है. मूर्खो को लगता है पत्थर के टुकड़े रत्न है.

??? सुभाषितानि ???

गीता -: भक्तियोग अo-12

तेषामहं समुद्धर्ता मृत्युसंसारसागरात्‌ ।,
भवामि नचिरात्पार्थ मय्यावेशितचेतसाम्‌ ॥,

हे अर्जुन! उन मुझमें चित्त लगाने वाले प्रेमी भक्तों का मैं शीघ्र ही मृत्यु रूप संसार-समुद्र से उद्धार करने वाला होता हूँ॥,7॥,

?? दैनिक राशिफल ??

देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।

?मेष
मेहनत रंग लाएगी। कार्य की प्रशंसा होगी। यात्रा सफल रहेगी। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। लाभ होगा। वाहन क्रय करने के योग बनेंगे। इच्छाशक्ति का लाभ मिलेगा। पारिवारिक वातावरण से आशान्वित रहेंगे। स्थायी संपत्ति, क्रय-विक्रय से लाभ की संभावना है।

?वृष
पुराना रोग उभर सकता है। शोक समाचार मिल सकता है, धैर्य रखें। मेहनत अधिक होगी। थकान रहेगी। व्यर्थ खींचतान में नुकसान संभव है। आर्थिक मामलों में विश्वास, भरोसे में नहीं रहें। दिन प्रतिकूल रहेगा। स्वभावगत चंचलता में कमी करना होगी।

?मिथुन
विवेक से कार्य करें। लाभ होगा। सतर्कता एवं सावधानीपूर्वक व्यापारिक योजनाओं को अंजाम दें। विद्यार्थी शिक्षा में उल्लेखनीय सफलता अर्जित करेंगे। यात्रा न करें। पुराना रोग उभर सकता है। कार्य में लापरवाही व जल्दबाजी न करें। कुसंगति से बचें।

?कर्क
विवेक से कार्य करें। दूसरों पर विश्वास न करें। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। व्यापारिक प्रतिष्ठा, लेन-देन अन्य कानूनी परेशानी संभव है। परिवार में किसी से विवाद होने की आशंका है। अनिश्चितता का वातावरण रहेगा। अपने कार्य-निर्णय गुप्त रखें। व्ययवृद्धि होगी।

?सिंह
उन्नति के मार्ग प्रशस्त होंगे। संपत्ति के बड़े सौदे बड़ा लाभ दे सकते हैं। व्यवसाय ठीक चलेगा। बड़े एवं प्रतिष्ठित लोगों से संबंधों का लाभ मिल सकेगा। जोखिम, जवाबदारी के कामों में सावधानी आवश्यक है। पारिवारिक वातावरण खुशनुमा रहेगा।

?‍♀️कन्या
पुराने मित्र व संबंधियों से मुलाकात होगी। शुभ समाचार मिलेंगे। प्रसन्नता में वृद्धि होगी। उत्तेजित न हों। लाभ होगा। रोजगार की संभावनाएँ बढ़ेंगी। महत्व के मामले सुलझेंगे। घर में मूल्यवान वस्तुओं को संभालना होगा। विरोधी, शत्रु शांत रहेंगे।

⚖️तुला
स्वादिष्ट भोजन का आनंद मिलेगा। बौद्धिक कार्य सफल रहेंगे। यात्रा, निवेश व नौकरी मनोनुकूल लाभ देंगे। व्यापार अच्छा चलेगा। आशानुरूप आमदनी होगी। व्यापार-व्यवसाय में अनुभव, निवेश में सफलता मिलेगी। समय का सदुपयोग होगा।

?वृश्चिक
बेरोजगारी दूर होगी। भेंट व उपहार की प्राप्ति होगी। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। नौकरी, रोजगार में उन्नति, सहयोग संभव है। आवश्यक मार्गदर्शन मिलेगा। संतान पक्ष के स्थायित्व की बात बनेगी। अपने व्यसनों पर नियंत्रण रखना होगा।

?धनु
परिवार का सहयोग प्राप्त होगा। प्रसन्नता रहेगी। यात्रा, निवेश व नौकरी मनोनुकूल लाभ देंगे। कानूनी बाधा दूर होगी। अपरिचित व्यक्तियों के सहयोग से आत्मविश्वास का संचार होगा। खर्चों में कमी का प्रयास करना होगा। लाभकारी निवेश बढ़ेगा।

?मकर
रुका हुआ धन प्राप्त होगा। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। थकान रहेगी। यात्रा सफल रहेगी। प्रसन्नता रहेगी। नौकरी में पद, स्थिति से लाभान्वित हो पाएँगे। परिश्रम की अधिकता रहेगी। आर्थिक मामलों में लोभ, प्रलोभन से बचें। कार्यक्षेत्र का विस्तार होगा।

?कुंभ
कार्यस्‍थल पर सुधार होगा। नए अनुबंध हो सकते हैं। मान-सम्मान बढ़ेगा। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। प्रमाद न करें। कार्य में प्रगति, उत्साह रहेगा। दूसरों की दखलंदाजी पसंद नहीं आएगी। कर्ज, लेन-देन कम होगा। भेंट, उपहार की प्राप्ति होगी।

?मीन
धर्म-कर्म में रुचि रहेगी। महत्वपूर्ण व्यक्ति सहायता को आगे आएंगे। कार्यसिद्धि होगी। व्यवसाय लाभदायक रहेगा। उत्साहपूर्वक व्यावसायिक योजनाओं को पूरा करेंगे। अचानक धन की प्राप्ति संभव है। कार्यक्षमता एवं कार्यकुशलता बढ़ेगी। अनुज सहयोग करेंगे।

?आपका दिन मंगलमय हो?
?????????
आचार्य नीरज पाराशर (वृन्दावन)
(व्याकरण,ज्योतिष,एवं पुराणाचार्य)
09897565893,09412618599

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